American Car Tesla: अमेरिकन कार टेस्ला अब जल्द ही भारत में शुरू कर सकती है अपना निर्माण, मेड इन इंडिया टेस्ला के साथ देश में ईवी नीति में हो सकते हैं कई बदलाव
American car Tesla: भारत का ऑटोमोबाइल बाजार अब वैश्विक पटल पर मजबूती से अपनी पहचान कायम कर रहा है। अब कई नामचीन विदेशी कंपनियां भारत के विस्तृत होते बाजार में अपने प्रोडक्ट को स्थापित होते देखना चाहती हैं। जिनमें से एक नामचीन ऑटोमेकर अमेरिकन कम्पनी टेस्ला भी शामिल है।
American car Tesla: भारत का ऑटोमोबाइल बाजार अब वैश्विक पटल पर मजबूती से अपनी पहचान कायम कर रहा है। तकनीक और उद्योग ने इधर बीच काफी तेजी से विकास के आंकड़ों में इजाफा किया है। यही वजह है कि अब कई नामचीन विदेशी कंपनियां भारत के विस्तृत होते बाजार में अपने प्रोडक्ट को स्थापित होते देखना चाहती हैं। जिनमें से एक नामचीन ऑटोमेकर अमेरिकन कम्पनी टेस्ला भी शामिल है। पिछले काफी समय से टेस्ला कंपनी भारत में अपनी गाड़ी की बिक्री करने के लिए कई तरह के प्रस्तावों पर केंद्र सरकार से लगातार चर्चा और बैठकें कर रही है। अब इस बात की जानकारी मिली है कि टेस्ला अब भारत में अपने इस प्रोडक्ट का निर्माण करने जा रही है, जिसके उपरांत विदेशी टेस्ला को बढ़ावा देने के लिए सरकार नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति को लागू कर सकती है।
जिसके अंतर्गत आयात कर में कटौती के लिए एक नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति पर काम कर रही है। इससे देश में प्लांट लगाने के लिए प्रतिबद्ध टेस्ला के साथ ही साथ प्रतीक्षारत कई और विदेशी वाहन निर्माता कंपनियों को भारत में अपना कारोबार शुरू करने के लिए रास्ता खुल जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, सरकार कंपनियों को पूरी तरह भारत में निर्मित EV को कम से कम 15 फीसदी टेक्स पर आयात करने की अनुमति देने पर विचार कर रही है।
टैक्स मुद्दे पर पहले भी हो चुकी है चर्चा
टेस्ला ने सरकार से भारत में प्लांट लगाने के साथ आयात कर में छूट की मांग की थी। वर्तमान में 40,000 डॉलर भारतीय करेंसी के अनुसार करीब 33 लाख रुपये से अधिक कीमत वाली इलेक्ट्रिक कारों पर 100 फीसदी आयात कर लिया जाता है, जबकि अन्य पर 70 फीसदी है। टेस्ला की सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडल Y कार की कीमत अमेरिका में 47,740 डॉलर और भारत में इस राशि के अनुसार करीब 39.46 लाख रुपये है।
जिस पर 100 फीसदी आयात कर लगने से ये कार इतनी ज्यादा महंगी हो जाएगी कि इसकी सफलता पूर्वक बिक्री कर पाना संभव नहीं हो सकेगा। इसी को लेकर टेस्ला ने सरकार से छूट की मांग की थी ।
टेस्ला के प्रस्ताव पर सरकार की दिख रही दिलचस्पी
टेस्ला द्वारा आयात शुल्क में छूट के प्रस्ताव पर सरकार अपनी रुचि दिखा रही है। सूत्रों ने कहा कि नीति अभी भी विचार-विमर्श के प्रारंभिक चरण में है और टेक्स दर में बदलाव हो सकता है। इससे संबंधित एक अधिकारी ने कहा कि, "टेस्ला के प्रस्ताव पर सहमति है और सरकार दिलचस्पी दिखा रही है।" यदि ऐसी नीति अपनाई जाती है, तो इससे आयातित EV की लागत में भारी कमी आ सकती है। यह टेस्ला और अन्य वैश्विक वाहन निर्माताओं के लिए दुनिया के तीसरे सबसे बड़े कार बाजार में प्रवेश का द्वार खोल सकता है।