महिलाओं के नाम घर खरीदना होता है फायदेमंद, जानें यह खास वजह
Buying Women Home :प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी फर्म एनॉरॉक 2020 रिपोर्ट के अनुसार देशभर में 77 फीसदी घर महिलाओं के नाम पर है।
Buying Women Home : बदलते दौर ने लोगों की सामाजिक प्रथा को भी बदल कर रख दिया है। पहले घर के पुरुषों में वित्तीय चीजों का फैसला लेने की मुख्य भूमिका का अधिकार था लेकिन समय के साथ लोगों की सोच में काफी परिवर्तन देखने को मिला है। अब महिलाएं (Women) घर खरीदने (Buying house) में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। कोरोना महामारी (Corona epidemic) के दौरान घर खरीदने को लेकर लोगों की प्राथमिकताएं बदल गई हैं।
आपको बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान महिलाओं के नाम पर घर खरीदना काफी फायदेमंद साबित हो गया है। आम तौर पर घर खरीदना लोगों के लिए ऐसा निवेश जिसका फैसला कई वर्षों तक काफी सोच विचार कर लिया जाता है लेकिन इस महामारी के दौरान लोगों की सोच में काफी परिवर्तन आया है।
बताया जा रहा है कि प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी फर्म एनॉरॉक की 2020 क रिपोर्ट के अनुसार देशभर में 77 फीसदी घर महिलाओं के नाम पर है। इसके साथ रियल एस्टेट खरीदने के मामले में भी करीब 74 फीसदी महिलाओं का फैसला होता है। इसी के साथ नीति निर्माताओं ने महिलाओं के नाम पर घर खरीदने पर कई रियायते शुरू कर दी है। महिला के नाम पर घर खरीदने पर तीन तरह के फायदे मिल सकते हैं।
मिलती है कम ब्याज दर
बता दें कि कई हाउसिंग फाइनेंस संस्था महिलाओं के लिए ब्याज दर अन्य लोगों की अपेक्षा 0.5 - 5 % तक कम रखते हैं। कुछ हाउसिंग कंपनियों ने महिलाओं के भविष्य और उनकी आय के अनुसार विशेष लोन स्कीम बनाई है।
महिलाओं को खरीदने पर मिलती है टैक्स में छूट
महिलाओं के नाम पर घर या जॉइंट ओनरशिप में लोन लेने से परिवार की आय पर टैक्स में छूट मिलने का लाभ मिल जाता है। इसके साथ अगर पत्नी की आय का स्त्रोत अलग है तो किस्ते चुकाने पर पति - पत्नी दोनों को टैक्स छूट मिल सकती है। ऐसा करने से निवेश में दो गुना लाभ मिल जाता है।
स्टाम्प ड्यूटी छूट
कई राज्य महिलाओं के नाम पर प्रॉपर्टी रजिस्ट्री करने पर स्टाम्प ड्यूटी में छूट देता है। उत्तर भारत के कई राज्यों में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री कराने पर 2 से 3 फीसदी की छूट मिल जाती है। परिवार की महिला सदस्यों के लिए खुद के नाम घर होना सशक्तिकरण का भी माध्यम है।