Child marriage in Assam: बाल विवाह के खिलाफ असम में मुहिम तेज, 1800 लोग हुए अरेस्ट, सीएम सरमा ने दी जानकारी
Child marriage in Assam: मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के दखल के कारण मुहिम काफी तेज चल रही है। अब तक 1800 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। असम सीएम ने इसकी जानकारी खुद ट्वीट करके दी
Child marriage in Assam: बीजेपी शासित उत्तर-पूर्वी राज्य असम में बाल विवाह के खिलाफ कठोर अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के दखल के कारण मुहिम काफी तेज चल रही है। अब तक 1800 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। असम सीएम ने इसकी जानकारी खुद ट्वीट करके दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, बाल विवाह निषेध अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ वर्तमान में राज्य व्यापी गिरफ्तारी चल रही है। अब तक 1800+ की गिरफ्तारी हो चुकी है। मैंनें असम पुलिस से इस मामले में जीरो टॉलरेंस की भावना के साथ कार्य करने को कहा है।
देखें ये ट्वीट
इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर बताया था कि राज्य में बाल विवाह के 4004 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। शीघ्र ही इन पर कार्रवाई शुरू होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर ऐसी शादी में संतान पैदा हुआ होगा तो शादी करने वाले पुरूष पर पॉस्को एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। असम पुलिस ने 4004 मामलों में से 370 धरबी में, 255 होजई, 235 केस उदालगुड़ी, 224 केस मोरीगांव में दर्ज किए हैं।
बता दें कि असम कैबिनेट ने 14 साल से कम उम्र की लड़कियों से शादी करने वाले पुरूषों पर पॉस्को एक्ट के तहत केस दर्ज करने का फैसला किया है। 14 से 18 साल की उम्र की लड़कियों से शादी करने वालों पर बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 के तहत मुकदमा चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री सरमा का कहना है कि यह राज्य में मातृ और शिशु दर के उच्च होने का मुख्य कारण है इसलिए इस पर भी सख्ती बरती जा रही है।
सीएम ने बताया महिलाओं को बनना चाहिए मां
बीजेपी के तेजतर्रार मुख्यमंत्रियों में गिने जाने वाले असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा का पिछले दिनों गुवाहटी दिया गया एक बयान काफी सुर्खियों में रहा था। एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने बताया कि युवतियों को कब गर्भधारण करना चाहिए। सरमा ने कहा कि मां बनने की सही उम्र 22 से 30 साल के बीच है। इसके लिए महिलाओं को ज्यादा इंतजार नहीं करना चाहिए। यदि वो 30 के बाद बच्चे को जन्म देती हैं तो कई सारे मेडिकल कॉम्प्लीकेशंस होते हैं।