Chhath Puja 2023: छठ पूजा से खिला बाजार, देश भर में 8 हजार करोड़ का कारोबार, इन वस्तुओं की मांग से उछली बिक्री
Chhath Puja 2023:कनफ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि छठ पूजा भारत की लोक संस्कृति का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है जो नहाय खाय से शुरू होकर चार दिनों में पारण पर समाप्त होता है। इस दौरान 8 हजार करोड़ के कारोबार होने की संभावना है।
Chhath Puja 2023: 17 नवंबर 2023 से नहाय-खाय से शुरू होकर सोमवार 20 नवंबर तक चलने वाले चार दिवसीय छठ पूजा महोत्सव की बिहार एवं झारखंड के अलावा अन्य राज्यों में बसे बिहारियों के बीच उत्साह का माहौल छाया हुआ है। लोग छठ पर्व देश भर में बड़े धूमधाम से मनाने रहे हैं। पर्व को लेकर बाजार भी काफी खिला हुआ है। एक अनुमान के मुताबिक, इस बार छठ पूजा पर विभिन्न राज्यों से रिटेल बाजारों से लगभग 8 हजार करोड़ रुपये से अधिक के सामान की खरीदारी होने के संभावना लगाई गई है। देश भर में करीब 20 करोड़ से अधिक लोग छठ पूजा कर रहे हैं जिनमें स्त्री, पुरुष के अलावा युवा एवं बच्चे सभी शामिल हैं।
होगा 8 हजार करोड़ रुपये का कारोबार
कनफ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने रविवार को कहा कि छठ पूजा भारत की लोक संस्कृति का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है जो नहाय खाय से शुरू होकर चार दिनों में पारण पर समाप्त होता है। यह भारत की संस्कृत एवं सभ्यता है कि जहां छठ पूजा के दौरान उगते सूर्य के साथ पहले डूबते सूर्य की पूजा की जाती है जो इस बात की स्पष्ट दर्शाता है कि उगते के साथ तो सब होते हैं लेकिन भारत के लोग डूबते का भी सहारा बनते हैं। कैट का कहना है कि इस बार देश भर में छठ पूजा पर भारतीय बाजारों में खुदरा बिक्री 8 हजार करोड़ रुपये की हो सकती है।
यहां हैं छठ पर्व की धूम
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि बिहार एवं झारखंड के अलावा यह त्यौहार पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश में भी नायर ज़ोर शोर से मनाया जाता है। इन राज्यों में बढ़ी संख्या में बिहार के लोग निवास करते हैं।
इन सामानों की जबदरस्त बिक्री
खंडेलवाल ने कहा कि छठ पूजा के लिए जहां फल एवं फूल तथा सब्ज़ी की बिक्री बड़े पैमाने पर हुई, वहीं वस्त्र, साड़ियां, गारमेंट, शृंगार की वस्तुएं,खाद्यान, आटा, चावल,दालें जाहिद खाद्यान वस्तुएं, सिंदूर, सुपारी, छोटी इलायची एवं सहित पूजा का सामान, नारियल, आम की लकड़ी, मिट्टी के चूल्हे, देसी घी सहित अन्य सामान की जबरदस्त बिक्री हुई।
जानिए क्यों होता है छठ पर्व
आपको बता दें कि छठ पूजा का व्रत महिलाएं अपनी संतान और पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना को लेकर करती हैं। इस पूजा में लंबा सिंदूर पति के लिए बेहद शुभ माना जाता है और इसलिए छठ पूजा के दौरान महिलाएं नाक से मांग तक सिंदूर लगाती हैं। ऐसी मान्यता है कि महिलाएं जितना लंबा सिंदूर लगाती हैं उनके पति की आयु ही लंबी होती है। छठ पूजा के बाद अब त्यौहारों की श्रृंखला 23 नवम्बर को समाप्त होगी। जब देश भर में तुलसी विवाह बड़े पैमाने पर मनाया जायेगा और उसी दिन से देश में शादियों का सीजन भी शुरू हो जाएगा।