जानिए दुनिया के किस देश में नल खुला छोड़ना हुआ अपराध घोषित

न्यू साउथ वेल्स सरकार ने बताया कि नए प्रतिबंघ अगले सप्ताह से लागू किए जाएंगे। अधिकारियों के मुताबिक सिडनी क्षेत्र के जलाशयों में 1940 के दशक के बाद से जलस्तर लगातार कम हो रहा है।

Aditya Mishra
Published on: 1 Jun 2019 11:21 AM GMT
जानिए दुनिया के किस देश में नल खुला छोड़ना हुआ अपराध घोषित
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नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के शहर सिडनी में पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य और रिकॉर्ड तोड़ सूखे की मार झेलने के बाद के पहली बार व्यापक जल प्रतिबंधों की मंगलवार को घोषणा कर दी गई। नए नियम के तहत अब नल खुला छोड़ देना अपराध होगा।

न्यू साउथ वेल्स सरकार ने बताया कि नए प्रतिबंघ अगले सप्ताह से लागू किए जाएंगे। अधिकारियों के मुताबिक सिडनी क्षेत्र के जलाशयों में 1940 के दशक के बाद से जलस्तर लगातार कम हो रहा है।

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प्रशासन ने मंगलवार को बताया कि नए नियमों के मुताबिक सिडनी में अब नल खुला छोड़ना अपराध होगा, इसके साथ ही बगीचों में पानी देने के लिए छिड़काव प्रणाली का इस्तेमाल करने पर भी जुर्माना लगाया जाएगा।

घरों में नियमों के उल्लंघन हुआ तो लोगों पर 220 आस्ट्रेलियाई डॉलर और उद्यमों में ऐसा होने पर कारोबारियों पर 550 आस्ट्रेलियाई डॉलर तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।

दक्षिणपूर्वी राज्य के जलमंत्री मेलिंडा पावे ने कहा, ‘न्यू साउथ वेल्स में रिकॉर्ड सूखा पड़ रहा है। सिडनी में जल प्रतिबंध का मतलब है कि न्यू साउथ वेल्स के लोग जल संरक्षण में योगदान देंगे।’

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नदी में ऑक्सीजन की मात्रा घटी

कुछ समय पहले सिडनी की मरे-डार्लिंग नदी में पानी की कमी से बहुत सारी मछलियां मर गई थीं। यह घटना चुनावी मुद्दा बनी थी। विशेषज्ञों के मुताबिक नदी में पानी का बहाव कम होने से ऑक्सीजन की मात्रा घट गई।

साउथ-ईस्टर्न स्टेट की जल मंत्री मेलिंडा पवे का कहना है कि सारा इलाका भीषण सूखे से जूझ रहा है। इससे निपटने के लिए हर व्यक्ति को अपना योगदान देना होगा।

दुनिया भर से पहुंचे प्लास्टिक कचरे का अंबार जमा होने के बाद मलेशिया ने घोषणा की है कि यहा कचरा जिन देशों से आएगा उसे वहां वापस भेजा जाएगा। मलेशिया ने कहा, ‘वह संपन्न देशों का डम्पिंग ग्राउंड नहीं बनेगा।’ मलेशिया करीब 3000 टन प्लास्टिक अपशिष्ट अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया समेत दूसरे देशों को वापस भेजेगा।

मलेशिया जो प्लास्टिक अपशिष्ट दूसरे देशों को लौटाया जाएगा उसका पुनर्चक्रण नहीं किया जा सकेगा। पर्यावरण मंत्री येओ बी यिन ने बताया कि संदूषित कचरे से भरे 60 बक्से तस्करी कर मलेशिया के अवैध संसाधन संयंत्रों में लाए गए।

उन्होंने मंगलवार को बताया कि दो सप्ताह में 10 बक्सों को पोत के जरिए वापस भेजा जाएगा। इन्हें क्वालालंपुर के बाहर एक बंदरगाह में रखा गया है।

इन अपशिष्टों में ब्रिटेन से आए केबल, ऑस्ट्रेलिया से आए दूध के संदूषित डिब्बे, बांग्लादेश से आए कॉम्पैक्ट डिस्क आदि थे। साथ ही इनमें अमेरिका, कनाडा, जापान, सऊदी अरब और चीन से आया इलेक्ट्रॉनिक एवं घरेलू अपशिष्ट शामिल हैं।

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Aditya Mishra

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