Types of Car Batteries: आप अपनी गाड़ी के लिए कैसे करें सही बैटरी का चुनाव, आइए जानते हैं कितने तरह की होती हैं कार बैटरी?

Types of Car Batteries: ऑटोमार्केट में चार पहिया और दो पहिया सभी वाहनों में अब कई ज्यादा क्षमता के साथ आने वाली बैट्री का इस्तेमाल होने लगा है।

Written By :  Jyotsna Singh
Update: 2023-12-19 07:00 GMT

Types of Car Batteries (PHOTO: social media )

Types of Car Batteries: पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ऑटोमोबिल सेक्टर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए पर्यावरण अनुकूल इलेक्ट्रिक वाहनों को मार्केट में चलन में लाने का सफल प्रयास किया। उसी का परिणाम है कि आज इलेक्ट्रिक वाहनों की मौजूदगी दिन ब दिन अपना विस्तार करती जा रही है। इलेक्ट्रिक वाहनों में रिचार्जेबल बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं आम तौर पर वाहनों में इस्तेमाल होने वाली बैट्री को किसी भी वाहन के मुख्य हिस्से के रूप में देखा जाता है। क्योंकि बैट्री ही है जो वाहनों को स्टार्ट करने के साथ ही साथ कई डिजिटल डिस्प्ले को भी संचालित करने में इसका अहम योगदान होता है। ऑटोमार्केट में चार पहिया और दो पहिया सभी वाहनों में अब कई ज्यादा क्षमता के साथ आने वाली बैट्री का इस्तेमाल होने लगा है। आइए जानते हैं कि आप अपनी गाड़ी के लिए बैट्री का चुनाव किस तरह से करे? साथ ही मार्केट में कितने तरह की बैट्री का इस्तेमाल किया जाता है? जानते हैं विस्तार से.....

बैटरी के चुनाव में रखें इन बातों का खास ख्याल

बेस्ट होती है CCA रेटिंग वाली बैट्री:

ऑटोमार्केट में वाहनों में इस्तेमाल होने वाली बैट्री की रेंज और वैरायटी की बात करें तो CCA रेटिंग से लैस बैट्री अत्यंत ठंडे तापमान में इंजन को स्टार्ट करने की क्षमता रखती हैं। ये बैट्री बेहतरीन परफार्मेंस देने में सक्षम होने के साथ ही बेहद भरोसेमंद मानी जाने वाली हाई CCA रेटिंग में बैटरी हर चुनौती पर ज्यादा खरी साबित होती हैं।


बैटरी साइज का भी रखे खयाल :

हमेशा बैट्री को खरीदते वक्त इस बात का खयाल रखे की जब भी आप अपने वाहन के लिए बैट्री बाजार में लेने जाएं तो उसके साइज के बारे में सही जानकारी जरूर हासिल कर लें। परफेक्ट साइज की बैटरी के चुनाव से आपको बार बार बदलने के झंझट से मुक्ति मिलेगी।


AH रेटिंग का भी रखें ध्यान:

बैट्री खरीदते वक्त अपनी कार के लिए ऐसी बैटरी का चयन करें जिसमें AH रेटिंग मौजूद हो। असल में AH रेटिंग के जरिए ये पता चलता है कि एक घंटे में बैटरी कितनी एम्पीयर पावर देने में पूरी तरह से सक्षम होती हैं।

आइए जानते हैं बैट्री कितने प्रकार की होती हैं....


