Cryptocurrency : क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में रातोंरात साफ हो गए 400 अरब डॉलर

Cryptocurrency : क्रिप्टोकरेंसियों के टूटने की वजह बिकवाली, प्रॉफिट बुकिंग और अमेरिकी डॉलर की मजबूती है। जब बाजार में बिकवाली का दौर शुरू होता है तो यही ट्रेंड देखने को मिलता है।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-11-16 13:31 GMT

क्रिप्टो करेंसी (फोटो- सोशल मीडिया)

Cryptocurrency : बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसियां बीते 24 घंटे में तेजी से नीचे आई हैं जिसके चलते क्रिप्टोकरेंसी बाजार से 400 अरब डॉलर साफ हो गए हैं। बिटकॉइन, एथेरेम, बियॉन्स बीएनबी, सोलाना, कारडानो और रिपल एक्सआरपी समेत सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी 7 से 10 फीसदी नीचे आ गई हैं।

दरअसल, क्रिप्टोकरेंसियों के टूटने की वजह बिकवाली, प्रॉफिट बुकिंग और अमेरिकी डॉलर की मजबूती है। जब बाजार में बिकवाली का दौर शुरू होता है तो यही ट्रेंड देखने को मिलता है। इसकी वजह से क्रिप्टोकरेंसी का बाजार पूंजीकरण 7.5 फीसदी टूट कर 3 ट्रिलियन डॉलर से 2.66 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया है।

बिटकॉइन के दाम
Bitcoin Price

बाजार के अचानक टूटने से कुछ समय पहले बिटकॉइन में चार साल के बाद ओहल बड़ा अपग्रेड आया था। इसी अपग्रेड की आशा में बिटकॉइन के दाम चढ़ते गए थे और पिछले हफ्ते 70 हजार डॉलर के करीब आ गए थे। बिटकॉइन के प्रतिद्वंद्वी एथेरेम भी 5 हजार डॉलर के लेवल पर पहुंच गया था।

फोटो- सोशल मीडिया

लेकिन अब ये 4100 पर आ गया है। इस साल सभी बड़ी क्रिप्टोकरेंसियां (future of cryptocurrency in india) तेजी से ऊपर चढ़ी हैं और कई के दाम तो 300 फीसदी तक बढ़ गए हैं। बिटकॉइन के दाम इस साल दुगुने हुए हैं जबकि एथेरेम तो 400 फीसदी बढ़ गया है।

बाजार पुराने लेवल पर आएगा 

बाजार टूटने के बावजूद निवेशकों का भरोसा क्रिप्टोकरेंसी पर बना हुआ है और उनका कहना है कि कुछ सप्ताह (future of cryptocurrency in india) में बाजार पुराने लेवल पर आ जायेगा। कुछ निवेशकों के अनुसार बाजार टूटने का सिलसिला एशिया से शुरू हुआ था।

निवेशकों को उम्मीद है कि बाजार अब और नीचे नहीं जाएगा तथा नए टोकन और करेंसियां बाजार को आगे और ले जायेंगीं। जहां तक भारत की बात है तो यहां शीघ्र ही किसी प्रकार के रेगुलेशन की घोषणा होने की उम्मीद है।

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