Toyota Ban Cars Delivery: टोयोटा ने भारत में 3 मॉडलों की डिलीवरी पर लगाई रोक, इंजन मे सामने आईं खामियां
Toyota Ban Cars Delivery: टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने टेस्टिंग में सामने आईं डीजल इंजन में अनियमतता को लेकर इस बात की पुष्टि की कि, हमारे ग्राहकों और अन्य उपभोगताओं को होने वाली किसी भी असुविधा और परेशानी के लिए दिल से क्षमा प्रार्थी है।
Toyota Ban Cars Delivery: टोयोटा किर्लोस्कर भारतीय ऑटो मार्केट में अपनी मजबूत पकड़ रखती है। टोयोटा के वाहन स्ट्रॉन्ग परफॉर्मर साबित होते हैं । यही वजह है कि ग्राहकों का भरोसा इस कंपनी के वाहनों पर सालों साल से चलता चला आ रहा है। हाल ही में इस कंपनी ने अपने तीन मॉडलों को मार्केट में लॉन्च किया था। लेकिन इनके सॉलिड डीजल पावरट्रेन के सर्टिफिकेशन टेस्टिंग्स के दौरान कुछ कमियां पाई गईं हैं। जिसके उपरांत टोयोटा किर्लोस्कर मोटर कंपनी ने अपने तीन मॉडलों; इनोवा क्रिस्टा, फॉर्च्यूनर और हिलक्स की ग्राहकों को दी जा रही डिलीवरी पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से-
डीजल इंजन पाई गई ये खामी
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर कंपनी ने टेस्टिंग के दौरान अपने तीन डीजल इंजन मॉडलों इनोवा क्रिस्टा, फॉर्च्यूनर और हिलक्स की डिलिवरी पर रोक लगाने के साथ ही टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन की एसोसिएटेड कंपनी टोयोटा इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन ने इस बारे में आधिकारिक तौर पर ये कहा कि टोयोटा के तीन डीजल इंजन मॉडलों की टेस्टिंग के दौरान इसमें हॉर्स पावर आउटपुट सर्टिफिकेशन टेस्टिंग्स में अनियमितताएं पाई गई है। ये अनियमितताएं पावर और टॉर्क कर्व्स को स्मूथ करने से संबंधित हैं।
क्या कहते हैं टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) के प्रवक्ता
सर्टिफिकेशन टेस्टिंग्स में अनियमितताओं को लेकर टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के एक प्रवक्ता ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि प्रभावित वाहनों की डिलीवरी को अस्थायी रूप से रोक दिया जाएगा। लेकिन इन तीन मॉडलों के लिए ग्राहकों द्वारा की जा रही बुकिंग पर कोई रोक नहीं लगाई जाएगी। इसी के साथ जिन ग्राहकों की डिलिवरी को रोक दिया गया है, कंपनी इस बारे में ग्राहकों को विस्तार से समझाएगी। प्रवक्ता ने कहा कि, कम्पनी के डीजल इंजन मॉडलों में पाई गई अनियमितताएं पावर और टॉर्क कर्व्स से जुड़ी हुईं हैं। लेकिन कंपनी ने इसको लेकर गाड़ी के हॉर्सपावर, टॉर्क या अन्य पावरट्रेन से जुड़े डिटेल्स को गलत तरीके से पेश नहीं किया है। कंपनी ने कहा कि इस तरह की अनियमितताओं के चलते वाहनों के उत्सर्जन या सुरक्षा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है। फिलहाल कम्पनी ने अपने तीनों वाहनों के सर्टिफिकेशन के लिए उपयोग किए गए डेटा में सुधार करके इसके री-कन्फर्मेशन के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ काम कर रही है।
कम्पनी ने अपने वाहनों के दोषमुक्त होने का किया दावा
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने टेस्टिंग में सामने आईं डीजल इंजन में अनियमतता को लेकर इस बात की पुष्टि की कि, हमारे ग्राहकों और अन्य उपभोगताओं को होने वाली किसी भी असुविधा और परेशानी के लिए दिल से क्षमा प्रार्थी है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की इस देश में इनोवा क्रिस्टा, फॉर्च्यूनर और हिलक्स की लगभग एक तिहाई हिस्सेदारी है। वहीं ग्लोबल मार्केट में दस मॉडल इन प्रभावित इंजनों के इस्तेमाल में लाए जा रहें हैं, जिनमें जापान के कुल छह मॉडल शामिल हैं। जिनमें आज तक किसी भी तरह की शिकायत सामने नहीं आई है।
कम्पनी ने अपने दावे मे कहा कि, हम अपने मौजूदा ग्राहकों को यह कहकर आश्वस्त करना चाहेंगे कि हमारा मानना है कि उनके वाहन इन अनियमितताओं से पूरी तरह से दोष मुक्त हैं क्योंकि इसके परिणामस्वरूप हॉर्सपावर, टॉर्क या अन्य पावरट्रेन-से जुड़े मानकों को लेकर किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है और न ही उनके वाहनों के उत्सर्जन या सुरक्षा से किसी भी तरह का कोई समझौता किया गया है।