असम में गिरे 500 घर: टूटते रहे आशियाने और चीखते-चिल्लाते रहे लोग, हाथियों से ऐसे करवाया गया ये काम
Assam Illegal Constructions : असम सरकार ने लुमडिंग रिजर्व फॉरेस्ट (Lumding reserve forest) में अवैध तरीके से घर बसाने वालों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया है।
Assam Illegal Constructions : असम में अवैध कब्जा करने वालों पर राज्य सरकार ने सख्त रूख अपनाया है। सरकार ने लुमडिंग रिजर्व फॉरेस्ट (Lumding reserve forest) में अवैध तरीके से घर बसाने वालों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया है। इस अभियान के लिए ये कार्रवाई गुवाहाटी उच्च न्यायालय के निर्देशों के आने के बाद ही की जा रही है।
अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ एक्शन लेते समय कोई तनावपूर्ण हालात ना बने, इसके लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), असम पुलिस समेत करीब 1000 सुरक्षा कर्मियों की तैनाती निर्धारित की गई है। यहां करीबन एक दिन के अंदर 500 से ज्यादा अवैध निर्माणों को तोड़ दिया गया है। जिसका भारी विरोध-प्रदर्शन भी किया गया।
555 अवैध निर्माण ध्वस्त
ऐसे में होजई जिला प्रशासन ने आरक्षित वन भूमि के भीतर अवैध निर्माण (Assam Illegal Constructions) को पूरी तरह से ध्वस्त करने के लिए हाथियों, बुलडोजर का उपयोग किया जा रहा है। इस बारे में प्रशासन का कहना है कि अधिकांश अतिक्रमणकारी अपने घरों से निकल चुके हैं। सोमवार को 555 अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए। मंगलवार को अभियान जारी रहेगा।
बता दें, इससे पहले भी असम सरकार ने दरांग जिले के धौलपुर गोरुखुटी इलाके में अवैध भूमि कब्जा हटाने के लिए बड़ा अभियान चलाया था। जिसमें पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच भीषण झड़प भी हुई।
अवैध कब्जे (Assam Illegal Constructions) से भूमि को मुक्त कराने के लिए दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई, जबकि 9 पुलिसवाले गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सामने आई रिपोर्ट में बताया गया कि होजई जिले में लुमडिंग रिजर्व फॉरेस्ट 22,403 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। इस इलाके में 1,410 हेक्टेयर की जमीन पर लोगों का कब्जा है।
इस बारे में राज्य मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि सोमवार को करीब 1500 परिवारों को लुमडिंग रिजर्व फॉरेस्ट से हटाया गया है। बता दें, अवैध कब्जा हटाने का ये पहला दिन था। जिसमें पांच सौ से ज्यादा अवैध निर्माणों (Assam Illegal Constructions) को ध्वस्त किया गया। इस दौरान आशियानों में रह रहे परिवार चीखते-चिल्लाते रह गए। प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन भी जारी रहा। वहीं दो प्रदर्शनकारियों की मौत भी हो गई।