Mangal Parvat in hand : चरित्रहीन माने जाते हैं ऐसे लोग, जिनके हाथ में होता है यह खास निशान
Mangal Parvat in hand: जातक के जीवन में मंगल करता है मंगल पर्वत, हाथ में मंगल पर्वत की मजबूत स्थिति मनुष्य को सफल और कमजोर स्थिति असफल बनाता है।
Mangal Parvat in hand: हथेली में स्थित मंगल पर्वत का प्रभाव जातक के शरीर और स्वभाव पर पड़ता है। इसकी उन्नत स्थिति जातक को सुंदर और आकर्षक व्यक्तित्व का धनी बनाती है। क्रोधी स्वभाव के बावजूद ये जातक देश और समाज के काम आते हैं और हथेली में कमजोर स्थिति में मंगल पति-पत्नी के संबंधों में दरार का कारक बनता है।जीवन में सफलता के लिए मनुष्य बहुत प्रयास करता है। लेकिन अथक प्रयास के बाद भी सफलता नहीं मिलती है। ऐसा कुंडली में ग्रहों की स्थिति और हाथ में रेखाओं और पर्वतों की बनावट पर भी निरभर करता है।
हस्तरेखा के अनुसार हाथ की हर रेखा, द्वीप और पर्वत व्यक्ति का भविष्य निर्धारित करते हैं। खासकर हाथ में मंगल पर्वत की मजबूत स्थिति मनुष्य को सफल और कमजोर स्थिति असफल बनाता है।
मंगल पर्वत का शुभ प्रभाव
- मंगल पर्वत हाथ में दो स्थानों पर है। एक ऊपर और दूसरा हथेली में नीचे है। मंगल की उच्च स्थिति जातक को साहस और सम्मान दिलाता है तो निम्न स्थिति से परेशानी और मुश्किले आती है।
- अगर मंगल पर्वच मे बहुत उन्नत ,शुभ चिन्हों से युक्त हो तो ऐसे जातक साहसिक होते हैं और साहसिक कार्य करते हैं। जैसे पुलिस, सेना, दंगल, फुटबाल के खेल में बहुत अच्छा करते हैं।
- मंगल के प्रबल प्रभाव वाले जातक शारीरिक रूप से बलवान तथा साहसी होते हैं। अत: मंगल पर्वत का विकसित होना जातक के उत्साह एवं उमंग का प्रतीक होता है और इससे जातक के लगनशील होने का पता चलता है। साथ ही नीचे के मंगल का शुक्र के बराबर उन्नत होना जीवन में समृद्धि देता है।
- अगर हाथ में नीचे की ओर स्थित मंगल पर्वत अगर उन्नत स्थिति में है तो जातक के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
मंगल पर्वत की ऐसी स्थिति घातक
- हाथ में अगर मंगल पर्वत बुध की ओर झुका हो तो जातक क्रोधी स्वभाव का होता है। दूसरों से खुद को बेहतर समझता है। ऐसे जातक के जीवन में दुर्घटनाएं अधिक होती है।
- अगर जातक के हाथ में मंगल पर्वत पर द्वीप बना है तो ऐसे लोग बीमारियों से त्रस्त रहते हैं। डिप्रेशन , कैंसर , दुर्घटना की चपेट में ऐसे लोग आए दिन आते रहते हैं।
- अगर हाथ में कोई रेखा मंगस पर्वत से चंद्र पर्वत की ओर जाए तो ऐसे जातक कोई भी काम जल्दी नहीं कर पाते हैं। हमेशा लेट लतीफी इनके स्वभाव में रहती है। साथ ही ऐसे जातक को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे जातक कठोर स्वभाव के होते हैं।
- मंगल पर्वत शुक्र की ओर स्थित हो तो ऐसे व्यक्ति चरित्रहीन और काम-वासना से प्रेरित होते हैं। साथ ही पर्वत पर जाल बना हो तो ऐसे जातक को कभी भी प्यार नहीं मिलता है।
- जब मंगल पर्वत सपाट होता है तो व्यक्ति को वह कायर और डरपोक बनाता हैं। मंगल पर्वत पर किसी भी प्रकार का क्रास का चिह्न का होना और जीवन रेखा कट कर कोई रेखा बाहर तक जाकर दूसरे मंगल पर्वत तक जाये तो ऐसे लोग जेल जाते हैं और समाज में अपमान मिलता है।
मंगल पर्वत पर मछली के निशान (Mangal Parvat Par Pachli Ka Nishan)
हाथ के किसी भी पर्वत में मछली का होना शुभ संकेत है तो मछली का मंगल पर भी शुभ प्रभाव पड़ता है। अगर दोनों की प्रकृति पर गौर करेंगे तो दोनों एक दूसरे के विपरीत है। लेकिन दोनों का मेल गंभीर और चंचलता का समिश्रण कहे तो गलत नहीं होगा। जो परिस्थितियों को समझने की क्षमता देता है और जातक में निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। इसलिए अगर आपकी हथेली में मंगल पर्वत पर मछली के निशान है तो समझ लीजिए आपको जीवन पर्यंत धन की कमी नहीं होगी और बुद्ध बल से हर क्षेत्र में सफल होते रहेंगे।