Flex-Fuel Bike: अब फ्लेक्स-फ्यूल से दौड़ेंगी बाइक, ऑटो एक्सपो में दिखी थी झलक, आइए जानते हैं ईवी बाइक्स का विजन

Flex-Fuel Bike: फ्लेक्स फ्यूल के बढ़ते उपयोग के चलते गन्ना किसानों को जरूर भरी मुनाफा होने की उम्मीद है। क्योंकि फ्लेक्स फ्यूल गन्ने के रस से बनता है और भारत में गन्ने की कमी नहीं है।

Report :  Jyotsna Singh
Update:2023-02-10 07:51 IST

File Photo of Flex-Fuel Bike(Pic: Social Media)

Flex-Fuel Bike: भारत सरकार फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाली गाड़ियों को बढ़ावा देने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। इसी क्रम में इंडियन मार्केट में कई बड़े प्लेयर्स भी इस सेगमेंट में अपना पाव पसारना चाह रहे हैं। ऑटो एक्सपो 2023 में Yamaha ने अपनी फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाली बाइक FZ 15 ABS को शोकेस किया है। हालांकि, ये मॉडल ब्राजील में कई सालों से बिक्री पर है। यामाहा इंडिया के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सेल्स एंड मार्केटिंग रविंद्र सिंह से फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाली बाइक्स से जुड़े फैक्ट्स साझा किए हैं। आइए जानते हैं इस बाइक से जुड़ी खास बातें -

कार्बन फ्री व्हीकल्स को बनाना हैं यमाहा का विजन

टू व्हीलर बाइक की निर्माता यामाहा हमेशा से कार्बन न्यूट्रिलिटी की बात करता है और यही वजह है कि ऑटो एक्सपो 2023 के माध्यम से अपनी बाइक FZ 15 ABS को शोकेस कर टेक्नोलॉजी से पूरे देश को परिचित करवाया है। 2050 तक यमाहा का विजन कार्बन फ्री व्हीकल्स को बनाना है। ऑटो एक्सपो में दिखाया गया यह मॉडल कई सालों से ब्राजील मार्केट में बिक्री पर है और इस बाइक को तगड़ा रिस्पॉन्स भी मिला है।

भारत में क्यों फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाली गाड़ियां जरूरी

यामाहा इंडिया के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सेल्स एंड मार्केटिंग रविंद्र सिंह का कहना है कि फ्लेक्स फ्यूल गन्ने के रस से बनता है और भारत में गन्ने की कमी नहीं है। इससे गाड़ियों की रनिंग कॉस्ट कम तो होगी ही साथ ही साथ गन्ना किसान को भी अच्छा खासा लाभ होगा। एथनॉल पेट्रोल की तुलना में सस्ता है और हम अपने देश पर निर्भर रहेंगे।

इस दिशा में यामाहा ने उठाया ये बड़ा कदम

1 अप्रैल 2023 से यमाहा अपने सभी मोटरसाइकिलों में ई20 लागू करेगी। इसका मतलब ये है कि अगर आप भी मोटरसाइकिल चलाते हैं तो आप 20 फीसद एथनॉल मिश्रित पेट्रोल का इस्तेमाल कर सकते हैं। एथनॉल को लेकर भारत सरकार का लक्ष्य 20 फीसद एथनॉल मिश्रित पेट्रोल की बिक्री पायलट परियोजना के आधार पर जल्द ही देश के कुछ पेट्रोल पंपों पर शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार ने पहले देश में 20 फीसद एथनोल मिश्रित पेट्रोल की बिक्री वर्ष 2030 में शुरू करने का लक्ष्य रखा था। लेकिन अब इसे वर्ष 2024-25 से शुरु करने की तैयारी है। यामाहा के अलवा, देश की प्रमुख पैसेंजर कार कंपनियां मारुति सुजुकी, हुंडई, टाटा मोटर्स और दोपहिया कार कंपनियां टीवीएस, हीरो मोटोकार्प, बजाज आटो, होंडा आदि एथनोल मिश्रित पेट्रोल या दूसरे अल्कोहल मिश्रित पेट्रोल वाले इंजन को लेकर उत्साहित हैं।

कैसे बनता है एथनॉल

एथेनॉल एक तरह का अल्कोहल है, जिसे पेट्रोल में मिलाकर गाड़ियों में फ्यूल की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। एथनॉल का उत्पादन यूं तो मुख्य रूप से गन्ने की फसल से होता है लेकिन शर्करा वाली कई अन्य फसलों से भी इसे तैयार किया जा सकता है। इससे खेती और पर्यावरण दोनों को फायदा होता है।

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