Bussiness News: न्यूज़ एजेंसी अपने एनएफटी फोटो बेचेगी
Bussiness News : एसोसिएटेड प्रेस (एपी) का मार्केटप्लेस और पहला एनएफटी 31 जनवरी को लांच होगा। शुरुआत में एपी के पूर्व और वर्तमान फोटो जर्नलिस्टों द्वारा की गई फोटोग्राफी और उनके काम के डिजिटल वर्जन के एनएफटी पेश किए जाएंगे।
Bussiness News : दुनिया की प्रतिष्ठित समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस अब एनएफटी के बाजार में उतर रही है, जहां लोग इस समाचार एजेंसी की पुरस्कार विजेता फोटो को एनएफटी के रूप में खरीद सकेंगे। इस बिजनेस के लिए एसोसिएटेड प्रेस ने ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी प्रदाता कम्पनी ज़ूआ से सहयोग किया है।
डिजिटल वर्जन के एनएफटी पेश किए जाएंगे
एसोसिएटेड प्रेस (एपी) का मार्केटप्लेस और पहला एनएफटी 31 जनवरी को लांच होगा। शुरुआत में एपी के पूर्व और वर्तमान फोटो जर्नलिस्टों द्वारा की गई फोटोग्राफी और उनके काम के डिजिटल वर्जन के एनएफटी पेश किए जाएंगे। इनमें पुलित्जर पुरस्कार विजेता एपी की फोटो को भी शामिल किया जाएगा।
मनोरंजक और मार्मिक फोटो शामिल हैं
एपी में ब्लॉकचेन और डेटा लाइसेंसिंग के निदेशक ड्वेन डेसॉल्नियर्स के मुताबिक एपी के पत्रकारों ने 175 वर्षों से दुनिया की सबसे बड़ी खबरों को रिकॉर्ड किया है। इनमें मनोरंजक और मार्मिक फोटो शामिल हैं जो आज भी जीवंत हैं। उन्होंने कहा कि ज़ूआ की तकनीक के साथ एपी को फोटोग्राफी एनएफटी पेशकश करने पर गर्व है।
उपकरण और तकनीकी सेटिंग्स के बारे में जानकारी मिलेगी
प्रत्येक एनएफटी में मूल मेटाडेटा का एक सेट शामिल होगा जिसमें संग्रहकर्ता को फोटो खींचने के समय, तिथि, स्थान, उपकरण और तकनीकी सेटिंग्स के बारे में जानकारी मिलेगी। एपी की फोटो एनएफटी का प्रारंभिक संग्रह 31 जनवरी से हर हफ्ते जारी किया जाएगा। सभी एनएफटी के मूल्य अलग-अलग होंगे। एपी एक गैर-लाभकारी समाचार कोऑपरेटिव संस्था है सो जो भी आमदनी होगी उसे एपी अपनी वास्तविक और निष्पक्ष पत्रकारिता के वित्तपोषण में लगाएगा।
एनएफटी को पॉलीगॉन ब्लॉकचेन पर मिंट किया जाएगा
सभी तरह के संग्रहकर्ता एनएफटी बाज़ार के माध्यम से आधिकारिक एपी डिजिटल सामग्री की खरीद, बिक्री और व्यापार कर सकेंगे। आने वाले समय में एपी मार्केट प्लेस पर फॉर्मेटिक, बिनान्स, मेटाटास्क और कॉइनबेस के सहयोग से सेकंडरी बाजार में लेनदेन किया जा सकेगा। यहां क्रेडिट कार्ड और क्रिप्टो वॉलेट का उपयोगकिया जा सकेगा। एपी की एनएफटी को पॉलीगॉन ब्लॉकचेन पर मिंट किया जाएगा, जो पर्यावरण के अनुकूल होगा। यानी इसमें बिजली का नियंत्रित इस्तेमाल होगा।