Janmashtami 2020: आज मनाया जा रहा जन्माष्टमी का त्यौहार, जानें पूजन विधि

श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार इस साल 11 और 12 अगस्त को मनाया जा रहा है। हिंदू धर्म में इस पर्व को बड़े ही धुमधाम से मनाया जाता है।

Update: 2020-08-11 04:31 GMT

लखनऊ: श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार इस साल 11 और 12 अगस्त को मनाया जा रहा है। हिंदू धर्म में इस पर्व को बड़े ही धुमधाम से मनाया जाता है। हालांकि इस बार कोरोना की वजह से सेलेब्रेशन का तरीका थोड़ा बदल गया है, लेकिन लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ है।

ये भी पढ़ें: सबसे खतरनाक सांप ने दिया 33 बच्चों को जन्म, देखने के लिए लोगों में मची होड़

11 और 12 अगस्त, दोनों दिन मनाया जा रहा जन्माष्टमी का त्योहार

बता दें कि 11 और 12 अगस्त दोनों दिन जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है, लेकिन 12 अगस्त को जन्माष्टमी मानना श्रेष्ठ है। पारिवारिक लोग मंगलवार, 11 अगस्त यानी आज जन्माष्टमी का व्रत रख रहे हैं, जबकि वैष्णव, संत या संन्यासी एक दिन बाद यानी बुधवार, 12 अगस्त को व्रत रखेंगे। तो चलिए जानते हैं कि आखिर जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल का श्रृंगार कैसे करें और उन्हें प्रसन्न करने के लिए कौन सा भोग लगाएं।

ये भी पढ़ें: गहलोत सरकार पर मंडरा रहा सियासी संकट टला, पायलट की हुई घर वापसी

इस तरह करें श्रीकृष्ण का श्रृंगार

इस दिन श्री कृष्ण के श्रृंगार के लिए फूलों का अधिक प्रयोग करें। लड्डू गोपाल के श्रृंगार में काले रंग का प्रयोग बिलकुल न करें। वस्त्र से लेकर गहनों तक कुछ भी काला नहीं होना चाहिए। पीले रंग के वस्त्र, गोपी चन्दन और चन्दन की सुगंध से इनका श्रृंगार करें। इसके साथ ही अगर वैजयंती के फूल कान्हा को चढ़ाये जाएं तो सर्वोत्तम होगा।

ये भी पढ़ें: इस छत के नीचे पांच लाख पाक शरणार्थियों को मिली थी शरण, अब खतरे में वजूद

प्रसाद

श्री कृष्ण जन्माष्टमी के प्रसाद में पंचामृत जरूर शामिल करें। उसमें तुलसी की पत्तियां भी जरूर डालें। मेवा, और मिसरी का भोग भी लगाएं। प्रसाद के रूप में माखन जरुर शामिल करें

ये भी पढ़ें: सचिन की वापसी के लिए फार्मूले की तलाश, आखिर क्यों ढीले पड़े युवा नेता के तेवर

Special Report: नेपाल के काठमांडू में उपेक्षित है बेगम हज़रत महल की मजार

Tags:    

Similar News