Assam Flood: बाढ़ का प्रकोप झेल रहे असम में 25 की हुई मौत, रेल और सड़क सेवाएं बाधित, 7 लाख लोग प्रभावित
Assam Latest News : पूर्वोत्तर राज्य असम में बाढ़ (Assam Flood) की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। मौजूदा वक्त में राज्य के 22 जिलों के 1700 से अधिक गांव पूरी तरह बाढ़ में डूबे हुए हैं।
Flood In Assam : देश के कई राज्यों में इन दिनों भारी बारिश और आंधी तूफान का सिलसिला जारी है। जिसके कारण कई राज्यों में बाढ़ और लैंडस्लाइड (Landslide) जैसी घटनाओं से आम लोगों का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। मौजूदा वक्त में भारी बारिश के कारण सबसे ज्यादा विपदा पूर्वोत्तर का असम राज्य झेल रहा है। जहां बीते कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण राज्य के ज्यादातर जिलों में बाढ़ थी गंभीर संकट उत्पन्न हो गई है। राज्य के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक असम में बाढ़ (Assam Flood) से अब तक कुल 25 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 7 लाख से अधिक लोग बाढ़ से अभी भी प्रभावित हैं।
22 जिले बाढ़ से प्रभावित
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा वक्त में राज्य के 34 जिलों में से 22 जिले गंभीर रूप से बाढ़ से प्रभावित हैं। भारत का सबसे ज्यादा असर असम के नगांव में देखा जा रहा, जहां अब तक 3 लाख से अधिक लोगों की जिंदगियां बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। वहीं पूरे प्रदेश में मौजूदा वक्त में कुल 7 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। बीते 1 महीने से असम में लगातार मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है। जिसके कारण बाढ़ का दायरा राज्य में तेजी से बढ़ता जा रहा। पिछले हफ्ते तक असम में कुल 8 लोगों की मौत बाढ़ से हुई थी, मगर एक हफ्ते के भीतर ही यह संख्या बढ़कर 25 तक पहुंच गई है।
किसानों का हुआ भारी नुकसान
मूसलाधार बारिश के कारण असम में उत्पन्न बाढ़ की विकट स्थिति का सबसे ज्यादा प्रभाव किसानों पर पड़ा। एक ओर जहां उनके घर बार डूब गए, वहीं दूसरी ओर उनकी रोजी-रोटी का जरिया खेती भी बाढ़ में पूरी तरह बर्बाद हो गया। हर साल इस वक्त किसान खेतों में अपने धान की फसल को काटते हैं, मगर इस बार मूसलाधार बारिश होने के कारण किसानों का पूरा फसल बर्बाद हो गया। बाढ़ से सबसे ज्यादा ग्रस्त नगांव जिले के गांव में एक किसान ने कहा कि 'हमने अपनी फसल का ज्यादातर हिस्सा खो दिया है और जो बचा हुआ है उसको बचाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं ताकि पेट पालने भर का अपने परिवार के लिए कुछ बचा सकें।'
दो हजार के करीब गांव पूरी तरह जलमग्न
असम में बीते 1 महीने से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण राज्य के 22 जिले बुरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में अब तक कुल 17 से 9 गांव पूरी तरह बाढ़ से ग्रस्त हैं, वहीं गांव में इस कदर बाढ़ फैलने के कारण करीब 82 हजार से अधिक हेक्टेयर में हुई फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। अगर राज्य के सबसे प्रभावित जिलों को देखें तो नगांव के बाद असम का कछार जिला इस वक्त बाढ़ से सबसे ज्यादा क्षतिग्रस्त है। कछार जिले के 70 फ़ीसदी से अधिक गांव इस वक्त बुरी तरह बाढ़ के प्रकोप को झेल रहे हैं, वहीं इतने बड़े क्षेत्र में बाढ़ फैलने के कारण भूस्खलन जैसी घटनाओं में भी इजाफा देखने को मिला है। जिले के बहुत से इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, कई लोगों को अपने घरों को छोड़ कहीं दूर जाना पड़ा, तो बहुत से अपने घर के छत पर ही रहने को मजबूर हो गए हैं।
बाढ़ के कारण कई जिलों का संपर्क टूटा
असम में बाढ़ की विकट स्थिति उत्पन्न होने के कारण कई जिलों का दूसरे जिलों के साथ संपर्क टूट गया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक असम के पर्वती हिस्सों में स्थित जिलों का संपर्क सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। कई जगहों पर सड़कें बह गई हैं और कई पुराने और नए पुल पूरी तारा टूट चुके हैं। इसके अलावा बाढ़ के कारण रेल सेवाएं भी असम में लगभग पूरी तरह ठप पड़ गई हैं कई जगहों पर रेल की पटरी डूबने के कारण बहुत सी ट्रेनों को रद्द करना पड़ा, वहीं लैंडस्लाइड के कारण कई जगह ट्रेनें रास्ते में ही फंस गई जिसके बाद लोगों को रेस्क्यू करने के लिए वायु सेना को बुलाना पड़ा।
हाल ही में कछार जिले से गुजर रही सिलचर गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन को बाढ़ के कारण बीच सफर ही रुकना पड़ गया। जहां बाढ़ के बीच ट्रेन में फंसे यात्रियों को बचाने के लिए भारतीय वायुसेना ने एक बड़ा अभियान चलाया जिसमें करीब 150 लोगों को भारतीय वायुसेना ने आसपास के स्टेशनों पर रेस्क्यू कर पहुंचाया। वहीं अब बाढ़ कम होने की रफ्तार बहुत धीमी होने के कारण असम में जून महीने तक के लिए सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। मौजूदा वक्त में असम का संपर्क अपने पड़ोसी राज्यों मणिपुर मिजोरम त्रिपुरा से रेलवे और सड़क मार्ग दोनों ही तरह से बुरी तरह टूट चुका है।
उधर भीषण बाढ़ के कारण सड़क और रेल संपर्क पूरी तरह खत्म हो जाने के कारण असम में हवाई जहाज के किरायों में रिकॉर्ड स्तर की बढ़ोतरी देखी जा रही है। सिलचर से गुवाहाटी जैसी कम दूरी की यात्रा के लिए ही 30,000 से अधिक तक का हवाई किराया कंपनियां वसूल रही हैं। हाल ही में इसको लेकर सांसद राजदीप रॉय ने ट्वीट भी किया था उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि "भारी बारिश और भूस्खलन के कारण रेल तथा सड़क मार्ग पूर्ण तरह से बाधित होने के कारण सिलचर से गुवाहाटी तक का हवाई किराया 31,000 रुपये देखकर स्तब्ध हूं।" बता दें सिलचर से गुवाहाटी की दूरी मजह 300 किलोमीटर है और हवाई यात्रा के दौरान जाने में महज 30 मिनट का वक्त लगता है।