Assam Floods: असम में प्रलय बनी बाढ़, सामने आई तबाही की तस्वीरें, देखें कैसे सब खत्म हो गया

Assam Floods: असम सरकार के मुताबिक, राज्य के 26 जिलों के चार लाख लोग प्रकृति के इस आपदा से प्रभावित हुए हैं। 1089 गांव बाढ़ में घिर चुके हैं।

Published By :  Shreya
Update:2022-05-18 21:28 IST

असम में बाढ़ (फोटो साभार- ट्विटर)

सड़क पुल और नहरों को भारी नुकसान, ट्रेनें भी रद्द

इस भीषण बाढ़ ने राज्य के इंफ्रास्ट्रकचर को काफी नुकसान पहुंचाया है। रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के होजाई, लखीमपुर और नौगांव जिले में सड़कों, पुलों और नहरों को काफी नुकसान पहुंचा है। बराक वैली से रेल और रोड संपर्क को भारी नुकसान पहुंचा है। 76 किलोमीटर के स्ट्रेच में 26 जगहों पर पटरियां और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। भारी बारिश के कारण 17 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

Assam Floods: प्रत्येक साल बाढ़ की विभिषिका झेलने के लिए अभिशप्त असम (Assam) में इस वर्ष भी बाढ़ ने भयानक तबाही मचाई है। चारों तरफ केवल पानी ही पानी नजर आ रहा है। गांव-कस्बे, खेत-खलियान सभी जलमग्न हो चुके हैं। असम सरकार के मुताबिक, राज्य के 26 जिलों के चार लाख लोग प्रकृति के इस आपदा से प्रभावित हुए हैं। 1089 गांव बाढ़ में घिर चुके हैं। गांवों में बड़े पैमाने पर लैंड स्लाइड की भी खबर है। अब तक 8 लोगों की मौत बाढ़ के चलते हो चुकी है, जबकि पांच लोग लापता हैं।

बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी

राज्य में आई विनाशकारी बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए युद्धस्तर पर बचाव एवं राहत कार्य शुरू कर दिया है। प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए सेना और अद्धसैनिक बलों को लगाया गया है। इसके अतिरिक्त एनडीआरएफ दमकल और इमरजेंसी सेवाओं के सैकड़ों कर्मचारी भी दिन रात राहत कार्य में जुटे हुए हैं। साथ ही जानवारों की सुरक्षा के लिए 40 हाईलैंड्स बनाए गए हैं, जहां सभी जानवरों को लाया गया है।

सड़क पुल और नहरों को भारी नुकसान, ट्रेनें भी रद्द

इस भीषण बाढ़ ने राज्य के इंफ्रास्ट्रकचर को काफी नुकसान पहुंचाया है। रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के होजाई, लखीमपुर और नौगांव जिले में सड़कों, पुलों और नहरों को काफी नुकसान पहुंचा है। बराक वैली से रेल और रोड संपर्क को भारी नुकसान पहुंचा है। 76 किलोमीटर के स्ट्रेच में 26 जगहों पर पटरियां और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। भारी बारिश के कारण 17 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

मूसलाधार बारिश और तूफान के कारण कई ट्रेनें बीच रास्ते में ही अटक गईं। जिसके बाद यात्रियों को निकालने के लिए वायुसेना की मदद लेनी पड़ी है। सेना को भी राहत और बचाव कार्य में लगाया गया है।

कछार में सबसे अधिक तबाही

असम के कछार जिले में बारिश और बाढ़ ने सबसे अधिक तबाही मचाई है। रिपोर्ट के मुताबिक, जिले के 138 गांवों में 96 हजार से अधिक लोग बाढ़ और बारिश से प्रभावित हुए हैं। सेना और असम रायफल्स के जवानों ने जिले के विभिन्न हिस्सों में राहत एवं बचाव कार्य को अंजाम दिया।

रेस्क्यू ऑपरेशन में बुजुर्गों, बच्चों औऱ महिलाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। केंद्र सरकार लगातार असम पर नजर बनाए हुए है। केंद्र ने राज्य सरकार को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया है।

कई गांवों में भूस्खलन की भी घटना हुई है। भूस्खलन की वजह से जतिंगा-हरंगाजाओ और माहूर-फिडिंग में रेलवे लाइन बाधित हो गई।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक, बाढ़ से राज्य के 1089 गांव प्रभावित हुए हैं। 32944.52 हेक्टेयर फसल भूमि जलमग्न हो चुकी है।

जोरहाट जिले में ब्रह्मपुत्र दी का जलस्तर खतरे के निशाने से ऊपर बह रहा है। वहीं कोपली नदी का पानी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है।

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