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Human Lifespan: आप जिंदा रह सकते इतने सालों तक, वैज्ञानिकों ने सुलझाया रहस्य

Human Lifespan: जिंदगी जीने के सालों के बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि इंसान 150 साल से अधिक समय तक जिंदा नहीं रह सकते।

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Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 5 Jun 2021 11:23 AM GMT
The maximum number of years humans can live in their lifetime, scientists have found the answer to this riddle
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इंसान की जिंदगी(फोटो-सोशल मीडिया)

Human Lifespan: सामान्यत् इंसान के जीने की औसत आयु कितनी है। इसको लेकर काफी मतभेद हैं। लेकिन अलग-अलग देशों ने अपने हिसाब से सब कुछ निर्धारित किया है। तो क्या आप ये बात जानते हैं कि एक इंसान ज्यादा से ज्यादा कितने साल तक जिंदगी जी सकता है? इस सवाल का जवाब भी अब सामने आ गया है।

ऐसे में जिंदगी जीने के सालों के बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि इंसान 150 साल से अधिक समय तक जिंदा नहीं रह सकते। इस बारे में इन वैज्ञानिकों ने अधिकतम जीवनकाल के बारे में जानकारी देने वाले एक ऐप को भी बनाया है।

कितने साल की जिंदगी

जिंदगी जीने के इस अध्ययन में अमेरिका और ब्रिटेन के हजारों वॉलंटीयर्स ने हिस्सा लिया। जिसमें बायोलॉजी और बायोफिजिक्स के विशेषज्ञों ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सिस्टम में बड़ी मात्रा में डीएनए और चिकित्सा डाटा एकत्रित किया है।

जिससे इन्होंने एआई-ड्राइवन आईफोन ऐप बनाया है। इस ऐप में बस यूजर को कुछ सामान्य सी जानकारियां देनी होती है। जिसके बाद ये ऐप बायोलॉजिकल उम्र और अधिकतम जीवनकाल का सटीक अनुमान लगाया जा सकता है।

साथ ही इस अध्ययन में ये भी पता चला है कि ऐसे दो कारक हैं, जो इंसान के जीवन जीने के समय का निर्धारण करते हैं। जिनमें पहला कारक जीवनशैली है और दूसरा है शरीर किस तरह प्रतिक्रिया देता है।

मतलब कि कैसे रिस्पॉन्ड करता है। ऐसे में आमतौर पर दिखने में किसी इंसान की उम्र कितनी लगती है, जिस पर उसके तनाव लेने, जीवनशैली और बीमारियों का प्रभाव पड़ता है। जबकि दूसरी जरूरी बात है कि पहले कारकों से सामान्य स्थिति में आने के लिए शरीर किस तरह प्रतिक्रिया देता है।

इंसान के स्वस्थ्य की बीमारियों पर निर्भर

कई तर्कों पर अध्ययन करने के बाद वैज्ञानिकों की टीम इस निष्कर्ष पर पहुंची कि किसी भी इंसान के जीवित रहने की संभावना 150 साल होती है। इस बारे में टीम ने ये खोज ब्लड सैंपल के माध्यम से की है।

बता दें, सिंगापुर स्थित बायोटेक कंपनी और न्यूयॉर्क के रोजवेल पार्क कॉम्प्रेहेन्सिव कैंसर सेंटर की टीम ने इसका विश्लेषण किया। जिस पर रिसर्चर DOSI (डायनामिक ऑर्गेनिज्म स्टेट इंडिकेटर) नाम के उपकरण का इस्तेमाल करते हैं। इसमें आयु, बीमारी, जीवनशैली जैसे कारकों पर ध्यान दिया जाता है। साथ ही ये भी पता चलता है कि शरीर कितना लचीला है और चोट या बीमारी से उबरने की उसकी क्षमता कितनी है। इसे कितना समय लगेगा।

ऐसे में वैज्ञानिकों ने अध्ययन में पाया कि बेशक इंसान चाहे कितना भी स्वस्थ हो या उसे कोई बड़ी बीमारी ना हो, फिर भी मानव शरीर का लचीलापन 120 या 150 साल तक ही बना रह सकता है। बता दें, ये अध्ययन जरनल नेचर कम्युनिकेशन में प्रकाशित किया गया है।

अभी के हिसाब से अमेरिका में औसतन जीने की उम्र 78 साल है और ब्रिटेन में 80 साल है। इन सब में औसत उम्र बढ़ाने में पोषक तत्व, साफ पानी, बेहतर साफ सफाई और मेडिकल साइंस की प्रगति जैसे कारक काफी महत्ता रखते हैं।

वहीं विशेषज्ञों को ये भी उम्मीद है कि भविष्य में जेनेटिक मैनिपुलेशन, कैलोरी पर प्रतिबंध और दवाओं के कारण जीवन जीने की उम्र बढ़ सकती है। इसे सिर्फ एक सामान्य रिसर्च के तौर पर बनाया गया है।

Vidushi Mishra

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