Assam Flood: असम में बाढ़ से मचा हाहाकार, 73 की मौत और 5 हजार से अधिक गांव जलमग्न, देखें तस्वीरें
Assam Flood Latest News : पूर्वोत्तर राज्य असम में बाढ़ (Assam Flood) की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। वर्तमान में राज्य के 32 जिलों के 5000 से अधिक गांव पूरी तरह बाढ़ में डूबे हुए हैं।
Assam Flood Latest News: कई राज्यों में इन दिनों भारी बारिश और आंधी तूफान का सिलसिला जारी रहने के कारण पूर्वोत्तर राज्य असम में बाढ़ (Flood In Assam) की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है जिसके कारण राज्य में हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान लैंडस्लाइड (Landslide) और बाढ़ के कारण असम में 11 लोगों की मौत हुई है। जिसके कारण राज्य में बाढ़ के कारण होने वाली मौतों का आंकड़ा 80 के पार जा चुका है।
बता दें मूसलाधार बारिश के कारण राज्य के ज्यादातर जिलों में बाढ़ थी गंभीर संकट उत्पन्न हो गई है। आपदा प्रबंधन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक वर्तमान में राज्य के 32 जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है जिनमें 5,424 गांवों के करीब 47 लाख लोगों की जीवन बाढ़ से प्रभावित हुई है।
32 जिले बाढ़ से प्रभावित
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 35 जिलों में से 32 जिले इस वक्त बाढ़ से गंभीर रूप से प्रभावित हैं। इन जिलों के 5,000 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ जाने के कारण अब तक 47 लाख 72 हजार से अधिक लोगों की जीवन प्रभावित हो चुकी है। बाढ़ में बेघर हुए लोगों के लिए असम सरकार ने करीब 1500 से अधिक राहत शिविरों को खोला है जिनमें 2.5 लाख के करीब बेघर लोगों ने शरण लिया है।
बता दें असम में बीते 2 महीने से मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है, जिसके कारण यहां हर रोज मौत के आंकड़ों में इजाफा देखा जा रहा है। रविवार को राज्य में भूस्खलन और बाढ़ के कारण 8 लोगों की मौत हुई थी जिसमें दो पुलिसकर्मी समेत एक सब-इंस्पेक्टर भी शामिल थे। वहीं, बीते दिन सोमवार को राज्य में बाढ़ और भूस्खलन के कारण 11 लोगों की मौत हुई है। इन मरने वालों में दो छोटे बच्चे भी शामिल हैं। इसके साथ ही राज्य में बाढ़ तथा भूस्खलन के कारण अब तक कुल 82 लोगों की मौत हो चुकी है।
बारपेटा जिले में बाढ़ ने मचाई तबाही
असम में बाढ़ के कारण इस वक्त यहां का बारपेटा जिला सबसे अधिक प्रभावित है। राज्य आपदा प्रबंधन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बारपेटा जिले के करीब 90 फ़ीसदी इलाके इस वक्त बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं जिसके कारण यहां रहने वाले करीब 13 लाख लोगों की जिंदगी प्रभावित हुई है। बारपेटा के अलावा असम के नगांव तथा दरांग जिले में भी बाढ़ में अपना भीषण प्रकोप दिखाया है।
अकेले दरांग जिले में ही करीब 4 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। वहीं, नगांव में भी 3.5 लाख से अधिक लोगों की ज़िंदगी प्रभावित हुई है। उधर कछार में लैंडस्लाइड के कारण लगातार मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। बीते दिन लैंडस्लाइड के मलबे में फंसने के कारण कछार में दो लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा शनिवार को भी कछार के पहाड़ी इलाके में लैंड स्लाइड के कारण 2 लोगों की मौत हुई थी।
असम के मुख्यमंत्री से पीएम मोदी ने की बात
असम में बाढ़ के कारण लगातार स्थितियां गंभीर होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व सरमा से फोन पर बात की। प्रधानमंत्री ने असम के मुख्यमंत्री को यह आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार इस आपदा के वक्त में असम के साथ मजबूती से खड़ा है और हर संभव सहायता करने के लिए तैयार हैं। बता दें बीते शनिवार को मुख्यमंत्री सरमा ने राहत शिविरों का दौरा किया था। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि एनडीआरएफ के साथ सेना भी बाढ़ में फंसे लोगों की मदद के लिए मुस्तैद हैं। सभी जवानों ने मिलकर बड़ी संख्या में लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाके से निकालकर सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया है इसकी ऑपरेशन के सिलसिला आगे भी जारी रखा जाएगा।
बाढ़ के कारण किसानों को हुआ बड़ा नुकसान
असम में ज्यादातर लोगों की रोजी-रोटी के लिए आय का स्रोत खेती है मगर मूसलाधार बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ की स्थिति ने किसानों के फसल को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। बता दे हर साल इस समय असम में किसान अपने खेतों में धान की फसल काटते हैं लेकिन इस बार मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने उनके फसल को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। बाढ़ ग्रस्त नगांव जिले के गांव में एक किसान ने कहा कि 'हमने अपनी फसल का ज्यादातर हिस्सा खो दिया है और जो बचा हुआ है उसको बचाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं ताकि पेट पालने भर का अपने परिवार के लिए कुछ बचा सकें।'
बाढ़ के कारण कई जिलों का संपर्क टूटा
लगातार दो महीने से हुई मूसलाधार बारिश के कारण असम में बाढ़ की विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है जिसके कारण राज्य के ज्यादातर जिलों का दूसरे जिलों के साथ संपर्क टूट गया है। सबसे ज्यादा पूरा प्रभाव असम के पर्वती हिस्सों में स्थित जिलों का हुआ है जहां निचले क्षेत्रों में पानी भर जाने के कारण यहां के लोगों को खाने का सामान भी ठीक से नहीं मिल पा रहा।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य के 20 से अधिक जिलों में कई प्रमुख सड़कें बह चुकी हैं कई पुराने पुल भी भह चुके हैं। वहीं रेल सेवाओं पर भी बाढ़ का बुरा प्रभाव देखने को मिला है निचले क्षेत्रों में स्थित कई स्टेशनों पर पानी भर गया है तो कई जगहों पर ट्रैक भी बह गए हैं।