Bihar Ex MP Anand Mohan: बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन जेल से बाहर आए, बोले शुभ काम के लिए बाहर आया

Bihar Ex MP Anand Mohan: बाहुबली और पूर्व सांसद आनंद मोहन जेल से बाहर आ गए हैं। पारिवारिक कारणों की वजह बताते हुए उन्हें 15 दिन का पैरोल दिया गया है।

Update: 2022-11-04 08:42 GMT

बिहार: बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन 15 दिन के पैरोल पर जेल से बाहर आये

Bihar Ex MP Anand Mohan News:  बाहुबली और पूर्व सांसद आनंद मोहन (Bahubali ex MP Anand Mohan out of jail) जेल से बाहर आ गए हैं। पारिवारिक कारणों की वजह बताते हुए उन्हें 15 दिन का पैरोल दिया गया है। बिहार के जेल आईजी से पैरोल के आदेश मिलने के बाद सहरसा जेल (Saharsa Jail) प्रशासन ने शुक्रवार दोपहर सारी कागजी प्रक्रिया पूरी की गई। चिकित्‍सक ने उनके स्‍वास्‍थ्‍य की भी जांच की। इसके बाद आनंद मोहन करीब 12:30 बजे जेल से बाहर निकले। जेल गेट के पास मीडिया से बातचीत करते हुए आनंद मोहन ने कहा इस शुभ काम के लिए बाहर आया हूं। इस मौके पर कुछ नकारात्मक नहीं बोलूंगा। आजादी सबको अच्छी लगती है। इतने सालों बाद जेल से बाहर निकलने पर बहुत अच्छा लग रहा है।

इधर सहरसा जेल के बाहर आनंद मोहन के समर्थकों की काफी भीड़ देखी गई। फ्रेंड्स ऑफ आनंद के लोग भी नजर आए। इस दौरान आनंद मोहन के समर्थन में नारेबाजी भी हुई। बता दें कि पारिवारिक आयोजन में भाग लेने के लिए उन्हें पेरोल दी गई है। वह पिछले 15 साल से जेल में बंद थे। कयास लगाए जा रहे थे कि आनंद मोहन 2 दिन पहले यानी बुधवार को ही जेल से बाहर निकलने वाले थे। लेकिन अदालत की औपराचिकता पूरी करने में समय लग गया। अदालत से अनुमति मिलने के बाद वे सहरसा जेल से बाहर आ गए।

पूर्व सांसद आनंद मोहन पारिवारिक कारणों से बाहर आए हैं-सहरसा जिला अध्यक्ष बबलू

फ्रेंड्स ऑफ आनंद के सहरसा जिला अध्यक्ष बबलू का कहना है कि पूर्व सांसद आनंद मोहन पारिवारिक कारणों से बाहर आए हैं। उन्हें बेटे और पिता का फर्ज निभाना है। जेल से निकलने के बाद सबसे पहले वह अपनी मां गीता देवी से मिलेंगे। यहां बड़े भाई के परिवार से भी उनकी मुलाकात होगी। इसके बाद वह अपनी बेटी की शादी समारोह में शामिल होने जाएंगे।

फ्रेंड्स ऑफ आनंद के सहरसा जिला अध्यक्ष बबलू बताया कि पूर्व सांसद आनंद मोहन की बेटी की शादी तय हो गई है। रिंग सेरेमनी का कार्यक्रम भी निर्धारित किया गया है। आनंद मोहन किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पैरोल पर बाहर आए हैं। पुलिस का कहना है कि आनंद मोहन जब तक पेरोल पर जेल से बाहर रहेंगे तब तक उनकी पूरी गतिविधि पर नजर रहेगी।

डीएम जी कृष्णैया हत्या कांड मामले में जेल में बंद हैं

बता दें कि 5 दिसंबर 1994 को गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या भीड़ द्वारा कर दी गई थी। इसी मामले को लेकर निचली अदालत ने 2007 में पूर्व सांसद आनन्द मोहन को मौत की सजा सुनाई थी। वहीं दिसंबर 2008 में पटना हाइकोर्ट ने मौत की सजा को उम्र कैद में बदल दिया था। इसके बाद से वह डीएम जी कृष्णैया हत्या कांड मामले को लेकर मंडल कारा सहरसा में बंद हैं।

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