Gangadhar Shiva: शुभ श्रावण मास, गंगाधरा शिव
Gangadhar Shiva: इस दुनिया में आगे बढ़ने के लिए और शांति पाने के लिए आवश्यक है कि अपने आप को सकारात्मक, ज्ञानमय व आदर्शमय विचारों से सम्पन्न रखा जाए।
Gangadhar Shiva: श्रावण मास में शिव पूजन और शिव स्मरण करते हुए,यह भी जानें कि भगवान शिव अपनी जटाओं में माँ गंगा को क्यों धारण करते हैं..? आपके पास उच्च विचारों की, आदर्श विचारों की, पवित्र विचारों की एवं ज्ञान की गंगा होगी तो,संसार की विषम परिस्थितियाँ आपको प्रभावित नहीं कर पाएंगी।
इस दुनिया में आगे बढ़ने के लिए और शांति पाने के लिए आवश्यक है कि अपने आप को सकारात्मक, ज्ञानमय व आदर्शमय विचारों से सम्पन्न रखा जाए।
छोटी-छोटी बातों से खिन्न हो जाना, उदास हो जाना,निराश हो जाना,यह दुःख को आमंत्रण देने जैसा है।दुःख का बहुत ज्यादा स्मरण रखने से कई बार दुःख मन में इस तरह प्रवेश कर जाता है,कि फिर जीवन भी दुःखमय ही लगने लगता है।शिवजी की तरह ज्ञान की गंगा में,भगवद् चिन्तन की गंगा में,भगवद् भजन की गंगा में,नहाओ ताकि आपका संपूर्ण जीवन आनंदमय बन सके।
( लेखक धर्म व अध्यात्म के विशेषज्ञ हैं ।)