×

चीन-अमेरिका में छिड़ेगा युद्धः आने लगे हैं ये संकेत, मचेगी त्राहि त्राहि

राष्ट्रपति ट्रंप का मकसद अमेरिकी जनता को संतुष्ट करना भी है इसीलिए वह बार बार चीन को सजा देने की बात भी कह रहे हैं। और दोनो देशों के लगातार बिगड़ते संबंधों को देखते हुए अमेरिका चीन के बीच युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं ये कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी।

राम केवी
Published on: 5 May 2020 1:05 PM GMT
चीन-अमेरिका में छिड़ेगा युद्धः आने लगे हैं ये संकेत, मचेगी त्राहि त्राहि
X
us-china

वाशिंगटनः कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका-चीन के संबंध बद से बदतर स्थिति में पहुंच गए हैं और दोनों देशों बीच एक नये शीतयुद्ध की शुरुआत हो गई है। यह बात व्हाइट हाउस के पूर्व व्यापार वार्ताकार केट विल्म्स ने मंगलवार को कही है। उन्होंने कहा है कि वास्तविकता यह है कि दोनो देशों के बीच तनाव खतरनाक स्तर तक लगातार बढ़ रहा है।

केट विलेम्स ने कहा कि यह बात सही है कि इस तरह की बातों से लोग असहज हो जाते हैं, लेकिन उन्हें लगता है कि हमें ईमानदार होना चाहिए और इसका खुलासा होना चाहिए कि यह एक नए शीत युद्ध की शुरुआत है और अगर हम सावधान नहीं रहे तो चीजें बहुत ज्यादा बिगड़ सकती हैं।

जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, वाशिंगटन और बीजिंग के बीच नवीनतम विवादों की जड़ में कोरोनवायरस है, इस वायरस ने विश्व में तीस लाख से अधिक लोगों को संक्रमित किया है और 187 देशों में अब तक ढाई लाख अधिक लोग इससे मर चुके हैं।

यही वजह है कि राष्ट्रपति ट्रंप जहां इस वायरस को लेकर चीन पर लगातार गंभीर आरोप लगा रहे हैं वहीं चीन इस वायरस को वुहान से बाहर ले जाने का आरोप सीआईए पर लगा रहा है। जबकि ट्रंप का कहना है कि चीनी सरकार या तो इस घातक वायरस को वैश्विक स्तर पर फैलने से रोकने में अक्षम थी या फिर किसी खास कारणवश जानबूझकर इसे फैलने दिया।

अमेरिका कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों में शामिल है, अमेरिका में अब तक 68,000 से अधिक लोगों की मौत कोरोना वायरस से हो चुकी है जबकि 11 लाख से अधिक लोग संक्रमित पाए गए हैं।

अभी एक लाख लोगों की और हो सकती है मौत

ट्रंप का यह भी कहना है कि इस घातक वायरस से इतनी मौतें होने के बाद भी अमेरिका में 75,000 से 100,000 तक लोगों की मौत हो सकती है।

अमेरिकी अधिकारियों का मानना ​​है कि चीन ने कोरोनोवायरस प्रकोप की सीमा को कवर कर लिया है। इस बात के सबूत खुफिया दस्तावेज दिखाते हैं। चीनी नेताओं ने कोरोना महामारी की "गंभीरता से जानबूझकर छुपाया"। इस बात का खुलासा एक मई को जारी डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी इंटेलिजेंस रिपोर्ट से होता है।

सूत्रों का कहना है कि नवंबर में होने वाले चुनाव में अपनी सत्ता बचाने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप कोरोना जंग में अपने प्रशासन को कहीं से कमजोर नहीं दिखाना चाहते हैं। दूसरे उनका मकसद अमेरिकी जनता को संतुष्ट करना भी है इसीलिए वह बार बार चीन को सजा देने की बात भी कह रहे हैं। इसे देखते हुए अमेरिका-चीन के बीच युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं ये कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी।

राम केवी

राम केवी

Next Story