HDFC-HDFC Bank Merger: जल्द होने जा रहा देश का सबसे बड़ा विलय, जानें करोड़ों ग्राहकों पर क्या होगा असर?
HDFC-HDFC Bank Merger: एचडीएफसी बैंक और उसकी पेरेंट कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड 1 जुलाई से एक हो जाएंगे। ये मौजूदा साल का सबसे बड़ा मर्जर है। इसका असर करोड़ों ग्राहकों पर होगा। जानें क्या?
HDFC-HDFC Bank Merger: आवास वित्त कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd) का निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के साथ विलय एक जुलाई से प्रभावी होगा। एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख (HDFC Chairman Deepak Parekh) ने मंगलवार (27 जून) को ये जानकारी दी। कहने का मतलब है, मॉर्गेज पर लोन लेने वाली पेरेंट कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड और देश का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक 'एचडीएफसी बैंक' पहली जुलाई से एक हो जाएंगे। शेयर मार्केट में लिस्टेड एचडीएफसी लि. के स्टॉक्स की ट्रेडिंग 13 जुलाई के बाद HDFC Bank के नाम से ही होगी।
बता दें, दोनों कंपनियों के बोर्ड 30 जून को एक स्पेशल मीटिंग करने जा रहे हैं। इस बैठक में मर्जर से जुड़ी आवश्यक मंजूरियों पर मुहर लग जाएगी। इस मर्जर का असर एचडीएफसी लिमिटेड से लोन लेने वालों और एचडीएफसी बैंक दोनों के करोड़ों ग्राहकों पर पड़ेगा।
HDFC की आखिरी बोर्ड मीटिंग 30 जून को
एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने बताया, 'आगामी 30 जून को एचडीएफसी के बोर्ड की अंतिम बैठक होने जा रही है। इस मर्जर के लिए अप्रैल में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एचडीएफसी बैंक को चुनिंदा रेग्युलेटरी नियमों से राहत दी थी। जिसका मकसद था कि, आसानी से दोनों कंपनियों का विलय पूरा हो सके।'
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अनोखा है ये विलय
एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Limited) और एचडीएफसी बैंक (HDFC bank) के इस मर्जर को भारत में अपने तरह का अनोखा विलय कहा जा रहा है। दरअसल, इस विलय के बाद HDFC बैंक का मूल्य 168 अरब डॉलर करीब लगभग 13.77 लाख करोड़ रुपए हो जाएगा। इस मर्जर से एचडीएफसी ग्रुप की इंश्योरेंस कंपनियों और एसेट मैनेजमेंट कंपनियों को छोड़कर भी करोड़ों लोगों पर असर पड़ेगा।
करोड़ों लोगों पर क्या होगा असर?
मर्जर के बाद जाहिर तौर पर एचडीएफसी बैंक का पूंजी आधार बढ़ जाएगा। इसका फायदा बैंक से लोन लेने वाले ग्राहकों पर पड़ेगा। लोन कम ब्याज के तौर पर मिल सकता है। बता दें, एचडीएफसी लिमिटेड देश की सबसे बड़ी होम लोन कंपनियों में से एक है। विलय के बाद इसके ग्राहक भी HDFC बैंक के लोन ग्राहक होंगे। विलय का असर लाखों ग्राहकों और शेयरधारकों पर देखने को मिलेगा। इस सौदे के तहत एचडीएफसी के प्रत्येक शेयरहोल्डर्स को 25 शेयरों के बदले एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर मिलेंगे।
इतिहास का सबसे बड़ा सौदा
बाजार के एक्सपर्ट्स बताते हैं ये सौदा 40 अरब डॉलर का है। भारत में कंपनी इतिहास में इसे अब तक का सबसे बड़ा विलय-सौदा कहा जा रहा है। मर्जर के बाद देश की एक बड़ी वित्तीय सेवा कंपनी सृजित होगी। इन दोनों वित्तीय संस्थाओं का विलय अभूतपूर्व है, क्योंकि इस मर्जर के साथ 168 अरब डॉलर का बैंक बनेगा।