Adani Group : अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस और अदाणी ग्रीन एनर्जी 'यूटिलिटीज फॉर नेट जीरो एलायंस' में शामिल

Adani Group : अंतर्राष्ट्रीय रिन्यूएबल एनर्जी एजेंसी (आईआरईएनए) और यूएन जलवायु परिवर्तन उच्च-स्तरीय चैम्पियंस के मार्गदर्शन में काम करते हुए, यूएनईजेडए की स्थापना सीओपी28 में यूएई डिक्लेरेशन ऑफ एक्शन को अपनाने के साथ की गई थी।

Newstrack :  Network
Update:2024-09-24 18:02 IST

Adani Group : भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी, अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) और भारत की सबसे बड़ी निजी ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) आज यूटिलिटीज फॉर नेट जीरो एलायंस (यूएनईजेडए) में शामिल हो गए हैं। यूएनईजेडए एक अंतर्राष्ट्रीय मंच है जो पावर और यूटिलिटीज सेक्टर में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए है, ताकि रिन्यूएबल्स के उपयोग को तेजी से बढ़ाया जा सके और वैश्विक नेट जीरो लक्ष्यों को हासिल करने में आने वाली सामान्य बाधाओं को पार किया जा सके।

अंतर्राष्ट्रीय रिन्यूएबल एनर्जी एजेंसी (आईआरईएनए) और यूएन जलवायु परिवर्तन उच्च-स्तरीय चैम्पियंस के मार्गदर्शन में काम करते हुए, यूएनईजेडए की स्थापना सीओपी28 में यूएई डिक्लेरेशन ऑफ एक्शन को अपनाने के साथ की गई थी। यह एलायंस प्रमुख वैश्विक यूटिलिटीज और पावर कंपनियों को एक साथ लाता है ताकि वे रिन्यूएबल एनर्जी के लिए तैयार ग्रिड का विकास कर सकें, क्लीन एनर्जी सॉल्यूशंस को बढ़ावा दें, और विद्युतीकरण के प्रयासों को आगे बढ़ाएं।

ग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर को तेजी के साथ करेगा विकसित

अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल), जो ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर में हैं, भारत में अपने-अपने क्षेत्र में इस वैश्विक एलायंस में शामिल होने वाले पहले संगठन बन गए हैं। यूएनईजेडए के सदस्य के रूप में एजीईएल स्वच्छ ऊर्जा के निर्माण, ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने और ऊर्जा दक्षता में सुधार पर ध्यान केंद्रित करेगा, जबकि एईएसएल ग्रीन एनर्जी के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए एक विश्वसनीय ग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए अपने प्रयासों को और तेज करेगा।

एजीईएल के कार्यकारी निदेशक सागर अदाणी ने कहा कि यूटिलिटीज फॉर नेट जीरो एलायंस में शामिल होना वैश्विक सहयोगियों के साथ सतत् विकास लक्ष्यों को आगे बढ़ाने, इनोवेशन को प्रेरित करने और स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन को तेज करने का एक अवसर प्रदान करता है। भारत के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी प्लेयर के रूप में, हम 2030 तक 50 गीगावाट ऊर्जा उत्पादन करने और देश के गैर-जीवाश्म ईंधन ऊर्जा लक्ष्य में 10 फीसदी योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

एजीईएल और एईएसएल का लक्ष्य नेट जीरो हासिल करना

एईएसएल के प्रबंध निदेशक अनिल सरदाना ने कहा कि यूटिलिटीज फॉर नेट जीरो एलायंस में शामिल होकर, एईएसएल अपने वैश्विक सहयोगियों के अनुभव का लाभ उठा सकेगा और बदले में उच्च क्षमता वाले रिन्यूएबल एनर्जी इवैक्युएशन नेटवर्क्स बनाने के अपने अनुभव को साझा कर सकेगा। अदाणी पोर्टफोलियो की महत्वाकांक्षी रिन्यूएबल एनर्जी योजनाओं को देखते हुए, एईएसएल को निर्बाध रिन्यूएबल एनर्जी इवैक्युएशन के लिए विश्वसनीय नेटवर्क स्थापित करना होगा। एजीईएल और एईएसएल दोनों का लक्ष्य 2050 तक नेट जीरो हासिल करना है।

अदाणी ग्रीन एनर्जी अपने रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो को वर्तमान संचालन क्षमता 11.2 गीगावाट से बढ़ाकर 2030 तक 50 गीगावाट करने की योजना बना रहा है। कंपनी गुजरात में कच्छ के खावड़ा में 30 गीगावाट क्षमता का दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट विकसित कर रही है। यह 538 वर्ग किमी में फैला हुआ है, जो पेरिस के आकार से लगभग पांच गुना बड़ा है, और पूरा होने पर यह ऊर्जा स्रोतों के मामले में ग्रह का सबसे बड़ा पावर प्लांट होगा।

 रिन्यूएबल एनर्जी को 70 फीसदी बढ़ाने का लक्ष्य

अपने मुंबई डिस्ट्रीब्यूशन शाखा के लिए अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने 2030 तक बड़े स्तर पर ऊर्जा खरीद में रिन्यूएबल एनर्जी का हिस्सा 70 फीसदी बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा, कंपनी 2020 के स्तर के मुकाबले 2030 तक अपने प्रत्यक्ष उत्सर्जन को 72.7 फीसदी कम करने का लक्ष्य रखती है। रिन्यूएबल एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश के एक हिस्से के रूप में, एईएसएल मुंबई के लिए निर्बाध रिन्यूएबल पावर सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए 1 बिलियन डॉलर की हाई-वोल्टेज डायरेक्ट करंट (एचवीडीसी) लाइन का निर्माण कर रहा है।

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