Car Care Tips: गाड़ी में अगर ड्राइव करते वक्त जल रही है चेक इंजन लाइट, तो न करें इग्नोर
Car Care Tips: चेक इंजन लाइट का काम ड्राइव ट्रेन या इंजन नियंत्रण प्रणालियों में से एक या अधिक में खराबी का आना हो, इसकी सूचना वाहन चालक को कोई बड़ी समस्या आने से पहले ही सूचित करना होता है।
Car Care Tips: आप अगर अपनी कार में ड्राइव करते वक्त अचानक चेक इंजन लाइट ब्लिंक करते हुए देखते हैं तो इस सिग्नल को आपको हल्के में नहीं लेना चाहिए। इसको इग्नोर करना आपके लिए गंभीर परिणाम की वजह बन सकता है। वहीं अगर आप अपनी गाड़ी में मौजूद इस फीचर से अनभिज्ञ हैं तो और आप इस लाइट को जलता देखकर इस बात की चिंता करने लगते हैं कि, शायद कोई बड़ी समस्या आपकी कार में आ चुकी है। साथ ही सोचने लग जाते होंगें की इस स्थिति में गाड़ी चलानी चाहिए की नहीं चलानी चाहिए, आदि आदि। असल में आपकी इस दुविधा को दूर करने के लिए आपको बता दें कि चेक इंजन लाइट आपके वाहन में डायग्नोस्टिक सिस्टम का काम करती है। जो आपकी गाड़ी में आई किसी खराबी की जांच कर उसकी सूचना आपको सिग्नल के माध्यम से सूचित करती है।चेक इंजन लाइट का काम ड्राइव ट्रेन या इंजन नियंत्रण प्रणालियों में से एक या अधिक में खराबी का आना हो, इसकी सूचना वाहन चालक को कोई बड़ी समस्या आने से पहले ही सूचित करना होता है।
मौजूदा समय में अब ऑटोमेकर कंपनियां इस फीचर को अपनी गाड़ियों में शामिल कर रहीं हैं। जिनसे आपको इसमें खराबी का आसानी से पता चल जाता है। चेक इंजन लाइट मॉनिटर किए गए सिस्टम को प्रभावित करने वाली लगभग किसी भी समस्या के आने से ब्लिंक होना शुरू हो सकती है। ये समस्या बस एक ढीली गैस कैप से लेकर खराब स्पार्क प्लग या फिर कंप्यूटर नियंत्रण मॉड्यूल एवम कैटेलिटिक कनवर्टर जैसे तकनीकी फीचर्स में से किसी भी एक में हल्की सी भी दिक्कत को स्कैन कर ये बिना देर किए वाहन चालक को सिग्नल देने लगती है।आपके वाहन में आई समस्या की मरम्मत की लागत कम से लेकर हजारों तक भी हो सकती है। इस लिए बेहतर यही होता है की इस बेहतरीन फीचर की सुविधा का लाभ उठाकर तुरंत अपनी कार को किसी सर्विस सेंटर पर ले जाकर जितनी जल्दी हो सके वाहन की जांच करा लेनी चाहिए। इस तरह से आप बड़े नुकसान से बच सकते हैं। इसकी अनदेखी कई बार मंहगी साबित होती है। चेक इंजन लाइट को मालफंक्शन इंडिकेटर लाइट भी कहा जाता है। आइये जानते हैं चेक इंजन लाइट द्वारा दिए जाने वाले संकेत पीछे क्या वजहें हो सकती हैं..
फ्यूल टैंक कैप का लूज होना
आपकी कार में यदि चेक इंजन लाइट जल रही है तो इसके पीछे फ्यूल टैंक की कैप का लूज होना भी एक अहम वजह हो सकती है। यदि आपकी कार में फ्यूल टैंक की कैप गलती से ढीली रह गई है या खुली छूट गई है। इस समस्या के चलते आपकी कार में माइलेज घटने के साथ उत्सर्जन की समस्या बढ़ जाती है।
सेंसर की खराबी भी हो सकती है वजह
अगर आपकी कार में मौजूद सेंसर में यदि किसी भी तरह की खराबी या समस्या आती है, तो इससे भी चेक इंजन लाइट जलना शुरू हो सकती है।असल में कैटेलिटिक कनवर्टर, मास एयरफ्लो सेंसर और ऑक्सीजन सेंसर में खराबी के कारण चेक इंजन लाइट वार्निंग दे सकती है।आपकी कार के अलग-अलग पार्ट्स में मौजूद सेंसर इसके इंजन कंट्रोल यूनिट को इन्फॉर्मेशन भेजने का काम करते हैं। अगर सेंसर में किसी भी तरह की समस्या आ जाए तो वह इंजन कंट्रोल यूनिट को सिग्नल भेजने में असफल साबित होता है। ऐसे में कार में चैक इंजन लाइट वाहन चालक को इस खराबी का सिग्नल भेजने लगती है।
चेक इंजन लाइट जलने के पीछे ये भी हो सकती हैं वजहें
चेक इंजन लाइट जलने के पीछे इसके अलावा भी कई तरह की वजहें हो सकती हैं। जिनमें वैक्यूम लीक, डेड बैटरी, मैप सेंसर, क्रैंक सेंसर और फ्यूल रेल सेंसर के साथ ही मालफंक्शन इंडिकेटर लाइट स्पार्क प्लग या फिर वायर में किसी तरह की समस्या या खराबी, या एयर मास सेंसर का फेल होना भी एक बड़ी वजह हो सकता है। इस तरह की कोई भी समस्या बड़ी मुसीबत का निमंत्रण हो सकती हैं। इसलिए चेक इंजन लाइट जलने पर तुरंत अपनी कार को मैकेनिक के पास ले जानी चाहिए।