निकेल-मेटल हाइड्राइड बैटरी

ऑटो बाजार में बिक्री की जाने वाली बैटरी की विस्तृत रेंज में निकेल-मेटल हाइड्राइड (NiMH) बैटरी काफ़ी पॉपुलर बैटरी में शामिल होती है। ये एक रिचार्जेबल खूबी से लैस एक निकेल बैटरी है। इस बैट्री की खूबियों की बात करें तो यह अपने बेहतरीन प्रदर्शन के साथ ही कई तरह से काफी ज्यादा फायदेमंद साबित होती हैं। इन बैट्री की खूबियों के साथ हीं इनका एक डार्क साइड भी है। अगर एक लंबे समय तक इनका इस्तेमाल न किया जाये तो ये अपने आप डिस्चार्ज हो जाती हैं।पर्यावरण के लिहाज से काफी हद तक अनुकूल भी साबित होती हैं। साथ ही अनुमान से कहीं ज्यादा ऊर्जा संचारित करती हैं। इन बैटरी को एक बार ही नहीं बल्कि कई बार रिचार्ज किया जा सकता है। इस वजह से पारंपरिक लीड-एसिड बैटरियों की तुलना में विश्वसनीय विकल्प हैं।


सिल्वर-कैल्शियम बैटरी में क्या होती हैं खूबियां

सिल्वर-कैल्शियम बैटरी की खूबियों की बात करें तो इन बैटरियों में कैल्शियम और सिल्वर मिक्स्ड धातुओं का इस्तेमाल बैटरी के पॉजिटिव टर्मिनल पर किया जाता है। इस वजह से ये बैटरियां अधिक पावर देती हैं और इस्तेमाल में न होने पर भी अपने आप डिस्चार्ज नहीं होती। सिल्वर कैल्शियम बैटरियों को ऑटोमोटिव बैटरी तकनीक में उभरती हुई बैटरी तकनीक के रूप में देखा जा रहा हैं, जो पारंपरिक लीड-एसिड बैटरियों की तुलना में अधिक शक्तिशाली और भरोसेमंद साबित होती हैं और इनका प्रदर्शन भी कहीं अधिक बेहतर साबित होता है।

लेड-एसिड बैटरी में क्या होती हैं खूबियां

लेड-एसिड बैटरी की खूबियों की बात करें तो लीड-एसिड बैटरी इस रेंज में सबसे ज्यादा पॉपुलर और कम कीमत पर मिलने वाली बैटरी होती हैं। जो अपने दमखम के चलते वाहनों को प्रयाप्त ऊर्जा आपूर्ति पहुंचाने में सक्षम होती है। इसकी सबसे बड़ी खूबी है कि ये बहुत तरह के पावर पैक के साथ आती हैं। ये बैटरियां आसानी से बाजार में उपलब्ध होती हैं। लेड-एसिड बैटरी में मुख्य धातु के रूप में लेड यानी सीसे का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही इसमें सल्फ्यूरिक एसिड और पानी का मिश्रण का भी प्रयोग किया जाता है। यह एक रिचार्जेबल बैटरी होती है।


वाल्व-रेगुलेटेड लीड-एसिड (VRLA) बैटरी में क्या होती हैं खूबियां

वाल्व-रेगुलेटेड लीड-एसिड (VRLA) बैटरी की खूबियों की बात करें तो VRLA बैटरी मुख्य तौर पर जेल और गैस के विकल्प में दो तरह की होती हैं। पहली जेल VRLA बैटरी में जेल इलेक्ट्रोलाइट का प्रयोग किया जाता है और दूसरी गैस VRLA, में लीकेज से बचने के लिए गैसें मौजूद होती हैं। पैक लीड-एसिड को ही VRLA बैटरी कहा जाता है। इन बैट्री की सबसे बड़ी खूबी होती है कि ये बैटरियां सीलबंद होती हैं। इस वजह से इन्हे दूसरी बैट्रीयों की तरह बहुत ज्यादा रखरखाव की आवश्यकता नहीं होती हैं। जिसके चलते न ही इनमें बाहर से पानी डालने की जरूरत पड़ती है। साथ ही इनमें से किसी तरह की गैसें लीकेज का खतरा भी नहीं होता।

लिथियम-आयन बैटरी में क्या होती हैं खूबियां

लिथियम-आयन बैटरी में शामिल खूबियों की बात करें तो ये इनका इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) और प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों (PHEV) के लिए खास तौर से किया जाता है।

