Freshworks Inc: इस कम्पनी ने 500 कर्मचारियों को बनाया करोड़पति
Freshworks inc: लिस्टिंग से 500 कर्मचारी करोड़पति बन गए हैं, जिनमें से 69 की उम्र 30 साल से कम है।
Freshworks INC: भारत की एक सॉफ्टवेयर कंपनी ने अपने 500 कर्मचारियों को करोड़पति बना दिया है। सॉफ्टवेयर फर्म फ्रेशवर्क्स इंक (Freshworks Inc) ने बुधवार को अमेरिकी एक्सचेंज नैसडैक (Nasdaq) पर धमाकेदार एंट्री की। इस लिस्टिंग के साथ ही कंपनी के शेयर तेजी से बढ़े और देखते देखते कम्पनी के 500 कर्मचारी करोड़पति बन गए। सभी स्टार्टअप्स की तरह फ्रेशवर्क्स ने भी सभी कर्मचारियों को शेयर दे रखे हैं।
21 फीसदी प्रीमियम पर एंट्री की
नेसडैक में लिस्ट होने वाली यह भारत की पहली सॉफ्टवेयर सर्विस और यूनिकॉर्न कंपनी है। कंपनी ने नेसडैक पर अपने इश्यू प्राइस से 21 फीसदी प्रीमियम पर एंट्री की है। नेसडैक पर लिस्टिंग के साथ ही फ्रेशवर्क्स का मार्केट कैप 12 अरब डॉलर से पार हो गया है। गिरीश मातृभूतम फ्रेशवर्क्स के प्रमुख हैं और उन्होंने 2010 में चेन्नई से छह कर्मचारियों के साथ इसे शुरू किया था। आज फ्रेशवर्क्स 120 देशों में काम करती है और इसका अधिकतर राजस्व अमेरिका से आता है।
फ्रेशवर्क्स में 4,000 से अधिक कर्मचारी हैं
फिलहाल, फ्रेशवर्क्स में 4,000 से अधिक कर्मचारी हैं और इनमें से 76 प्रतिशत के पास कंपनी के शेयर हैं। मातृभूतम ने कहा है कि उन्होंने सिर्फ अपने लिए कार खरीदने के लिए यह कंपनी शुरू नहीं की थी बल्कि वो चाहते थे कि उनके सभी कर्मचारी कार खरीद पाएं।उन्होंने कहा कि लिस्टिंग से 500 कर्मचारी करोड़पति बन गए हैं, जिनमें से 69 की उम्र 30 साल से कम है।
2017 में उन्होंने इसका नाम बदलकर फ्रेशवर्क्स कर दिया
तमिलनाडु के त्रिची में पैदा हुए गिरीश ने पहले इंजीनियरिंग और फिर मद्रास यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई पूरी की। करियर की शुरुआत में उन्होंने पांच साल तक जोहो कॉर्पोरेशन के साथ काम किया। वहां वाइस प्रेसिडेंट के पद तक पहुंचे। इसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़कर फ्रेशडेस्क नाम से खुद की कंपनी शुरू की। 2017 में उन्होंने इसका नाम बदलकर फ्रेशवर्क्स कर दिया। उनका ध्यान क्लाउड-बेस्ड क्लाइंट सर्विस सॉफ्टवेयर बनाना था।
रजनीकांत के फैन
देश के सबसे सफल सॉफ्टवेयर स्टार्टअप फाउंडर्स में से एक मातृभूतम तमिल सुपरस्टार रजनीकांत के जबरदस्त फैन हैं। रजनीकांत के प्रति उनकी दीवानगी का आलम यह है कि जब भी रजनीकांत की कोई नई फिल्म रिलीज होती है तो वह अपने कर्मचारियों के लिए चेन्नई में पूरा हॉल बुक करा लेते हैं। अपने बिजनस को पंख देने के लिए वह भले ही अमेरिका चले गए हैं । लेकिन रजनीकांत के प्रति उनकी दीवानगी अब भी बनी हुई है। उन्होंने अपने आईपीओ का नाम प्रोजेक्ट सुपरस्टार रखा था।
फ्रेशवर्क्स को पहली फंडिंग 2011 में मिली
फ्रेशवर्क्स को पहली फंडिंग 2011 में मिली थी जब एक्सेल ने इसमें 10 लाख डॉलर निवेश किया। उसी साल कंपनी को अपना पहला कस्टमर भी मिला। इसके बाद फ्रेशवर्क्स ने अपनई रेंज का विस्तार करते हुए सेल्स और सीआरएम को भी जोड़ा। साथ ही फ्रेशवर्क्स को फ्रेशडेस्क के रूप में रिब्रांड किया गया। 2021 में इसका सालाना राजस्व 49 फीसदी तेजी के साथ 30 करोड़ डॉलर को पार कर गया। साथ ही उन्होंने स्टार्टअप्स में निवेश के लिए एक फंड भी बनाया है।