त्रिपुरा असम में फिर हिंसक झड़प, पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़-आगजनी, कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से जख्मी

त्रिपुरा में तमाम जगहों पर बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ताओं और विपक्षी पार्टी माकपा के कार्यकर्तायों के मध्य हिंसक झड़प हो गई।

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Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-09-09 01:39 GMT

त्रिपुरा असम में फिर हिंसक झड़प (फोटो- ट्विटर)

अगरतला : त्रिपुरा में तमाम जगहों पर बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ताओं और विपक्षी पार्टी माकपा के कार्यकर्तायों के मध्य हिंसक झड़प हो गई। ये हिंसक झड़प त्रिपुरा के गोमती जिले के उदयपुर में उस समय हुई, जब माकपा की युवा शाखा डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया ने जुलूस निकाला। जिसके चलते कुछ कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर ताबड़तोड़ हमला किया, जिससे पार्टी के कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से जख्मी हो गए।

इस हिंसक झड़प के बारे में पुलिस ने बताया कि पास में ठहरे भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने जवाबी कार्रवाई करते हुए डीवाईएफआई के जुलूस पर हमला किया। दो से तीन लोग घायल हुए हैं लेकिन उनकी राजनीतिक संबद्धता का पता नहीं चल पाया है।

पार्टी कार्यालयों में तोड़फोड़ 

आगे पुलिस ने बताया कि उदयपुर के घायल भाजपा कार्यकर्ता को गंभीर हालत में अगरतला के जीबी पंत अस्पताल में स्थानांतरित किया गया। भीड़ को तितर-बितर करने व और उपद्रव रोकने के लिए पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी को तैनात करना पड़ा।

इस पर अधिकारियों ने कहा कि अज्ञात उपद्रवियों के एक समूह ने माकपा के उदयपुर पार्टी कार्यालय में भी तोड़फोड़ की, जबकि पूर्व वाम मोर्चा मंत्री रतन भौमिक के एक वाहन को आग लगा दी गई।

सूत्रों के मुताबिक, उदयपुर झड़प के बाद अगरतला, विशालगढ़ और कथलिया में माकपा के पार्टी कार्यालयों में भी उत्पात मचाते हुए तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई। ऐसे में दोनों राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच सोमवार को पहले दौर की हिंसा के बाद हिंसक झड़पें हुईं। वहीं त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार को धनपुर जाने से भी मना किया गया था। 

पार्टी कार्यकर्ताओं के मध्य झड़प के तुरंत बाद कृषि मंत्री प्रणजीत सिंह रॉय मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। इस बारे में बाद में मंत्री ने अपना बयान देते हुए कहा कि माकपा की युवा शाखा ने पुलिस से पूर्व अनुमति लिए बिना एक रैली निकाली थी।

हिंसा के बारे में बात करते हुए कृषि मंत्री प्रणजीत सिंह रॉय ने कहा कि सरकार हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। तभी केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने सोमवार की हिंसा के विरोध में सोनामुरा उपमंडल के धनपुर में एक विरोध मार्च का नेतृत्व किया। फिर शाम को, भाजपा सदर जिला इकाई ने राजधानी अगरतला में एक विरोध रैली भी की।

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