FPI Withdraw: नहीं रुका एफपीआई निकासी का सिलसिला, अक्टूबर के दो हफ्तों में कर दी तगड़ी निकासी
FPI Withdraw: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का भरोसा लगातार घरेलू शेयर बाजार से टूट रहा है। एफपीआई ने अक्टूबर माह से अब तक 7 हजार करोड़ से अधिक रुपये भारतीय शेयर बाजार से निकाल चुके हैं।
FPI Withdraw: बढ़ी मंहगाई से निपटने के लिए अमेरिका के केंद्रीय बैंक (central bank of america) सहित अन्य देशों के केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों (interest rates of central bank) में इजाफा किए जाने के बाद से इसका सीधा प्रभाव विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (foreign portfolio investors) पर पड़ा रहा है। एफपीआई का भरोसा लगातार घरेलू शेयर बाजार से टूट रहा है,जिसके लगातार निकासी बनी हुई है। एफपीआई ने अक्टूबर माह से अब तक 7 हजार करोड़ से अधिक रुपये भारतीय शेयर बाजार से निकाल चुके हैं।
अक्टूबर के दो हफ्ते में निकाल डाले इतने रुपये
डिपॉजिटरी के आंकड़ों से मिली जानकारी के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (foreign portfolio investors) तीन अक्टूबर से लेकर 14 अक्टूबर तक 7,458 करोड़ रुपये निकासी की है। आपको बता दें जुलाई से पहले लगातार नौ महीने तक घरेलू शेयर बाजार ने निकासी करने के बाद जुलाई महीने FPI ने निवेश करना शुरु किया था,लेकिन दुनिया की कैंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी किये जाने से एक बार फिरसे FPI प्रभावित हुए हैं और भारतीय शेयर बाजार निकासी करने लगे हैं।
अगस्त महीने में किया एफपीआई ने भारी भरकम निवेश
डिपॉजिटरी आंकड़ों के मुताबिक, इस साल सितंबर महीने में एफपीआई ने शेयर बाजार से 7,600 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की थी। हालांकि लगातार दो महीने जुलाई और अगस्त माह में एफपीआई ने शेयर बाजार में निवेश किया था। जुलाई में एफपीआई ने करीब 5,000 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था,जबकि अगस्त में 51,200 करोड़ रुपये का इस साल का अब तक सबसे बड़ा शुद्ध निवेश शेयर बाजार में किया था। वहीं अगर बात इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक शेयर बाजार से पैसे की निकासी की करें तो विदेशी निवेशकों में भारतीय शेयर बाजार से अब तक 1.76 लाख करोड़ रुपये चुके हैं।
एफपीआई पर एक्सपर्ट ने कहीं यह बातें
एफपीआई द्वारा शेयर बाजार से निकासी पर कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने एक मीडिया से बातचीत में कहा कि जियो-पॉलिटिकल के प्रभाव और बढ़ती महंगाई के चलते आने वाले दिनों में एफपीआई के शेयर बाजार में निवेश में उतार चढ़ाव का माहौल बना रहने वाला है। वहीं, जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार से एफआईपी की बिकवाली का मुख्य कारण डॉलर की मजबूती है।