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Russia-Ukrain Conflict : यूक्रेन की सीमा पर बढ़ा रूसी सैनिकों का जमावड़ा, सैटेलाइट की तस्वीरों से हुआ खुलासा
दुनियाभर में व्याप्त कोरोना संकट के बीच यूरोप के दो देश युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं। लंबे समय से रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच चल रहा तनाव कब एक भीषण युद्ध की शक्ल अख्तियार कर लेगा, कहना मुश्किल है।
Russia-Ukrain Conflict : दुनियाभर में व्याप्त कोरोना संकट के बीच यूरोप के दो देश युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं। लंबे समय से रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच चल रहा तनाव कब एक भीषण युद्ध की शक्ल अख्तियार कर लेगा, कहना मुश्किल है। दोनों तरफ से लगातार सैन्य गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इस बीच एक सेटेलाइट की तस्वीर ने युद्ध की आशंकाओं को और प्रबल कर दिया है। इस तस्वीर में यूक्रेन की सीमा पर रूसी सैनिकों का भारी जमावड़ा देखा जा रहा है।
Maxar Technologies की सेटेलाइट तस्वीर में बेलारूस के ब्रेस्ट्स्की प्रशिक्षण मैदान में रूसी सैनिकों, टैंटों और नई तैनाती को दिखाया गया है। तस्वीरों में बेलारूस के ओसिपोविची ट्रेनिंग एरिया में रूसी सेना द्वारा निर्मित कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल इस्कंदर की तैनाती भी दिखाई गई है। वहीं ओबुझ लेबोवस्की ट्रेनिंग एरिया में भी रूसी सैनिकों को तैनात दिखाया गया है। इसके अलावा पश्चिमी रूस में बेलारूस और यूक्रेन से लगती उसकी सीमा के पास के इलाकों मे सैटेलाइट तस्वीरें विभिन्न ट्रेनिंग ग्राउंड में युद्ध समूहों को दिखाती है।
क्रिमिया में एक लाख से अधिक रूसी सैनिक तैनात
क्रीमिया और यूक्रेन सीमा के नजदीक रूसी सरकार ने एक लाख से अधिक सैनिकों की तैनाती की है। क्रीमिया के नोवोजॉय में सैनिकों की तैनाती और सैन्य उपकरणों के लिए नए आवासीय क्षेत्र सामने आए हैं। इन तस्वीरों में इन्फैंट्री फाइटिंग वाहन, बख्तरबंद गाड़ियां और सैनिकों के लिए टेंट देखे जा सकते हैं। बता दें कि क्रीमिया को रूस ने 2014 में जबरदस्ती यूक्रेन से हथिया लिया था। क्रिमिया पर कब्जे के बाद पूर्वी यूक्रेन में सक्रिय अलगाववादियों का ब्लादमिर पुतिन सरकार ने समर्थन किया। अलगाववादियों और यूक्रेन सरकार के बीच गृह युद्ध जारी है। पुतिन पर इन अलगाववादियों की मदद करने का आरोप है। दरअसल, यूक्रेन के इस हिस्से में अधिकतर जनसंख्या रूसी मूल की है। यही वजह है कि रूस को यहां के लोगों का भी समर्थन मिल जाता है।
अमेरिका की तैयारी
रूस में यूक्रेन के हस्तक्षेप को लेकर पहले ही पश्चिमी दुनिया उसके खिलाफ कई कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा चुकी है। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका रूस को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दे चुका है। अमेरिका ने युद्ध के बढ़ते खतरे को देखते हुए अपने 8500 सैनिकों को तैनाती के लिए अलर्ट पर रखा है। इसके अलावा ब्रिटेन, फ्रांस और कनाडा समेत अन्य पश्चिमी देश भी यूक्रेन की मदद के लिए आगे आए हैं।
रूस ने अमेरिका पर लगाया माहौल खराब करने का आरोप
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका पर उकसाने का आरोप लगाते हुए क्षेत्र में तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया है। पुतिन ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि रूस उकसावे में आकर यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ दे। इस तरह वो रूस पर और आर्थिक प्रतिबंधों को लगाने के लिए बहाने खोज रहा है।
गौरतलब है कि यूक्रेन ने अमेरिका की अगुवाई वाली नाटो गठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई थी। यूक्रेन के इस इच्छा पर पुतिन भड़क गए और उन्होंने यूक्रेन को चेतावनी देते हुए कहा कि वो नाटो में न शामिल हो अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। रूस ने अमेरिका से भी यूक्रेन को नाटों में न शामिल करने की मांग की है। दरअसल रूस नहीं चाहता कि उसकी सीमा पर नाटो गठबंधन के सैनिक पहुंचे।