Gautam Adani Ki Kundli:गौतम अडानी के लिए अप्रैल के बाद कैसा रहेगा, क्या करेंगे जोरदार वापसी, जानिए ग्रह नक्षत्रों की चाल
Gautam Adani Ki Kundli: गौतम अडानी के बढ़ते कदम और बिजनेस में छूती ऊंचाई को देखकर हर कोई दंग था, फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि उनका अंपायर ढहने लगा, अर्स से फर्श तक आने में समय नही लगा, जानते है उनके भाग्य पर लगे ग्रहण का कारण
Gautam Adani Ki Kundli: देश के बिजनेस टायकून गौतम अडानी इन दिनों परेशानियो में घिरे है। अमीरों की सूची में अडानी का नंबर बहुत नीचे चला गया है। कहने का तात्पर्य कि उनके सितारे इन दिनों गर्दिश में हैं। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद न सिर्फ उनकी कंपनियों को झटका लगा है, बल्कि वे अमीरों की रैंकिंग से लुढ़ककर काफी नीचे पहुंच गए हैं। बिजनेस जगत में गौतम अडानी के तेजी से बढ़ते कदम अब ग्रहण लग गया है। आखिर ऐसा क्या हुआ कि बना बनाया अंपायर अब ढहने के कगार पर है। शनि की साढ़ेसाती के चलते उनके जिंदगी में आई हुई है ये सनसनी या फिर किसी दूसरे सितारे ने किया है । शेयर के लगातार गिरते भाव ने कारोबार जगत में हलचल मचा दी है। फिलहाल तो अडानी की अमीरों की लिस्ट में अब बहुत नीचे आ गएं है,जानते है...
गौतम अडानी की जन्म कुंडली
जानकारी के अनुसार गौतम अडानी का जन्म अहमदाबाद में 24 जून 1962 में हुआ था। गौतम अडानी का जन्म तुला लग्न में हुआ है और इनकी राशि कुंभ है। इनका जन्म नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद का अंतिम चरण है। वर्तमान में इनके ऊपर शुक्र की महादशा में शनि की अंतर्दशा चल रही है। तरफ पंचम भाव का बृहस्पति जो कि शतभिषा नक्षत्र में बैठा है उन्हें काफी ज्यादा दूरदृष्टि की क्षमता, मर्यादित ढंग से जीने वाला और स्वाभिमानी बनाता है, तो वहीं पंचमेश शनि का चतुर्थ भाव में अस्थिर मकर राशि में स्वगृही होना काफी ज्यादा बुद्धिमान, मल्टी डायरेक्शन में सोचने वाला, एक साथ कई योजनाओं को अंजाम देने वाला और अपना समय व्यर्थ ना करने वाला स्वभाव का बनाता है।
अडानी की कुंडली में ग्रह राशि चक्र
दशम भाव में कर्क राशि में शुक्र अच्छा ऊर्जावान रहेगा, नवांश चक्र में तुला का ही नवांश जिसमें भाग्य स्थान में पंचमेश और नवमेश शनि-बुद्ध की युति एक बड़ा राज्य योग बताता है, यह अडानी को एक भाग्यशाली व्यक्तित्व का धनी बनाता है। द्वितीय भाव में शुक्र तथा षष्ठ भाव में बृहस्पति का आपस में मूलत्रिकोण दोनों ही आचार्य ग्रह एक-दूसरे को संतुलित कर चक्र को काफी खूबसूरत बना रहा है, जो निसंदेह अपने आसपास के संबंधों में काफी ज्यादा लोकप्रिय और लोगों द्वारा काफी सहयोग पाने का सूचक है, ऐसे व्यक्ति काफी भाग्यशाली होते हैं और दूसरों का सहयोग इन्हें हर पल प्राप्त होता है, जिसके कारण बहुत तेजी से आगे बढ़ते हैं। साथ ही साथ नवमांश में दशम भाव में चंद्रमा स्वगृही होकर मजबूत पराक्रम का सूचक है जो इनके अप्रत्याशित सफलता का कारण बना है।
गौतम अडानी के लिए आने वाला समय और ग्रहदशा
इस साल जनवरी 2023 से गौतम अडानी के ऊपर शनि की साढ़ेसाती लगी है, साथ ही साथ गोचर में बृहस्पति का राशि से गुजरना तथा चंद्र कुंडली के अनुसार गोचर में तृतीयेश शुक्र का द्वादश भाव में कुंभ राशि में शनि के साथ होना,अत्यधिक तनाव देगा, शुक्र ने कुंभ राशि में प्रवेश किया है और शनि का सानिध्य पाने कारण ही गौतम अडानी के तनाव का कारण बना।
चंद्र कुंडली में शुक्र जो कि तृतीय है , शनि के साथ द्वादश भाव में होना निसंदेह व्यक्तित्व पर खराबअसर डाल रहा है साथ ही साथ द्वादश भाव स्ट्रेस अर्थात चिंता का भाव होता है, जिसके कारण वर्तमान में ऐसी स्थितियां बनीं। सूर्य कुंडली से देखें तो गोचर में सूर्य अपनी राशि से अष्टम भाव में गुजर रहा है और साथ ही साथ सूर्य कुंडली के अनुसार द्वादश भाव में मंगल की स्थिति दिखाई दे रही है, ये सभी स्थितियां मौजूदा समय में उनके तनाव का कारण बनी हैं।
लेकिन गुरू के गोचर का फलादेश में गौतम अडानी बहुत अच्छा काम करेंगे। व्यापार का विस्तार भी हो सकता है। इस अवधि के दौरान गौतम अडानी पूरी तरह कर्मठ रहेंगे। वरिष्ठ लोगों या सत्तावान व्यक्तियों के साथ गौतम अडानी के संबंधों में सुधार आयेगा।
गौतम अडानी की बदलेगी दशा
गौतम अडानी की कुंडली के अनुसार अप्रैल के बाद उनकी स्थिति में सुधार होगा, लेकिन अप्रैल तक दशा खराब चल रही है। 31 जनवरी के बाद से इनका समय ज्यादा खराब है। इसका असर आने वाले सालों तक रहेगा। अभी साढ़ेसाती का पहला चरण तथा 24 अप्रैल 2023 से चंद्रमा से द्वितीय भाव में गुरु चांडाल की युति निश्चित रूप से गौतम अडानी को आर्थिक हानि और तनाव देने वाला है। साढ़ेसाती के मध्य चरण में गौतम अडानी आने वाले समय में फिर से ऊंचाईयों पर विराजमान होगें।
बता दें कि गौतम अडानी के शेयरों बढ़त अभीसे जारी है। तेजी के चलते उनकी नेटवर्थ में जो इजाफा हुआ है, उसके चलते अडानी ने अरबपतियों की लिस्ट वापसी कर रहे है।बता दें कि गौ24 जनवरी को अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्गने अडानी ग्रुप को लेकर अपनी रिपोर्ट पब्लिश की थी। इसके जारी होने के अगले ही दिन अडानी के साम्राज्य में भूचाल आ गया था और निवेशकों के सेंटिमेंट पर पड़ असर के चलते उन्हें हर बीतते दिन के साथ भारी-भरकम घाटा झेलना पड़ रहा था. महीने भर के भीतर ही अडानी के शेयर 25 से 85 फीसदी तक टूट गए थे उनका बिजनेस 12 लाख करोड़ रुपये घटकर 100 अरब डॉलर के नीचे आ गया
नोट-दी गई जानकारी सामान्य है और ज्योतिषीय आकलन पर आधारित है और इससे न्यूज ट्रैक कोई दावा नहीं करता है।