Transactions with Digital Currency: पहले दिन डिजिटल करेंसी से हुआ 275 करोड़ रुपये का लेन देन, इन बैंकों को किया गया शामिल

Transactions with Digital Currency: इस प्लेटफॉर्म का नाम नेगोशिएटेड डीलिंग सिस्टम- ऑर्डर मैचिंग (एनडीएस-ओएम) है। इस प्लेटफॉर्म की खास बात है कि इसमें पहले ही दिन पर ट्रांजेक्शन पूरा जाएगा।

Written By :  Viren Singh
Update: 2022-11-02 09:02 GMT

Transactions with Digital Currency (सोशल मीडिया)

Transactions with Digital Currency: क्रिप्टोकरेंसी की दोस्त कही जाने वाली हाल ही में लॉन्च हुई भारत की डिजिटल करेंसी से पहले दिन जबदरस्त लेन देन किया गया। क्लियरिंग कॉर्प ऑफ इंडिया (सीसीआईएल) से बुधवार को मिली जानकारी के मुताबिक, पहले दिन यानी मंगलवार को डिजिटल करेंसी से भारत में सरकारी प्रतिभूतियों का 2 सौ करोड़ रुपये से अधिक लेन देन किया गया है। इस दौरान 40 से अधिक सौदे हुए, जिसमें यह लेन देन हुआ है। शुरुआती तौर पर सरकार ने 9 बैंकों को शामिल किया है।

पहले दिन 48 सौदे हुए

भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मंगलवार को देश की पहली सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीटीसी) को लॉन्च किया था। अभी इस उपयोग पायलट प्रोजेक्ट के तहत होसलेस लेन देने के लिए किया जा रहा है। सीसीआईएल के मुताबिक, लॉंचिंग के पहले दिन मंगलवार को डिजिटल करेंसी से सरकारी प्रतिभूतियों में 275 करोड़ रुपये का लेन देन किया है। इस दौरान कुल 48 सौदा किया गया।

बजट में हुआ था ऐलान

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस साल 1 फरवरी को पेश हुए आम बजट में CBDC को लॉन्च करने की घोषणा की थी,जिसके बाद मंगलवार को आरबीआई ने डिजिटल करेंसी को उतार दिया। फिलहाल अभी CBDC होलसेल को लॉन्च किया गया है। इस होलसेल में बड़े वित्तीय संस्थान शामिल हैं,जिसमें बैंक, बड़ी नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों के साथ अन्य बड़े सौदे करने वाले संस्थान हैं। उसके एक महीने बाद CBDC रिटेल को जारी किया जाएगा। रिटेल डिजिटल का उपयोग आम लोग और कंपनियां करेंगी। दो प्रकार की होती हैं। पहली होलसेल डिजिटल और दूसरी रिटेल डिजिटल।

आरबीआई का यह बयान था

आरबीआई ने सोमवार को बयान में कहा था कि CBDC का उपयोग पायलट प्रोजेक्ट सरकारी सिक्योरिटिज के सेंकडरी बाजार के लेन देन का सेलमेंट के लिए किया जाएगा। डिजिटल करेंसी को उतारने के पीछे का मकसद पर आरबीआई ने कहा था कि मुद्रा के मौजूदा स्वरूपों का पूकर करना है, जिसके लोगों को वर्तमान में पेमेंट भुगतान प्रणालियों के साथ अन्य भुगतान का ऑप्सन मिले।

इन बैंकों को किया गया शामिल

CBDC होलसेल के लॉंचिंग पायलट प्रोजेक्ट में आरबीआई ने जिन सरकारी और निजी क्षेत्र की बैंकों को चयन किया है। इसमें एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं,जबकि निजी बैंकों में आईसीआईसीआई बैंक कोटक बैंक, फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी बैंक को शामिल किया गया है।

एक दिन में पूरा होगा ट्रांजेक्शन

वहीं, डिजिटल करेंसी के लॉन्च होते ही आरबीआई ने बैंकों को डील करने के लिए एक प्लेटफॉर्म बनाया है। इस प्लेटफॉर्म का नाम नेगोशिएटेड डीलिंग सिस्टम- ऑर्डर मैचिंग (एनडीएस-ओएम) है। इस प्लेटफॉर्म की खास बात है कि इसमें पहले ही दिन पर ट्रांजेक्शन पूरा जाएग,जबकि अन्य प्टेलफॉर्म पर ट्रांजेक्शन को पूरा होने में एक दिन का समय लगता है।

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