Ahmedabad: अदाणी विद्या मंदिर और यूनिसेफ ने एक अनूठी शिक्षा पहल के लिए मिलाया हाथ
Ahmedabad: अदाणी फाउंडेशन द्वारा संचालित अदाणी विद्या मंदिर छात्रों को एक ऐसी प्रणाली प्रदान करता है जो आधुनिक तकनीक और पारंपरिक मूल्यों का सही मिश्रण है। और छात्रों को रोजाना पौष्टिक भोजन, किताबें, परिवहन सुविधा के साथ यूनिफॉर्म के तौर पर सहायता भी प्रदान करता है।
Ahmedabad: अदाणी विद्या मंदिर (एवीएमए) ने जून से दिसंबर 2023 तक सभी स्कूली छात्रों को शामिल करते हुए "यूनिसेफ ऑन कैंपस नॉलेज इनिशिएटिव" शुरू करने के लिए यूनिसेफ के साथ साझेदारी की है। यह सहयोग गुजरात के यूनिसेफ कार्यालय द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। सहयोग दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करने का कार्यक्रम 17 मई 2023 को हुआ। अदाणी फाउंडेशन द्वारा संचालित अदाणी विद्या मंदिर छात्रों को एक ऐसी प्रणाली प्रदान करता है जो आधुनिक तकनीक और पारंपरिक मूल्यों का सही मिश्रण है। और छात्रों को रोजाना पौष्टिक भोजन, किताबें, परिवहन सुविधा के साथ यूनिफॉर्म के तौर पर सहायता भी प्रदान करता है।
यह साझेदारी एवीएमए के छात्रों मे बाल अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाएगा। इसके अलावा प्राथमिकता वाले क्षेत्र जैसे जलवायु, जीवन कौशल, शरीर की सकारात्मकता और आत्म-सम्मान, पोषण, एनीमिया, ऑनलाइन सुरक्षा, वित्तीय साक्षरता, बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने जैसे विषयों की जानकारी देगा। इस अवसर पर अदाणी फाउंडेशन की अध्यक्ष, डॉ प्रीति अदाणी ने कहा, “एवीएमए यूनिसेफ़ के साथ की गई इस साझेदारी से बहुत खुश है। मुझे पूरा यकीन है के हमारे विद्यार्थी इसका पूरा लाभ लेंगे और वे भारत के जागरूक नागरिक बनेंगे।
इस अवसर पर अदाणी फाउंडेशन की ट्रस्टी श्रीमति शीलिन अदाणी ने एवीएमए स्कूल टीम को गुजरात की पहली प्राइवेट स्कूल जिसने यूनिसेफ़ के साथ साझेदारी की है इसके लिए बधाई दी।
यह गुणवत्ता और संपूर्ण शिक्षा को आगे बढ़ाते हुए गुजरात में एक अनूठा मॉडल बनाने में भी योगदान देगा। इस पहल के तहत एलिक्सिर फाउंडेशन और अन्य सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जाने हैं।
यूनिसेफ के गुजरात फील्ड के चीफ प्रशांता दाश ने कहा है कि अदाणी विद्या मंदिर (अहमदाबाद) में उन्हें 'यूनिसेफ ऑन कैंपस नॉलेज इनिशिएटिव' शुरू करने की खुशी है। ये एक 100% लागत मुक्त स्कूल है को के जरूरत मंद बच्चों को अड्मिशन देता है । यह साझेदारी बाल अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन और सभी बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच की गारंटी देने वाले आरटीआई अधिनियम से जुड़े बच्चों के विकास और भागीदारी पर केंद्रित एक अनूठा मॉडल है। इस पहल का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, उन्हें रणनीतिक अभियानों में शामिल करने और उनकी आवाज को बुलंद करने के लिए मंच और अवसर तैयार करना है। मैं अदाणी विद्या मंदिर में बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए डॉ प्रीति अदाणी और श्रीमती शीलिन अदाणी को उनके नेतृत्व, प्रतिबद्धता और दृष्टि के लिए बधाई देता हूँ।
इस पहल का उद्देश्य न्यू डिजिटल और ऑन-ग्राउंड अभियानों के माध्यम से बच्चों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना है। इसके तहत बच्चों को निर्वाचित प्रतिनिधि, खिलाड़ियों, व्यापार जगत की हस्तियों से बातचीत करने का भी अवसर मिलेगा। इसके साथ इसका लक्ष्य युवा चैंपियन की पहचान कर उन्हें ऑनलाइन एक्टिवेशन और चैनलों के माध्यम से उनकी आवाज को बढ़ाना है। यूनिसेफ एवीएमए के युवा चैंपियनों की पहचान करेगा और विभिन्न मंचों के माध्यम से उनकी आवाज बुलंद करेगा। यूनिसेफ और एवीएमए साल के आखिरी में इस सहयोग के प्रभाव का विश्लेषण करेंगे और इसके फिर आने वाले वर्षों के लिए इस सहयोग को बढ़ाने और विस्तारित करने पर सहमति बनाएंगे।
अदाणी फाउंडेशन के बारे में जानकारी
अदाणी फाउंडेशन, अदाणी समूह की सामुदायिक सहायता और जुड़ाव शाखा, पूरे भारत में रणनीतिक सामाजिक निवेश करने के लिए समर्पित है। 1996 से फाउंडेशन ने शिक्षा, स्वास्थ्य, स्थायी आजीविका, कौशल विकास और सामुदायिक बुनियादी ढांचे सहित मुख्य क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया है। राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और वैश्विक सतत विकास लक्ष्यों पर आधारित अपनी रणनीतियों के साथ फाउंडेशन दृष्टिकोण और स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए जाना जाता है जो अदाणी समूह के व्यवसायों और उससे आगे के समुदायों की भलाई और धन में योगदान देता है। वर्तमान में यह 19 राज्यों के 5,753 गांवों में संचालित है, जिससे 73 लाख लोगों का जीवन आसान हुआ है।