अडानी ग्रुप में लगा है LIC-SBI का कितना पैसा, आम लोगों को डरने की जरूरत या सुरक्षित है आपका निवेश? जानिए सबकुछ
Adani Group Companies Know About: हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद जब अडानी समूह विवादों में घिरी है, ऐसे में क्या LIC और SBI में लगा आपका पैसा डूब जाएगा? जानें कितना सुरक्षित आपका पैसा..
Adani Group Companies Know About: देश के बड़े कारोबारी गौतम अडानी (Gautam Adani) के नेतृत्व वाला अडानी समूह इन दिनों मुश्किलों में घिरा है। अमेरिकी इंवेस्टर रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के खिलाफ ऐसा माहौल बनाया कि बाजार में भूचाल आ गया। अडानी समूह की लिस्टेड कंपनियों के शेयर भाव बड़ी गिरावट देखी जा रहे। इस हलचल से सबसे ज्यादा चिंतित जीवन बीमा निगम (LIC) और स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) के ग्राहक हैं। इसकी वजह अडानी ग्रुप की कंपनियों में इन दोनों वित्तीय संस्थानों ने बड़ा निवेश किया है। निवेशकों को अपने निवेश की फ़िक्र है। कहीं पैसा डूब न जाए।
दरअसल, हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) और उसके कर्ता-धर्ता नाथन एंडरसन (Nathan Anderson) द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर अपनी कंपनियों के शेयरों का मूल्य बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने के साथ-साथ अकाउंटिंग फ्रॉड करने के भी आरोप लगे हैं।इसलिए बाजार में अडानी समूह की कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट देखी जा रही।
LIC का अडानी समूह में निवेश
भारतीय जीवन बीमा (LIC) का अडानी समूह में निवेश से होने वाला मुनाफा लगातार गिरता जा रहा है। इसकी मुख्य वजह अडानी समूह के शेयरों का नीचे गिरना है। दरअसल, एलआईसी का अडानी के 7 स्टॉक्स में निवेश है। LIC ने मुख्यतः अडानी समूह के 4 स्टॉक में ही मुख्य रूप से निवेश किया है। ये निवेश 24,000 करोड़ रुपए है। ये स्टॉक्स हैं अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises), अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas), अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) और अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission)। ये देखते हुए कि भारतीय जीवन बीमा निगम ने दिसंबर 2022 के बाद अडानी ग्रुप के इन चार शेयरों में अपनी हिस्सेदारी नहीं घटाई है, वर्तमान बाजार कीमतों के आधार पर इस निवेश का मूल्यांकन 27,000 करोड़ रुपए है। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने अडानी ग्रुप के बॉन्ड और इक्विटी में 36,474.78 करोड़ रुपए निवेश किया है।
LIC का अडानी समूह में निवेश 1 प्रतिशत से भी कम
LIC का अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश देखें तो यह एक प्रतिशत से भी काम है। LIC ने अडानी ग्रुप की कंपनियों में 36,474 करोड़ का निवेश कर रखा है। ये उसके कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) का महज 0.97 फीसदी है। बावजूद देश में हाय-तौबा मची है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार इस निवेश की वैल्यू डबल 77,000 करोड़ रुपए थी। हालांकि, बीमा क्षेत्र की इस दिग्गज कंपनी यानी LIC का लाभ इन दिनों तेजी से कम हो रहा है। क्योंकि अडानी ग्रुप के स्टॉक रोजाना ही नीचे गिरते जा रहे हैं। इसका साफ असर LIC को मिलने वाले फायदे पर हो रहा है।
SBI ने अडानी ग्रुप को दिया इतना कर्ज
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने शुक्रवार को बताया कि, अडानी ग्रुप की कंपनियों को उसने करीब 27,000 करोड़ रुपए का कर्ज दिया है। ये ओवर ऑल एक्सपोजर का मात्र 0.88 प्रतिशत है। एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा, बैंक की ऐसी धारणा नहीं है कि अडानी समूह अपनी कर्ज देनदारियों को पूरा करने में किसी तरह की चुनौती का सामना कर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सीबीआई ने इस समूह को शेयरों के एवज में कोई कर्ज नहीं दिया है। खारा ने आगे कहा, अडानी ग्रुप की परियोजनाओं को कर्ज देते समय भौतिक संपत्तियों एवं समुचित नकदी प्रवाह को ध्यान में रखा गया है। उन्होंने ये भी कहा कि इस समूह (अडानी ग्रुप) का बकाया कर्ज चुकाने का रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है
क्या निवेशकों को डरने की जरूरत है?
यदि आप एसबीआई या किसी अन्य बैंक के ग्राहक हैं। आपको अडानी समूह के साथ हो रही घटनाओं से डरने की जरूरत नहीं है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन आम लोगों को बैंक में जमा राशि पर बीमा सुरक्षा की गारंटी (Insurance Coverage Guarantee) देता है। यदि कोई बैंक घाटे में भी जाता है या विफल रहता है तो लोगों की 5 लाख रुपए तक की जमा सुरक्षित रहती है। इसके अलावा SBI, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की 'टू बिग टू फेल' बैंकों की लिस्ट में है। अर्थात, एसबीआई इतना बड़ा है कि वो फेल ही नहीं हो सकता।
LIC कैश रिच वित्तीय संस्थान
इसी प्रकार जीवन बीमा निगम (LIC) हमेशा से एक कैश रिच वित्तीय संस्थान (Cash Rich Financial Institution) है। LIC सिर्फ अडानी समूह ही नहीं, बल्कि अन्य कई बड़ी कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है। इतना ही नहीं एलआईसी इतना कैश रिच इंस्टीट्यूशन है कि उसके पास 21,000 करोड़ रुपए से अधिक की ऐसी राशि है जिसका कोई क्लेम ही नहीं करता है।