बस कुछ घंटों में दिखेगा चंद्र ग्रहण का प्रभाव, जानिए सावधानी व मिलने वाले लाभ

आज यानि शुक्रवार को पहला चंद्र ग्रहण लग रहा है। इस साल कुल 6 ग्रहण लगने वाले हैं जिसमें 2 सूर्य ग्रहण और 4 चंद्र ग्रहण है। पहला चंद्र ग्रहण यह ग्रहण रात 10 बजकर 37 मिनट से लेकर 11 जनवरी को देर रात 2 बजकर 42 मिनट तक बना रहेगा।

Update: 2020-01-10 01:11 GMT

लखनऊ आज यानि शुक्रवार को पहला चंद्र ग्रहण लग रहा है। इस साल कुल 6 ग्रहण लगने वाले हैं जिसमें 2 सूर्य ग्रहण और 4 चंद्र ग्रहण है। पहला चंद्र ग्रहण यह ग्रहण रात 10 बजकर 37 मिनट से लेकर 11 जनवरी को देर रात 2 बजकर 42 मिनट तक बना रहेगा। इस चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे से भी ज्यादा रहने वाली है। भारत के अलावा ये ग्रहण यूरोप, एशिया, अफ्रीका और आस्‍ट्रेलिया महाद्वीपों में भी देखा जा सकेगा। इस साल के बाकी चंद्र ग्रहण 5 जून, 5 जुलाई और 30 नवंबर को पड़ेंगे।

 

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सावधानी - कहते हैं कि किसी भी ग्रहण का असर सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाओं पर होता है। क्योंकि ग्रहण के वक्त वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा होती है। ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जाती है। बाहर निकलना जरूरी हो तो गर्भ पर चंदन और तुलसी के पत्तों का लेप कर लें। इससे ग्रहण का प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर नहीं होगा।

ग्रहण काल के दौरान यदि खाना जरूरी हो, तो सिर्फ खानपान में उन्हीं वस्तुओं का उपयोग क, जिनमें सूतक लगने से पहले तुलसी पत्र या कुशा डला गया हो। गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान चाकू, छुरी, ब्लेड, कैंची जैसी काटने की किसी भी वस्तु का प्रयोग न करें। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के अंगों पर बुरा असर पड़ सकता है। इस दौरान सुई धागे का प्रयोग भी वर्जित है। ग्रहण काल के दौरान भगवान का नाम लेने के अलावा कोई दूसरा काम न करें।

 

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प्रभाव-ग्रहणकाल में कई हानिकारक किरणों का प्रभाव रहता है। इसलिए कई ऐसे कार्य हैं जिन्हें ग्रहण काल के दौरान नहीं किया जाता है। ग्रहणकाल में अन्न, जल ग्रहण नहीं करना चाहिए। ग्रहणकाल में स्नान न करें। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करें। ग्रहण को खुली आंखों से न देखें। हालांकि चंद्र ग्रहण देखने से आंखों पर कोई बुरा असर नहीं होता। ग्रहणकाल के दौरान गुरु प्रदत्त मंत्र का जाप करते रहना चाहिए।

मिलेगा लाभ- कहते हैं कि ग्रहण के बाद घी और खीर से हवन करने से लाभ होता है। यदि लंबे समय से किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो उसमें आराम मिलता है। चंद्र देव की आराधना करना चाहिए, यदि चंद्रमा कमजोर स्थिति में है तो 'ऊं चंद्राय नम:' मंत्र का जाप करने से लाभ मिलेगा। प्राणायाम और व्यायाम करना चाहिए, सोच को सकारात्मक रखना चाहिए। चंद्रग्रहण समाप्त होने के बाद घर में शुद्धता के लिए गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए। स्नान के बाद भगवान की मूर्तियों को स्नान करा कर उनकी पूजा करें। जरूरतमंद व्यक्ति और ब्राह्मणों को अनाज का दान करना चाहिए।

 

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