इन बैटरियों में खासियत की बात करें तो ये दूसरी बैट्री की तुलना में वजन में बेहद हल्की होने के साथ ही कहीं अधिक ऊर्जा संचरण में सक्षम होती हैं। पर्यावरण की दृष्टि से बेहद अनुकूल साबित होने वाली इन बैटरियों को आसानी से रीसाइकल भी किया जा सकता है। साथ ही लिथियम-आयन बैटरी एक प्रकार की रिचार्जेबल बैटरी है, जिसमें लिथियम आयन पॉजिटिव से नेगेटिव इलेक्ट्रोड में मिलते हैं। वर्तमान में लिथियम-आयन बैटरियां अपनी खूबियों के चलते काफी पॉपुलर हो रही हैं।

सोडियम आयन बैटरी में क्या होती हैं खूबियां

सोडियम-आयन बैटरी की खूबियों में की बात करें तो दुनियाभर में ये बैट्री बड़ी ही आसानी से उपलब्ध मिल जाती हैं। अन्य बैटरी की तुलना में सोडियम-आयन वाली बैटरियों में ऊर्जा स्टोर करने की क्षमता अनुपात में कम होती है। ये एक

रिचार्जेबल बैटरी है, जिसे बैटरी की चार्जिंग और डिस्चार्जिंग के दौरान इलेक्ट्रोड के बीच सोडियम-आयन संचलन की जरूरत पड़ती है। ये बैटरियां वर्तमान में अपनी कम कीमत होने के साथ ही आसानी से उपलब्धता और पर्यावरण पर कम प्रभाव के कारण एक मजबूत विकल्प के तौर पर शामिल हो रही है।


सॉलिड-स्टेट बैटरी में क्या होती हैं खूबियां

सॉलिड-स्टेट बैटरियां वर्तमान समय में काफी ज्यादा पॉपुलर मानी जाती हैं। वर्तमान समय में कई ऑटोमोबाइल कंपनियां अपनी आगामी वाहनों में इस सॉलिड-स्टेट बैटरी का प्रयोग करने के लिए तैयारी कर रहीं हैं। इस नई नवेली तकनीक के जरिए लिथियम-आयन बैटरियों में पाए जाने वाले तरल के बजाय ठोस इलेक्ट्रोड और ठोस इलेक्ट्रोलाइट का इस्तेमाल कर वाहनों को प्रयाप्त ऊर्जा प्रदान करने की क्षमता रखती है। इस खूबी के चलते बैट्री की ज्यादा देख रेख की आवश्यकता भी नहीं पड़ती।

इस वजह से इन्हे जल्दी से चार्ज किया जा सकता है। इसके अलावा पावर आउटपुट के मामले में भी ये बैटरियां बेहतर हैं।

निकेल-मेटल हाइड्राइड (NiMH) बैटरी में क्या होती हैं खूबियां

निकेल-मेटल हाइड्राइड (NiMH) बैटरी की खूबियों की बात करें तो निकेल बैटरी वाहनों में अपनी तकनीक के चलते काफी ज्यादा सुविधाजनक और लाभकारी साबित होती हैं इसी के साथ इन्हें इस्तेमाल में लाने के साथ इस बात का भी ख्याल रखना जरूरी हो जाता है कि अगर अधिक समय तक इनका इस्तेमाल न किया जाये तो ये अपने आप डिस्चार्ज हो जाती हैं।जिसके बाद वाहन चालकों को गाड़ी को स्टार्ट करने में खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। साथ ही एक लोकप्रिय रिचार्जेबल बैटरी विकल्प के तौर पर इसका महत्व है। यह पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचाती हैं। इसमें निकेल-मेटल का इस्तेमाल इलेक्ट्रोलाइट के रूप में होता है।

ये अधिक ऊर्जा देती हैं और इन्हे कई बार रिचार्ज किया जा सकता है। इस वजह से पारंपरिक लीड-एसिड बैटरियों की तुलना में कहीं ज्यादा सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प साबित होती हैं।

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