असम चुनाव: दूसरे चरण में कड़ा मुकाबला, 39 सीटों पर है टक्कर

एडीआर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरे चरण में खड़े 345 प्रत्याशियों में से 37 यानी 11 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले हैं।

Update: 2021-03-31 12:08 GMT

पहचान पत्र में


नीलमणि लाल

गुवाहाटी। असम में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में कल यानी पहली अप्रैल को 13 जिलों की 39 सीटों पर वोटिंग होगी। इन 39 सीटों पर 345 उम्मीदवार खड़े हैं। दूसरे चरण के मतदान में बराक घाटी में 15 सीटें हैं। साल 2016 के चुनाव में भाजपा ने 39 में से 22 सीटें जीती थीं।

असम चुनाव के दूसरे चरण का मतदान

पर्यवेक्षकों का अनुमान है कि सीएए और एनआरसी जैसे मुद्दों पर निर्णायक फ़ैसले करने की वजह से कांग्रेस इस चरण के मतदान में बढ़त हासिल कर सकती है। बराक वैली के अलावा तीन पर्वतीय जिलों - पूर्वी कारबी आंगलोंग, पश्चिम कारबी आंगलोंग और दिमा हसो, मध्य असम के होजाई और मोरीगांव जिले और लोअर असम के कुछ हिस्से दूसरे चरण में शामिल हैं। ये इलाके आदिवासी और मुस्लिम बहुतायत वाले हैं। दूसरे और तीसरे चरण में कांग्रेस पूरी तरह मुस्लिम मतदाताओं पर फोकस कर रही है। पार्टी की कोशिश है कि गठबंधन पार्टियों को पूरा वोट एक-दूसरे को स्थानांतरित हो, ताकि ज्यादा से ज्यादा सीट जीत सके। दूसरे और तीसरे चरण में जिन सीट पर चुनाव होना है, उनमें से ज्यादातर पर हार-जीत का फैसला मुस्लिम मतदाता करते हैं। निचले असम में मुस्लिम मतदाताओं के बीच वोट का विभाजन रोकने के लिए कांग्रेस ने एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन किया है। क्योंकि, पिछले चुनाव में बिखराव की वजह से करीब दो दर्जन सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी।

मैदान में इन प्रत्याशियों में टक्कर

दूसरे चरण में भाजपा ने वर्तमान मंत्रियों परीमल सुकलावैद्य को ढोलाई, भावेश करलिता को रंगिया, पिजुष हजारिका को जागीरोड और विधानसभा उपाध्यक्ष अमिनुल हक लस्कर को सोनाई से मैदान में उतारा है।इनके अलावा दिगंत कालिता कमलापुर से, रमाकांत देवरी मोरीगांव से, जीतु गोस्वामी ब्रह्मपुर से, मिहिर कांती शोम उधारबोंड से, गौतम रॉय काटीगोड़ा से, नंदिता गारसोला हाफलांग से और जयंत मल्ला बरुआ नलबाड़ी से चुनाव लड़ रहे हैं। एजेपी के अजीज अहमद खान करीमजंग दक्षिण से चुनाव लड़ रहे हैं तो भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद पार्टी का साथ छोड़ने वाले विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष दिलीप कुमार पॉल सिलचर से निर्दलीय हैं।

37 उम्मीदवार दागी

एडीआर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरे चरण में खड़े 345 प्रत्याशियों में से 37 यानी 11 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले हैं। इनमें नौ फीसदी यानी 30 उम्मीदवारों ने हलफनामे में कबूला है कि उनपर गंभीर आपराधिक मामले हैं। इन दागी उम्मीदवारों में भाजपा उम्मीदवारों की संख्या सबसे ज्यादा 11 है। वहीं, कांग्रेस के 28 में से पांच, एआईयूडीएफ के सात में पांच, एजेपी के 19 में से तीन उम्मीदवार दागी हैं। कुल 73 उम्मीदवार करोड़पति हैं। दूसरे चरण के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.19 करोड़ रुपये है। इनमें भाजपा के 19, कांग्रेस के 18, एजेपी के 6 उम्मीदवार करोड़पति हैं। दूसरे चरण के 345 उम्मीदवारों में महिलाओं की संख्या सिर्फ 26 है। यानी 8 फीसदी।


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