जो राज्य महफूज़ थे वहां तेजी से फैल रहा कोरोना, असम की हालत गंभीर
कोरोना का तांडव होने पर वो लोग अपने घरों को वापस चले गए जो काम करने या अन्य कारणों से दूसरे राज्यों में गए थे।
लखनऊ: भारत ( India) में कोरोना ( Corona) अब उन राज्यों में तेजी से फैल रहा है जो अब तक इस त्रासदी से बचे हुए थे। हिमाचल से लेकर आसम, मिज़ोरम और तेलंगाना तक अब यही हाल है। यानी अब कोई जगह अछूती नहीं है।
मिज़ोरम से अंडमान निकोबार तक वायरस फैलने की वजह लोगों का अनियंत्रित आवागमन बताया जा रहा है। बड़े शहरों में वायरस का तांडव होने पर वो लोग अपने घरों को वापस चले गए जो काम करने या अन्य कारणों से दूसरे राज्यों में गए थे। इन लोगों के साथ वायरस भी जगह जगह पहुंच गया। इसके अलावा हरिद्वार के कुम्भ में देश भर से लोग पहुंचे थे जो वापसी में अपने साथ वायरस ले गए। पांच राज्यों के चुनाव में भी अन्य राज्यों के कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी लगे थे और वो भी वायरस के करियर बन गए।
यहां तक पहुंच गया कोरोना वायरस
वैसे, कोई भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश कभी भी पूरी तरह कोरोना मुक्त नहीं हुआ था। पहली लहर के अंश मौजूद ही थे। ऐसे में दूसरी लहर वाले अत्यधिक संक्रामक वेरिएंट के पहुंचने पर प्रकोप फैल गया।
हार्वर्ड के प्रोफेसर एसवी सुब्रमण्यम का कहना है कि सरकार द्वारा कुम्भ जैसे धार्मिक आयोजनों और चुनावों में रैलियों की इजाजत दे कर अपने पैर में कुल्हाड़ी मार ली। इसके अलावा कोरोना को लेकर जो ढिलाई पूरे देश में बरती गई उसी का नतीजा सबके सामने है।
असम में जहां चुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री सोनोवाल लोगों से कह रहे थे कि असम में कोरोना नहीं है और मास्क उतार कर फेंक दें, वहीं अब नए मुख्यमंत्री बिस्व सरमा कह रहे हैं कि असम में स्थिति गंभीर है। राज्य में रोजाना 5 हजार के करीब केस आ रहे हैं। राज्य में स्टेडियम और दो विश्विद्यालयों को कोविड अस्पताल में कन्वर्ट कर दिया गया है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाकी देश की तुलना में असम में संक्रमण ज्यादा तेजी से फैल रहा है। असम के बाद सबसे बुरा हाल मिजोरम का है। मिजोरम सरकार ने कहा है कि स्थिति बहुत नाजुक है और अब नियंत्रण से बाहर होती जा रही है। यहां के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि कम्यूनिटी स्प्रेड बहुत गहरे धर कर गया है और सुदूर गांव भी सुरक्षित नहीं हैं।