AWASAR Trust में पढ़ने वाले नीतीश और नीरज की मेहनत सफल, किराना दुकानदार के बेटों ने बढ़ाया बिहार का नाम
AWASAR Trust: पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा की संस्था "अवसर" कोचिंग से पढ़कर नीतीश कुमार ने जेईई मेन में 98.74 परसेंटाइल और उसका भाई नीरज कुमार ने 95.98 परसेंटाइल अंक लाकर साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत से सफलता पाया जा सकता है।
AWASAR Trust : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई (मेंस) के पहले सत्र का रिजल्ट घोषित कर दिया है। इस कठिन परीक्षा में अवसर शैक्षणिक संस्थान से निःशुल्क पढ़कर एक ही घर के दो बेटों ने जेईई मेन में परचम लहराया है।
आपको बताते चलें कि जिन दो बच्चों ने जेईई मेन की परीक्षा टॉप किया है उनका नाम नीतीश और नीरज है। उन दोनों भाईयों के पिताजी रोहतास जिले के चारगोरिया गांव में एक साधारण सा किराना का दुकान चलाते हैं। साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले इन बेटों में अपने परिवार का नाम उजागर करने के साथ संस्था का नाम भी रोशन किया है।
पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा की संस्था "अवसर" कोचिंग से पढ़कर नीतीश कुमार ने जेईई मेन में 98.74 परसेंटाइल और उसका भाई नीरज कुमार ने 95.98 परसेंटाइल अंक लाकर साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत से सफलता पाया जा सकता है। नीतीश और नीरज के अलावा मोकामा का रहने वाला बादल कुमार सहित अन्य कई स्टूडेंट्स "AWASAR" कोचिंग से नि:शुल्क पढ़कर जेईई मेन में सफलता प्राप्त की।
आइए जानते हैं "अवसर" संस्था के बारे में (Know about AWASAR Trust)
पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा की संस्था अवसर ट्रस्ट आर्थिक रुप से गरीब स्टूडेंट्स के लिए एक अवसर प्रदान करता है। इसमें जो बच्चे आगे पढ़ना चाहते हैं लेकिन गरीबी के कारण IIT ,NIT जैसी परीक्षाओं में शामिल नहीं हो पाते ,अवसर ट्रस्ट (AWASAR Trust) उन्हें मौका देता है अपनी प्रतिभा दिखाने का। यह एक चैरिटेबल ट्रस्ट है जो प्रतिभाशाली छात्रों के लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म प्रदान करता है।
आपको बताते चलें कि पिछले वर्ष भी 7 आर्थिक रुप से गरीब स्टूडेंट्स आईआईटी प्रवेश परीक्षा में सफलता अर्जित कर चुके है। जिसमें मोकामा के रहने वाले अभिषेक सिन्हा ऑल इंडिया रैंक 245 लाकर आईआईटी रुड़की से अपना पढ़ाई कर रहे हैं, इसके अलावा गिरिडीह के मोमबत्ती विक्रेता का पुत्र पिंटू वर्णवाल आईआईटी बीएचयू और पटना के पोस्टर बैनर लगाने वाले मजदूर की बेटी दिव्या कुमारी "अवसर" शैक्षणिक संस्थान से पढ़कर आईआईटी धनबाद पहुंच चुकी है।