जानिए इन ग्रहों का योग आने वाले समय में कैसा देगा परिणाम...
सम्वत्सर 2077 का आरम्भ यद्यपि 25 मार्च बुधवार,रेवती नक्षत्र को उदयव्यापिनी तिथि में होगा किन्तु 24 मार्च 2020 को अमावस्या तिथि 14:56 बजे समाप्त हो जाएगी तथा 14:57 बजे से नववर्ष की प्रतिपदा का आरम्भ कर्क लग्न में होगा। उस समय की आकाशीय कौंसिल के अनुसार कर्क, मकर (लग्न एवं सप्तम) में शनि-मंगल का विध्वंसकारी योग तथा षष्ठ-द्वादश भाव में कालसर्प योग राष्ट्र के लिए जन-धन हानि और उपद्रव लेकर आ रहा है।
जयपुर: कल 25 मार्च बुधवार से सम्वत्सर 2077 का आरम्भ रेवती नक्षत्र की उदयव्यापिनी तिथि में होगा ,किन्तु 24 मार्च 2020 को अमावस्या तिथि 14:56 बजे समाप्त हो जाएगी तथा 14:57 बजे से नववर्ष की प्रतिपदा का आरम्भ कर्क लग्न में होगा। उस समय की आकाशीय स्थिति के अनुसार कर्क, मकर (लग्न एवं सप्तम) में शनि-मंगल का विध्वंसकारी योग तथा षष्ठ-द्वादश भाव में कालसर्प योग राष्ट्र के लिए जन-धन हानि और उपद्रव लेकर आ रहा है। हालांकि राजा बुध एवं मन्त्री चंद्र का शुभ प्रभाव सत्ता पक्ष की सूझबूझ को बल देगा। सरकार कठोर कानून लागू करेगी। दो-तीन प्रान्तों में सत्ता संघर्ष एवं परिवर्तन के योग भी बन सकते हैं।
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शुभ संकेत
29 मार्च से तीन ग्रह (शनि, मंगल, गुरु) का मकर राशि में अशुभ फलदायक होगा। साम्प्रदायिक दंगे होने की आशंका है। इससे जन-धन और व्यापक स्तर पर राष्ट्रीय सम्पत्ति की हानि का योग बन रहे हैं, लेकिन सरकार कठोर फैसले लेने में संकोच नहीं करेगी। देश में वर्तमान में जारी कोरोना महामारी की व्यापकता में कमी और कुछ बाद इसका प्रभाव खत्म होने के आसार हैं। आर्थिक दृष्टि से आगामी सम्वत्सर शुभ रहेगा। लंबे समय से व्यापारी वर्ग में चल रही निराशा दूर होगी। विदेशी पूंजी में वृद्धि होगी।
सम्वत्सर 2077 के साथ ही वासन्तिक नवरात्रि का आरम्भ हो रहा है। इस वर्ष मां दुर्गा नाव पर बैठकर आ रही हैं। इससे देश में पर्याप्त वर्षा का योग बन रहे हैं। फसलें अच्छी होंगी, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अतिवृष्टि से हानि के भी योग बन हैं। मां दुर्गा का नौका पर सवार होकर आना और हाथी पर सवार होकर जाना राष्ट्र के लिए शुभ रहेगा। 15 अप्रैल के पश्चात कोरोना महामारी का प्रभाव कम होगा।
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शुभ समय
प्रातः 6:23 बजे से 10:48 बजे तक शुभ एवं लाभ के चौघडिया तथा मेष एवं वृष लग्न मे अति शुभ है। इसके पश्चात सिंह लग्न मे 15:22 बजे से 17:39 बजे तक रहेगा। नवरात्रि 25 मार्च से दो अप्रैल तक चलेंगे। 31 मार्च को दुर्गा सप्तमी और एक अप्रैल को दुर्गा अष्टमी है। श्रीराम नवमी दो अप्रैल को रहेगी।