CM हिमंत बिस्वा सरमा की मुसलमानों से अपील, जनसंख्या नियंत्रण के लिए करें फैमिली प्लानिंग
असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा ने अल्पसंख्यक मुस्लमानों से जनसंख्या नियंत्रण के लिए एक उचित परिवार नियोजन नीति अपनाने की अपील की है।
CM Himanta Biswa Sarma: असम में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव (Assam Assembly Elections 2021) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जीत के बाद डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) की मुख्यमंत्री के रूप में ताजपोशी की गई थी। उन्होंने असम में बतौर मुख्यमंत्री अपना पहला महीना पूरा भी कर लिया है। सीएम पद का कार्यभार संभालने के बाद असम की जनता को अपने मुख्यमंत्री और सरमा को अपनी जनता से कुछ उम्मीदें हैं।
इस बीच मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा (CM Himanta Biswa Sarma) ने आज यानी गुरुवार को राज्य के अल्पसंख्यक मुस्लमानों से अपील की कि वे जनसंख्या नियंत्रण के लिए एक उचित परिवार नियोजन नीति अपनाएं। मुख्यमंत्री ने गरीबी कम करने के उद्देश्य और जनसंख्या पर काबू पाने के लिए अल्पसंख्यक समुदाय से यह अनुरोध किया है।
जनसंख्या हर सामाजिक संकट की मूल जड़
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार के 30 दिन पूरे होने के मौके पर कहा कि जनसंख्या हर सामाजिक संकट की मूल जड़ है। अगर हम जनसंख्या को काबू कर लेते हैं तो सामाजिक बुराई अपने आप ही कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि गरीबी की वजह जनसंख्या में अनियंत्रित वृद्धि ही है। ऐसे में समुदाय में गरीबी कम करने में मदद करने के लिए सभी पक्षकारों को आगे आना चाहिए और सरकार का समर्थन करना चाहिए।
सरकारी नौकरियों की तरह जल्द होगी प्रभावी
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि जनसंख्या नीति पहले से ही है और यह सरकारी नौकरियों की तरह जल्द ही प्रभावी होगी। उन्होंने आगे कहा कि जनसंख्या गरीबी, भूमि अतिक्रमण जैसे सामाजिक खतरे की मुख्य जड़ है और अगर हम जनसंख्या पर नियंत्रण कर लें तो हम इस सामाजिक खतरे को कम कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को जनसंख्या वृद्धि के मुद्दे से निपटने के लिए अल्पसंख्यक समुदाय की मदद की आवश्यकता है। जनसंख्या वृद्धि गरीबी, निरक्षरता और उचित परिवार नियोजन की कमी की मुख्य वजह है। कि पंचायत चुनाव, सहकारी, नगरपालिका चुनाव में इसे पहले ही काफी हद तक लागू किया जा चुका है। हम इस पर काम कर रहे हैं।
महिलाओं को किया जाएगा शिक्षित
इसके अलावा सरमा ने कहा कि उनकी सरकार अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय की महिलाओं को शिक्षित करने की दिशा में काम करेगी, जिससे समस्या का प्रभावी ढंग से निपटारा किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने लोगों को यह आश्वासन भी दिया कि उनकी सरकार किसी को भी सत्र, नामघरों, पवित्र स्थानों, जंगल की जमीन पर कब्जा नहीं करने देगी।
बीते महीने संभाली मुख्यमंत्री की बागडोर
आपको बता दें कि हिमंत बिस्व सरमा ने हाल ही में असम के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर एक महीना पूरा कर लिया है। इससे पहले वह सोनोवाल की नेतृत्व वाली सरकार में शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्री थे।
भाजपा में आने से पहले वो कांग्रेस के नेता थे, लेकिन कांग्रेस में रहने के दौरान वो असम का मुख्यमंत्री बनने में सफल नहीं हो पाए। लेकिन बीजेपी में आने के बाद पार्टी अलाकमान ने उन पर भरोसा जताया और मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी ताजपोशी भी की।
असम में हिमंत बिस्वा सरमा को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने इसके साफ संकेत भी दे दिए हैं कि दूसरे राज्यों में यदि कोई पूर्व कांग्रेसी बीजेपी की सत्ता में वापसी कराता है तो पार्टी उसे मुख्यमंत्री पद से नवाज भी सकती है। इसके लिए भाजपा हाई कमान पार्टी कैडर के अपने सीटिंग सीएम को हटाने के निर्णय से गुरेज नहीं करेगी।
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