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BLA का इतिहास क्या है, क्यों यह चीन और पाकिस्तान से नफरत करता है, आइए जानते हैं इसके पीछे की कहानी

BLA Kya Hai: बीएलए को पाकिस्तान, ईरान, चीन, यूनाइटेड किंगडम (UK), संयुक्त राज्य अमेरिका (USA), संयुक्त राष्ट्र, और यूरोपीय संघ ने आतंकी संगठन घोषित किया है। आइए जानते हैं इसके इतिहास के बारे में।

Akshita Pidiha
Written By Akshita Pidiha
Published on: 12 March 2025 2:05 PM IST
BLA का इतिहास क्या है, क्यों यह चीन और पाकिस्तान से नफरत करता है, आइए जानते हैं इसके पीछे की कहानी
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Balochistan Liberation Army (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

What is BLA History In Hindi: बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सक्रिय एक सशस्त्र अलगाववादी संगठन है, जिसका उद्देश्य बलूचिस्तान की स्वतंत्रता और वहां के संसाधनों पर बलूच समुदाय का अधिकार सुनिश्चित करना है। BLA को पाकिस्तान, ईरान, चीन, यूनाइटेड किंगडम (UK), संयुक्त राज्य अमेरिका (USA), संयुक्त राष्ट्र, और यूरोपीय संघ ने आतंकी संगठन घोषित किया है।

1. बलूचिस्तान का भू-आर्थिक और भू-रणनीतिक महत्व

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

बलूचिस्तान पाकिस्तान (Pakistan) का सबसे बड़ा प्रांत है, जो देश के कुल भूमि क्षेत्र का लगभग 44% हिस्सा है। इसके बावजूद, यह प्रांत विकास की दौड़ में काफी पीछे है। बलूचिस्तान प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है, विशेष रूप से गैस और खनिज संसाधनों के लिए प्रसिद्ध है। इसके बावजूद, क्षेत्र की अधिकांश आबादी गरीबी और अविकसितता का सामना कर रही है।

प्रांत की सीमाएं अफगानिस्तान और ईरान से लगती हैं, जो इसे भू-रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाती हैं। इसके अलावा, अरब सागर पर स्थित ग्वादर बंदरगाह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) का अहम हिस्सा है, जो चीन की 'बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव' (BRI) परियोजना के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

2. बलूचिस्तान में विद्रोह और अलगाववाद का इतिहास

बलूचिस्तान में आजादी और स्वायत्तता की मांग कोई नई बात नहीं है। प्रांत में अलग-अलग समय पर विद्रोह हुए हैं:-

1948-50

1958-60

1962-63

1973-77

इन विद्रोहों का मुख्य कारण संसाधनों के असमान वितरण, राजनीतिक उपेक्षा, और मानवाधिकारों का उल्लंघन रहा है। बलूच राष्ट्रवादी आंदोलन ने हमेशा पाकिस्तान सरकार पर आरोप लगाया है कि वह बलूचिस्तान के संसाधनों का शोषण कर रही है, लेकिन स्थानीय विकास के लिए कुछ नहीं कर रही है।

3. बलूचिस्तान में सक्रिय उग्रवादी संगठन

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

बलूचिस्तान में कई उग्रवादी संगठन सक्रिय हैं, जो हिंसक गतिविधियों को अंजाम देते रहे हैं। प्रमुख संगठन निम्नलिखित हैं:-

बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA)

बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF)

बलूच राजी आजोई संगर (BRAS)

इन संगठनों पर पाकिस्तान सरकार ने आतंकवाद का आरोप लगाया है। वहीं, पाकिस्तान अक्सर ईरान और अफगानिस्तान पर इन समूहों को पनाह देने का आरोप लगाता है।

4. 2024: बलूचिस्तान में संघर्ष का तीव्र दौर

'द बलूचिस्तान पोस्ट' की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में बलूचिस्तान में हिंसक घटनाओं में भारी वृद्धि देखी गई। स्वतंत्रता समर्थक उग्रवादी समूहों ने पाकिस्तानी सेना, बुनियादी ढांचे और राज्य सहयोगियों को निशाना बनाकर 938 हमले किए। इन हमलों में:-

1002 से अधिक लोगों की मौत

689 घायल

546 संपत्तियों को नुकसान

BLA ने सबसे अधिक 302 हमले किए, जिनमें:

580 से अधिक लोगों की मौत

370 से अधिक घायल

171 संपत्तियों को नुकसान

BLA ने दावा किया कि उन्होंने 21 जिलों के 240 क्षेत्रों में अभियान चलाया। इन हमलों में मजीद ब्रिगेड की भूमिका अहम रही, जो हाई-प्रोफाइल आत्मघाती हमलों के लिए जानी जाती है।

BLA के प्रमुख हमले


2004: BLA ने पाकिस्तान के खिलाफ हिंसक संघर्ष का ऐलान किया और कई सैन्य ठिकानों पर हमले किए।

2018: BLA ने कराची में चीनी वाणिज्य दूतावास पर हमला किया, जिसमें दो पुलिसकर्मी और दो नागरिक मारे गए।

