Aligarh News: मुख्यमंत्री की जनसभा से उम्मीदवारों का बढ़ा कॉफिडेंस, शहर में रहा जश्न जैसा माहौल
Aligarh News:सीएम योगी आदित्यनाथ जनपद दौरे पर आए और यहां के उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। इससे जहां भाजपा उम्मीदवारों का मनोबल बढ़ा नजर आया, वहीं पूरे शहर में केसरिया झंडों के बीच भाजपा कार्यकर्ताओं में जश्न जैसा माहौल रहा।
Aligarh News: नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण को लेकर धुंआधार चुनाव प्रचार हो रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ जनपद दौरे पर आए और यहां के उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। इससे जहां भाजपा उम्मीदवारों का मनोबल बढ़ा नजर आया, वहीं पूरे शहर में केसरिया झंडों के बीच भाजपा कार्यकर्ताओं में जश्न जैसा माहौल रहा। जनसभा के मैदान में मुख्यमंत्री को देखने-सुनने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी।
सरकार की उपलब्धियों को बनाया निकाय चुनाव का प्रमुख मुद्दा
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 11 तारीख को होना है। अलीगढ़ से भाजपा के मेयर उम्मीदवार प्रशांत सिंहल चुनावी मैदान में जोरआजमाइश कर रहे हैं। उन्हें खुद के कामों से ज्यादा भाजपा सरकार की उपलब्धियों का भरोसा है। सीएम ने अपने संबोधन के दौरान सरकार का विजन क्लीयर करके इसे और ज्यादा पुख्ता कर दिया। चुनावी जनसभा में हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे। सीएम योगी आदित्यनाथ अपने तय समय से 15 मिनट की देरी से चुनावी जनसभा में पहुंचे। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के विकास के साथ-साथ सरकार द्वारा अलीगढ़ में कराए गए विकास कार्यों का हवाला दिया। कहा कि हमारी सरकार जनता के हित में हर संभव कार्य करती है।
सीएम ने कोरोना काल की याद दिलाते हुए कहा कि कोविड की भयानक बीमारी में भी हमारी सरकार ने लगातार गरीब लोगों को फ्री में राशन दिया। जो महिलाएं लकड़ी के धुएं में खाना पकाती थीं, उनके लिए उज्जवला योजना के तहत गैस सिलेंडरों की व्यवस्था की गई। पहले अलीगढ़ ताले और तालीम के नाम से जाना जाता था। अब अलीगढ़ पूरे विश्व में अलग-अलग तरीके से पहचान बना चुका है। जब से हमारी सरकार उत्तर प्रदेश में आई है, अलीगढ़ का विकास बहुत ही तीव्र गति से चला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने विश्वविद्यालय की सौगात शहरवासियों को दी। एयरपोर्ट, डिफेंस कॉरिडोर और ग्लोबल समिट के तहत शहर के कारोबारियों को बढ़ने का मौका दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा, बसपा ने तुष्टिकरण की राजनीति की। जबकि भाजपा सरकार सशक्तिकरण पर काम करती है।