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योग से हिंदुत्व का प्रचार: स्कूलों में फिर प्रतिबंध, धर्म बना मुद्दा

अमेरिका के अलबामा में प्राइवेट स्कूलों में दशकों से योग पर लगा प्रतिबंध अभी जारी रहेगा। बुधवार को अलबामा सीनेट...

Vidushi Mishra
Published on: 2 April 2021 7:26 PM IST
योग से हिंदुत्व का प्रचार: स्कूलों में फिर प्रतिबंध, धर्म बना मुद्दा
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फोटो-सोशल मीडियाyoga

नई दिल्ली।अमेरिका के अलबामा में योग को लेकर खबर आ रही है। यहां प्राइवेट स्कूलों में दशकों से योग पर लगा प्रतिबंध अभी जारी रहेगा। बुधवार को अलबामा सीनेट ज्यूडिशरी कमेटी ने सार्वजनिक सुनवाई के बाद योग पर प्रतिबंध को हटाने से जुड़े एक बिल को इजाजत नहीं मिल पाई है। ऐसे में दो कंजर्वेटिव समूहों ने स्कूलों में भारत के लोकप्रिय योग को लेकर आपत्ति जाहिर की थी।तभी इन गुटों की दलील थी कि उन्हें डर है कि इससे हिंदुत्व या ध्यान लगाने की इन पद्धतियों का प्रचार हो सकता है। वहीं हिंदुत्व के चलते धर्म परिवर्तन हो सकता है। जबकि वहीं बिल का समर्थन कर रहे अलबामा के एक सीनेट ने कहा कि बिल व्यायाम से जुड़ा है किसी धर्म से नहीं।

योग करने से आप हिंदू बन जाएंगे

इस बारे में सीनेट में जहां एक तरफ योग को लेकर विरोध देखने को मिला, तो वहीं इसके समर्थन में भी आवाज उठी। ऐसे में ओपेलिका के डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि जेरेमी ग्रे ने कहा कि यह धारणा कि योग करने से आप हिंदू बन जाएंगे, मैं बीते 10 साल से योग कर रहा हूं और अब भी गिरजाघर जाता हूं और ईसाई हूं।

सूत्रों से सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, बिल को पर्याप्त मत नहीं मिल पाए लेकिन समिति के अध्यक्ष ने कहा कि वह एक बार फिर इसे पेश करेंगे, जब और अधिक सदस्य मौजूद होंगे। अलबामा बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने 1993 में प्राइवेट स्कूलों में योग, सम्मोहन करने और ध्यान लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया था।

बीते साल मार्च में डेमोक्रेटिक पार्टी के जेरेमी ग्रे योग बिल को लेकर आए थे। तभी उस दौरान अलबामा के प्रतिनिधि सभा ने "योग बिल" पारित करने के समर्थन में 84 और विरोध में 17 वोट पड़े थे। हालाकिं बिल को मंजूरी देने के लिए प्रतिनिधि सभा के सामने भेज दिया गया, जहां से इसे इजाजत नहीं मिल पाई।

योग बिल का विरोध

हालांकि, अमेरिका के अलबामा सीनेट ज्यूडिशरी कमेटी ने बुधवार को ईसाई कंजर्वेटिव प्रतिनिधियों के विरोध के बाद बिल को रोक दिया। जिसमें अलबामा के चीफ जस्टिस रॉय मूर के फाउंडेशन फॉर मोरल लॉ के प्रतिनिधि शामिल थे। सामने आई की रिपोर्ट के अनुसार, उनका दावा किया था कि योग पब्लिक स्कूलों में हिंदू धर्म के अनुयायियों को बढ़ाएगा।

वहीं इस बिल का विरोध करते हुए रूढ़िवादी कार्यकर्ता बेकी गेरिट्सन ने कहा कि योग हिंदू धर्म का एक बहुत बड़ा हिस्सा है। अलबामा में धार्मिक गुटों ने योग बिल का विरोध किया और कहा कि स्कूलों में हिंदू धर्म को पेश करने जैसा है।



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