2019: BLA ने ग्वादर में एक फाइव-स्टार होटल पर हमला किया, जिसमें पांच लोग मारे गए।

5. मजीद ब्रिगेड की भूमिका

मजीद ब्रिगेड ने 2024 में छह बड़े ऑपरेशन किए, जिनमें पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान पहुंचा। रिपोर्ट्स के अनुसार, BLA के 52 लड़ाके मारे गए, जिनमें से अधिकांश मजीद ब्रिगेड से जुड़े थे। यह ब्रिगेड बलूचिस्तान के संघर्ष का सबसे कट्टरपंथी चेहरा है।

6. मानवाधिकारों का हनन और लापता लोग

बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन के आरोप लगते रहे हैं। कई मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि हजारों लोग लापता हुए हैं, जिनमें से कई के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं है। पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों पर उग्रवाद विरोधी अभियानों के दौरान अत्याचार के आरोप लगाए जाते हैं।

7. अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण और आतंकवादी संगठन का टैग

BLA को पाकिस्तान, ईरान, चीन, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ ने आतंकवादी संगठन घोषित किया है। इसके बावजूद, BLA खुद को एक स्वतंत्रता सेनानी संगठन मानता है, जो बलूच लोगों के अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहा है।

बलूचिस्तान में जारी संघर्ष पाकिस्तान के लिए एक गंभीर चुनौती बना हुआ है। क्षेत्र की भू-रणनीतिक और आर्थिक महत्ता के कारण इस संघर्ष का समाधान अत्यंत महत्वपूर्ण है। मानवाधिकारों का सम्मान, संसाधनों का न्यायपूर्ण वितरण और राजनीतिक संवाद ही इस मुद्दे का स्थायी समाधान प्रदान कर सकते हैं।

बलूचिस्तान का भविष्य केवल तभी सुरक्षित हो सकता है जब सभी पक्ष एक दूसरे की बात को समझें और स्थायी शांति की दिशा में प्रयास करें।

BLA की गतिविधियाँ और रणनीति


BLA मुख्य रूप से पाकिस्तानी सेना, सरकारी प्रतिष्ठानों और चीनी निवेश परियोजनाओं (विशेष रूप से चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा या CPEC) पर हमले करता है। संगठन ने कई बार सुरक्षा बलों पर घातक हमले किए हैं और बलूचिस्तान में विदेशी निवेशकों को निशाना बनाया है। इन हमलों का उद्देश्य बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के लिए अंतर्राष्ट्रीय समर्थन जुटाना और पाकिस्तान सरकार पर दबाव बनाना है।

अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ

BLA की गतिविधियों के कारण इसे कई देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है। पाकिस्तान, ईरान, चीन, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र, और यूरोपीय संघ ने BLA को आतंकी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया है। इससे संगठन की अंतर्राष्ट्रीय गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा है और इसके सदस्यों की संपत्तियाँ जब्त की गई हैं।

मुद्दे और संघर्ष

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

आर्थिक असंतोष:

बलूचिस्तान प्राकृतिक संसाधनों, जैसे गैस और खनिजों से समृद्ध है, फिर भी यह पाकिस्तान का सबसे अविकसित क्षेत्र है। स्थानीय समुदायों का मानना है कि केंद्र सरकार उनके संसाधनों का शोषण कर रही है और विकास में उनकी भागीदारी नगण्य है।

राजनीतिक असमानता:

कई बलूच लोगों का दावा है कि उन्हें राजनीतिक रूप से हाशिए पर रखा गया है। स्वायत्तता की कमी, निर्णय प्रक्रिया में भागीदारी का अभाव और अन्यायपूर्ण व्यवहार उनके असंतोष के मुख्य कारण हैं।

मानवाधिकार उल्लंघन:

बलूचिस्तान में जबरन गायब होने, सैन्य अभियानों और मानवाधिकारों के उल्लंघन की लगातार रिपोर्टें सामने आई हैं। इन घटनाओं ने स्थानीय असंतोष को और अधिक भड़काया है।

बलूच विद्रोह:

2000 के दशक की शुरुआत से कई बलूच राष्ट्रवादी और अलगाववादी समूह, जैसे बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA), बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF) और बलूच रिपब्लिकन आर्मी (BRA) अधिक स्वायत्तता या स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

बलूचिस्तान में वर्तमान स्थिति

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

बलूचिस्तान में असंतोष और अलगाववादी आंदोलनों का इतिहास लंबा है। स्थानीय समुदायों का मानना है कि उन्हें उनके संसाधनों का उचित लाभ नहीं मिल रहा है और उनकी सांस्कृतिक पहचान को दबाया जा रहा है। BLA जैसे संगठनों का उदय इसी असंतोष का परिणाम है। हालांकि, पाकिस्तान सरकार ने बलूचिस्तान में विकास परियोजनाओं की घोषणा की है, लेकिन स्थानीय समुदायों का विश्वास जीतना अभी भी एक चुनौती बना हुआ है।

पाकिस्तान सरकार ने इन समूहों को आतंकवादी संगठन घोषित किया है, लेकिन ये संगठन खुद को स्वतंत्रता सेनानी मानते हैं, जो बलूच समुदाय के अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

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