IFSC Codes Change: बदल जायेंगे इन बैंकों के ये नियम, 1 जुलाई से SBI-Axis बढ़ा देंगे अपना Charge
एक जुलाई से भारतीय स्टेट बैंक SBI कैश विड्रॉल पर पहली जुलाई से नई लिमिट तय करने जा रहा है। अब SBI के ग्राहक 1 जुलाई से बैंक की ब्रांच से 4 बार ही कैश निकाल सकेंगे।
IFSC Codes Change: इस साल एक जुलाई से देश के बैंकों में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। इस दिशा में SBI और Axis Bank की कुछ सेवाओं का चार्ज बढ़ना तय है। साथ ही Canara Bank में विलय होने वाले एक बैंक के IFSC Code भी बदलने जा रहे हैं। बता दें कि सरकारी क्षेत्र के सिंडिकेट बैंक का अब केनरा बैंक में विलय हो चुका है। सिंडिकेट बैंक के पुराने IFSC Code काम के नहीं रहेंगे। इसकी जगह सिंडिकेट बैंक के ग्राहकों को केनरा बैंक के नए IFSC Code का उपयोग करना होगा।
बैंकिंग सेवा का लाभ उठाने वाले बैंक ग्राहकों को IFSC Code की ज्यादा जरूरत NEFT, IMPS, RTGS और अन्य तरह के डिजिटल लेनदेन के लिए पड़ती है। ऐसे में अब सिंडिकेट बैंक की शाखाओं के लिए तय हुए नए IFSC Code आप केनरा बैंक की वेबसाइट, केनरा बैंक की किसी शाखा, अपने सिंडिकेट बैंक की पुरानी शाखा या https://canarabank.com/ifsc.html से प्राप्त कर सकते हैं।
SBI कैश विड्रॉल लिमिट
एक जुलाई से भारतीय स्टेट बैंक SBI कैश विड्रॉल पर पहली जुलाई से नई लिमिट तय करने जा रहा है। अब SBI के ग्राहक 1 जुलाई से बैंक की ब्रांच से 4 बार ही कैश निकाल सकेंगे। इससे ज्यादा बार कैश विड्रॉल करने पर ग्राहकों को 15 रुपये का चार्ज लगेगा। इस पर GST अलग से लगेगा।
ATM से 4 बार से ज्यादा बार कैश निकालने पर15 रुपये का चार्ज
SBI का कैश विड्रॉल का ऊपर बताया नियम ATM से किए जाने वाले ट्रांजैक्शन पर भी लागू होगा। ऐसे में ATM से भी 4 बार से ज्यादा बार कैश निकालने पर ग्राहक को 15 रुपये का चार्ज और साथ में जीएसटी अलग से चुकाना होगा।
चेक बुक से जुड़े नियम भी बदल दिए
इतना ही नहीं SBI ने अपने बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट (BSBD) खातों के लिए चेक बुक से जुड़े नियम भी बदल दिए हैं। हली जुलाई से ऐसे खाताधारकों को एक वित्त वर्ष में 10 चेक ही मुफ्त मिलेंगे। इसके बाद अगले 10 चेक के लिए ग्राहकों को 40 रुपये और 25 चेक के लिए 75 रुपये देने होंगे। इसमें भी जीएसटी अलग से वसूला जाएगा।
इसमें भी जीएसटी अलग से वसूला जाएगा। यदि ग्राहक इमरजेंसी में 10 लीफ की चेकबुक लेता है तो उसे 50 रुपये और जीएसटी देना होगा। वरिष्ठ नागरिकों के लिए वरिष्ठ नागरिकों के लिए पुराने नियम ही मान्य रहेंगे।