अदाणी ग्रीन बनीं दुनिया की सबसे बड़ी पवन-सौर हाइब्रिड पावर डेवलपर, राजस्थान में 450 मेगावाट का बिजली संयंत्र स्टार्ट
Adani Green: राजस्थान के जैसलमेर में अपना तीसरा पवन-सौर हाइब्रिड पावर प्लांट चालू किया है। इस नए कमीशन किए गए हाइब्रिड पावर प्लांट की संयुक्त परिचालन उत्पादन क्षमता 450 मेगावाट है।
Adani Green: अदाणी समूह की नवीकरणीय ऊर्जा शाखा अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने राजस्थान के जैसलमेर में अपना तीसरा पवन-सौर हाइब्रिड पावर प्लांट चालू किया है। इस नए कमीशन किए गए हाइब्रिड पावर प्लांट की संयुक्त परिचालन उत्पादन क्षमता 450 मेगावाट है। संयंत्र का एसईसीआई के साथ 25 साल के लिए 2.67 रुपये/केडब्ल्यूएच पर बिजली खरीद समझौता (पीपीए) है।
420 मेगावाट सौर और 105 मेगावाट पवन संयंत्रों वाले इस नए हाइब्रिड पावर प्लांट को अत्याधुनिक तकनीक के साथ लागू किया गया है। इस हाइब्रिड प्लांट के साथ, अदानी ग्रीन एनर्जी के पास अब 1,440 मेगावाट की सबसे बड़ी परिचालन हाइब्रिड बिजली उत्पादन क्षमता है। अदानी ग्रीन तेजी ने रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अपने कदम तेजी से बढ़ा रहा है। मालूम हो कि कंपनी के पास मौजूदा समय में 20.4 गीगावाट का रिन्यूएबल एनर्जी का पोर्टफोलियो है। कंपनी का लक्ष्य इसे बढ़ाकर साल 2030 तक 45 गीगावाट तक करने का है।
पहले भी किया जा चुका हाइब्रिड बिजली संयंत्र संचालन
इससे पहले, मई 2022 में, एजीईएल ने भारत के पहले 390 मेगावाट के हाइब्रिड बिजली संयंत्र का संचालन किया था। इसके बाद, सितंबर 2022 में, दुनिया के सबसे बड़े सह-स्थित 600 मेगावाट के हाइब्रिड पावर प्लांट को चालू किया गया। ये दोनों हाइब्रिड ऊर्जा उत्पादन संपत्ति राजस्थान के जैसलमेर में स्थित हैं।
सबसे बड़ी पवन-सौर हाइब्रिड पावर डेवलपर की खासियत
450 मेगावाट के इस संयंत्र के सफलतापूर्वक चालू होने के साथ, एजीईएल की कुल परिचालन उत्पादन क्षमता ~7.17 गीगावॉट हो गई है। यह एजीईएल को दुनिया का सबसे बड़ा पवन-सौर हाइब्रिड पावर फार्म डेवलपर भी बनाता है। नया कमीशन किया गया 450 मेगावाट का हाइब्रिड पावर प्लांट AGEL की सहायक कंपनी अदाणी सोलर एनर्जी जैसलमेर वन प्राइवेट लिमिटेड में स्थित है।