Airline Indigo: एविएशन इंडस्ट्रीज में इंडिगो ने रचा इतिहास, एयरबस के साथ की 500 विमानों की डील, 2035 तक डिलीवरी
Airline Indigo: देश की सबसे बड़ी डोमेस्टिक एयरलाइन इंडिगो अपनी पहुँच बढ़ाने के लिए विमान निर्माता एयरबस से 500 अतिरिक्त विमान प्राप्त करेगा। इसके अलावा, इंडिगो 20 वाइड बॉडी विमान खरीदने के लिए भी विमान निर्माताओं से बातचीत कर रहा है।
Airline Indigo: देश की सबसे बड़ी डोमेस्टिक एयरलाइन इंडिगो अपनी पहुँच बढ़ाने के लिए विमान निर्माता एयरबस से 500 अतिरिक्त विमान प्राप्त करेगा। इसके अलावा, इंडिगो 20 वाइड बॉडी विमान खरीदने के लिए भी विमान निर्माताओं से बातचीत कर रहा है। इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स पहले ही कह चुके हैं कि भारतीय बाजार में आगे बहुत डेवलपमेंट और ग्रोथ होना है। पिछले साल सितंबर में केएलएम एयरलाइन के पूर्व अध्यक्ष, पीटर एल्बर्स को सीईओ के रूप में लाए जाने के बाद से इंडिगो की महत्वकांक्षी अंतरराष्ट्रीय योजनाएं सबसे आगे हैं।
वाइड बॉडी विमान
यह पहली बार होगा जब इंडिगो एयरलाइन की संचालक कंपनी इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड वाइड-बॉडी एयरक्राफ्ट का ऑर्डर देगी। फिलवक्त इंडिगो एयरबस 320 विमानों और छोटे एटीआर विमानों का बेड़ा संचालित करती है। यह वर्तमान में भारत और इस्तांबुल के बीच तुर्की से वेट लीज पर बोइंग 777 विमानों के बेड़े का भी संचालन करती है। वेट लीज में एक विमान को उसके चालक दल के साथ पट्टे पर देना शामिल है।
इंडिगो विमान निर्माताओं एयरबस और बोइंग के साथ कम से कम एक साल से चर्चा कर रहा है। उम्मीद की जा रही है कि इस साल ही ऑर्डर दे दिया जाएगा। वाइड बॉडी विमान खरीदने का मतलब है कि इंडिगो का इरादा लंबी दूरी के गंतव्यों को टैप करना है। बता दें कि एयर इंडिया ने इस साल फरवरी में रिकॉर्ड 470 एयरक्राफ्ट ऑर्डर देकर इतिहास रच दिया था। इस आर्डर में 70 वाइड-बॉडी एयरक्राफ्ट शामिल हैं।
जानकारों के अनुसार, इंडिगो यदि अभी बड़े आकार के विमान का ऑर्डर देता है तो वह उसे छह महीने में भी मिल सकता है। लेकिन अन्य विमान मिलने में उसे दो तीन साल लग जायेंगे। शायद इसीलिए इंडिगो वाइड-बॉडी को शामिल करना चाहती है ताकि वह प्रतिस्पर्धा में पीछे न रह जाये और कम लागत वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ान में आगे बनी रहे। बहरहाल 500 विमानों को दशक के अंत से पहले डिलीवर करने का ऑर्डर दिया जा चुका है।
2026 में आई थी इंडिगो
2006 में स्थापित, इंडिगो अब तक एक कम लागत वाला वाहक रहा है। इसके पास कम चौड़े विमानों का बेड़ा है जिसमें लगभग 222 यात्री बैठ सकते हैं। दिसंबर 2022 तक इसके बेड़े में 302 विमान थे, जिनमें ऑपरेटिंग लीज पर 288 विमान और 14 स्वामित्व वाले थे। गुरुग्राम स्थित एयरलाइन में 160 एयरबस और दो एयरबस 321 मालवाहक हैं। इंडिगो के लिए अन्य 480 जेट पाइपलाइन में हैं जिनमें ज्यादातर कम चौड़े विमान और कुछ टर्बोप्रॉप जेट हैं, जिन्हें 2030 से ठीक पहले इसके बेड़े में शामिल किया जाएगा। इंडिगो का बड़ा आर्डर सरकार के लिए मददगार साबित होगा, जो एयरलाइनों से बड़े आकार के विमानों का ऑर्डर देने और यूरोप और अमेरिका के गंतव्यों को सीधे भारत से जोड़ने के लिए कह रही है।
इंडिगो वर्तमान में 76 घरेलू और 26 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए परिचालन करती है। एयरलाइन अधिकारियों के अनुसार, इंडिगो के पास लगभग 300 विमान हैं और विस्तार योजना के लिए 500 और विमानों का ऑर्डर दिया है। वर्तमान में, हम एक दिन में 1,800 उड़ानें भर रहे हैं, और उनमें से 10 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर हैं। हमारी वर्तमान अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भारतीय उपमहाद्वीप के आसपास केंद्रित हैं। हम सबसे दूर तुर्की और इस्तांबुल की यात्रा करते हैं। तुर्की एयरलाइंस के साथ साझेदारी की गयी है। यह एक कोडशेयर साझेदारी है जो इंडिगो को यूरोप में प्रवेश करने की अनुमति देती है।
इंडिगो के एक टॉप अधिकारी ने कहा था कि भारत में वर्तमान में पासपोर्ट रखने वाले 100 मिलियन लोग हैं। भारतीय लोगों को जब पासपोर्ट मिलता है तो पहली चीज जो वे करना चाहते हैं वह है विदेश के लिए उड़ान भरना। इसलिए हम लोगों को भारत की सीमाओं से परे ले जाने के लिए सही समय पर सही जगह पर हैं।