Sundar Pichai: छंटनी के बीच गूगल ने सुंदर पिचाई पर की धनवर्षा, कर्मचारी से 800 गुना अधिक है सैलरी
Sundar Pichai: कंपनी ने सुंदर पिचाई को यह भारी भरकम पैसा प्रॉडक्ट्स की कामयाब लॉन्चिंग और सीईओ पद पर प्रमोशन के चलते मिला है। पिचाई की सैलरी इसलिए इतनी दिख रही है कि उसमें स्टॉक अवार्ड शामिल हैं। उधर, गूगल ने इस साल जनवरी में करीब 12 हजार लोगों की वैश्विक स्तर पर छंटनी कर दी थी।
Sundar Pichai Salary: हजारों की संख्या में कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा कर गूगल ने जो बताया है, वह काफी हैरान करने वाला है। गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने साल 2022 में करीब 19 अरब डॉलर की कमाई की। पिचाई की यह कमाई ऐसी समय हुई, जबकि 2022 की तीसरी तिमाही के महीने के अंतराल में कंपनी ने हजारों संख्या में छंटनी की थी। कंपनी द्वारा शुक्रवार को प्रतिभूति फाइलिंग में दी गई जानकारी मुताबिक, अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई को 2022 में लगभग 226 मिलियन डॉलर (लगभग 1,854 करोड़ रुपये) का कुल मुआवजा मिला। इसमें अधिकांश हिस्सा स्कॉट अवॉर्ड भी शामिल है, जो उन्हें मिला है। यह आंकड़ा अल्फाबेट के कर्मचारियों द्वारा अर्जित औसत वेतन से 800 गुना अधिक है।
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इस वजह से है पिचाई का भारी वेतन, 12 हजार छंटनी
कंपनी ने सुंदर पिचाई को यह भारी भरकम पैसा प्रॉडक्ट्स की कामयाब लॉन्चिंग और सीईओ पद पर प्रमोशन के चलते मिला है। पिचाई की सैलरी इसलिए इतनी दिख रही है कि उसमें 218 मिलियन डॉलर (लगभग 1,788 करोड़ रुपये) के स्टॉक अवार्ड शामिल हैं। यह खबर बाहर आते ही भूचाल ला दिया है। क्योंकि अल्फाबेट दुनिया भर में सक्रिय रूप से नौकरियों में कटौती कर रहा है। कंपनी ने इस साल जनवरी में ग्लोबल लेवल पर 12 हजार लोगों की छंटनी करने की घोषणा की थी, जो कि कंपनी के कार्यबल का 6 फीसदी था।
उच्च वेतन के अंतर से कर्मचारियों में चिंता
पिचाई और अल्फाबेट के मध्यवर्गीय वाले कर्मचारियों के बीच उच्च वेतन अंतर ने आय असमानता और उचित मुआवजा प्रथाओं के बारे में चिंता जताई है। कुछ ने अपने कर्मचारियों के कल्याण पर कंपनी के कार्यकारी वेतन की प्राथमिकता की आलोचना की है। हाल के महीनों में दुनिया भर में अल्फाबेट के विभिन्न कार्यालयों में छंटनी के खिलाफ कर्मचारियों के विरोध के कई उदाहरण सामने आए हैं।
कंपनी को झेलना पड़ा छंटनी का विरोध
अप्रैल की शुरुआत में, लंदन में Google के सैकड़ों कर्मचारियों ने नौकरियों में कटौती करने की कंपनी की योजना का विरोध करते हुए वाकआउट किया। इसी तरह, मार्च 2022 में, 200 से अधिक कर्मचारियों को प्रभावित करने वाली छंटनी की घोषणा के बाद Google के ज्यूरिख कार्यालयों के कर्मचारी बाहर चले गए।