Agricultural Technology: इस तकनीक से किसानों के खुल जाते हैं भाग्य, कमाई तो मत ही पूछो
Agricultural Technology: आज हम इस लेख के जरिये खेती में उपयोग होने वाली एक ऐसी ही तकनीक की बात करें, जिसको अपनाकर आप महीने में अच्छा लाभ कमा सकते हैं, इतना ही नहीं, इस तकनीक को एक बिहार के किसान ने अपनाया है और इससे लाखों रुपये महीना कमा रहा है।
Agricultural Technology: आज के दौर टेक्नोलॉजी से भरा दौर है, इस दौर में पहले की तुलना में पैसा कमाना काफी आसान हो गया है। फिर चाहे वह कोई भी फील्ड हो। खेती किसानी में हमेशा से पैसा कमाना एक प्रकार की समस्या रही है, जिसकी वजह से आज भी कई आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, लेकिन जब से कृषि क्षेत्र में नए-नए अविष्कार होने शुरू हुए और टेक्नोलॉजी का उपयोग होने लगा तो खेती किसानी में भी धनवर्षा होने लगी। अब पहले की तुलना में किसान खेती किसानी से अधिक लाभ अर्जित कर रहे हैं, इसलिए आज के दौर में पढ़े लिखे युवा भी अच्छी खासी डिग्रियां हासिल कर लाखों की नौकरी करने के बाद खेती किसानी की ओर रुख कर रहे हैं।
आज हम इस लेख के जरिये खेती में उपयोग होने वाली एक ऐसी ही तकनीक की बात करें, जिसको अपनाकर आप महीने में अच्छा लाभ कमा सकते हैं, इतना ही नहीं, इस तकनीक को एक बिहार के किसान ने अपनाया है और इससे लाखों रुपये महीना कमा रहा है।
इस विधि से किसान बन रहे मालामाल
दरअसल, यह तकनीक है...समेकित कृषि प्रणाली (Integrated Farming System) की। इस तकनीक को अपनाकर किसान भाई कोई फसल का तैयार कर सकते हैं। इसके अलावा यहां पर अन्य चीजों का भी कारोबार कर सकते हैं। बिहार का एक किसान इस तकनीक अपनाकर धान , मछली पालन, मशरूम और सेब की खेती कर रहा और महीने में लाखों रुपये की आय का साधन बनाए हुए है। वहीं, इस किसान से कई किसान इस तकनीक की प्ररेणा ले रहे हैं।
बिहार का किसान करता लाखों की कमाई
पटना के अनंतपुर गांव का रहने वाला एक किसान एंटिग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम यानी समेकित कृषि प्रणाली के जरिये धान की पैदावारी तो कर ही रहा है, साथ ही मछली पालन, मशरूम और सेब की खेती भी रहा है। इसके माध्मय वह मशरूम से 4 महीने में 1.5 से 2 लाख रुपये की कमाई कर रहा है, जबकि फसल उगाने का लागत मात्र 50 हजार रुपये आती है।
तालाब से 4 से 5 लाख का मुनाफा
इसके अलावा यह किसान एक तालाब में मछली पालकर 6 महीने में 4 से 5 लाख रुपये भी कमा करहा है। उसके पास तीन तालाब है। वह अकेले मछली पालन से हर वर्ष 12 से 15 लाख रुपए की कमाई कर कर रहा है। वहीं, कुछ हिस्सों में धान की खेती से भी कमाई कर रहा है।
क्या है समेकित कृषि प्रणाली?
अब बात करते हैं कि आखिर क्या है समेकित कृषि प्रणाली जो किसान को एक बार अपनाने के बाद मालामाल करके छोड़ती है। दरअसल, समेकित कृषि प्रणाली एक ऐसी खेती विधि है, जिसमें फसल उत्पादन के साथ अन्य बिजनेस भी कर सकते हैं। इसमें पशुपालन, कुक्कुट पालन, मधुमक्खी पालन, रेशम पालन, मछली पालन, खरगोश पालन, सब्जियों की खेती, फलों की खेती, मशरूम उत्पादन, कम्पोस्ट उत्पादन, सोलर एनर्जी प्रोडक्शन और बायो-गैस आदि एक साथ कर सकते हैं। इस विधि से खेती के एक अवयव से मिले अवशेष का उपयोग दूसरे अवयव की उत्पादकता बढ़ाने में किया जाता है। उदाहरण के तौर पर पशु से मिले गोबर का इस्तेमाल गोबर गैस, मछली पालन और वर्मीकम्पोस्ट बनाने में किया जाता है। इस वजह से समेकित कृषि प्रणाली विधि किसानों को कुछ ही समय में अमीर बना देती है।