World No Tobacco Day 2022: विश्व तंबाकू निषेध दिवस आज, जानें इतिहास और थीम, लखनऊ में निकली जागरूकता रैली

World No Tobacco Day 2022: हर साल 31 मई को पूरे विश्व में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की मुख्य वजह तंबाकू के खतरे के बारे में समाज को जागरूक करना है।

Prashant Dixit
Published on: 31 May 2022 3:23 AM GMT (Updated on: 31 May 2022 3:50 AM GMT)
World No Tobacco Day 2022
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World No Tobacco Day 2022 (image credit social media)

World No Tobacco Day 2022: हर साल 31 मई को पूरे विश्व में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की मुख्य वजह तंबाकू के खतरे के बारे में समाज को जागरूक करना है। तंबाकू का इस्तेमाल स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंचाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर साल लगभग 80 लाख लोगों की मौत तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों से ही होती है। तंबाकू के सेवन से हृदय रोग, स्ट्रोक, कैंसर और डायबिटीज जैसी बीमारी भी होती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 2022 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day 2022) की थीम "पर्यावरण के लिए खतरनाक है तंबाकू" रखा गया है। आज इस लेख में जानेंगे आज के दिन का इतिहास और उसका महत्व क्या है।

विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर लखनऊ में जागरूकता रैली 

विश्व तंबाकू निषेध दिवस: राजधानी लखनऊ जियामऊ स्थित लखनऊ कैंसर इंस्टीट्यूट की ओर से विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर शिरकत करने पहुँचे। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और मंत्री कौशल किशोर ने इस मौक़े पर आयोजित एक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि नशा ऐसी कुरीति है जिसने बहुत सारे घर बर्बाद किये हैं। अगर समय रहते नशे के चलन को नहीं रोका गया तो ये इंसान को खोखला कर देगा। उन्होंने कहा कि नशे को रोकने के लिए हम सबको प्रतिबद्ध होना चाहिए। ये रैली कैन्सर अस्पताल से निकलकर गोमतीनगर 1090 चौराहा होते हुए वापस मुख्यमंत्री आवास चौराहा होते हुए वापस कैन्सर अस्पताल पहुँची।

विश्व तंबाकू निषेध दिवस का इतिहास

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तंबाकू संकट और महामारी से होने वाली बीमारियों व मौतों के बढ़ते मामलों को देखते हुए साल 1987 में अपना पहला विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया था। 1987 में विश्व स्वास्थ्य सभा ने संकल्प WHA40.38 पारित किया, जिसमें 7 अप्रैल को विश्व धूम्रपान निषेध दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा गया था। इसके बाद 1988 में संकल्प WHA42.19 पारित किया गया। जिसमें 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में जारी किया गया। तब से अब तक इस दिन दुनिया भर के सभी देश में तंबाकू और इसके सेवन के घातक परिणामों के प्रति लोगों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

इस तंबाकू निषेध दिवस की थीम

हर साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस कोई थीम के साथ ही मनाया जाता है। इस साल की थीम पर्यावरण की रक्षा करें है। पिछले वर्ष विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम कमिट टू क्विट रखी गई थी। हर वर्ष इस दिन को मनाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। ये कार्यक्रम इस विशेष थीम आधारित ही होते हैं। इस दौरान तंबाकू के सेवन से होने वाले नुकसान और आदत को छोड़ने के लिए तमाम तरह की जानकारी भी लोगों में प्रसारित की जाती हैं।

इसलिए मनाया जाता यह दिन

इस दिन को मनाने के पीछे का मकसद लोगों और समाज को तंबाकू के सेवन से होने वाले नुकासान के बारे में बताना है। तंबाकू के सेवन करने से कैंसर जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को सामना करना पड़ता है। हर साल लाखों की संख्या में लोगों की मौत इस के सेवन के कारण होती हैं। लोगों को इसके नुकसान के बारे में बताते हुए तंबाकू छोड़ने के लिए प्रेरित किया जाता है। देश की सरकार भी इसके लिए तरह - तरह के कार्यक्रम आयोजित करवाती रहती है।

Prashant Dixit

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