Hindenburg Research New Report: गौतम अडानी के बाद अब किसी की बारी...हिंडनबर्ग का खुलासा 'आ रही एक नई रिपोर्ट’

Hindenburg Research New Report: नई बड़ी रिपोर्ट के बारे में हिंडनबर्ग का दावा ऐसे समय में आया है जब पिछले सप्ताह शुरू हुए सिलिकन वैली बैंक और क्रेडिट सुइस के पतन के बाद अमेरिका में बैंकिंग उथल-पुथल देखी जा रही है। यह ध्यान दिया जा सकता है कि एसवीबी के पतन के बाद ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने दो प्रमुख अमेरिकी बैंकों की विफलता पर चुप रहने पर हिंडनबर्ग पर चुंनिदा पक्षपाती होने की आचोलना हुई है।

अडानी समूह पर बड़ी रिपोर्ट प्रकाशित करने के लिए चुनिंदा पक्षपाती होने के लिए हिंडनबर्ग की आलोचना की थी।

Update:2023-03-23 16:40 IST
Hindenburg Research New Report: (Newstrack)

Hindenburg Research New Report: भारत के दिग्गज अरबपति कारोबारी गौतम अडानी के समूह अडानी समूह के कारोबार हिलाने के बाद अब यूएस- एस-आधारित शॉर्ट-विक्रेता हिंडनबर्ग रिसर्च एक बार फिर कुछ बड़ा कारनामा करने जा रहा है। इस बात का खुलासा खुद हिंडनबर्ग रिसर्च ने किया है। इसके खुलासे के साथ एक बार फिर से पूरे विश्व की निगाहें इस शॉर्ट-विक्रेता रिचर्स फर्म पर टिक गई हैं और लोगों को बीच उत्सुकता जग गई कि अबकी बार यह फर्म किसका बैलून फोड़ने वाली है। 24 जनवरी, 2023 को हिंडनबर्ग रिचर्स फर्म ने दुनिया के दिग्गज कारोबारी समूह अडानी ग्रुप के खिलाफ कई गंभीर आरोपों की एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने के बाद गौतम अडानी और उनके कारोबारी समूह अडानी ग्रुप की जो हालत हुई, वह किसी से छिपी नहीं। एक महीने के अंतराल में ही अडानी ग्रुप को अरबों डालर का नुकसान उठाना पड़ा। नेटवर्थ गिरने के साथ गौतम अडानी की विश्व रैकिंग भी गिरी,जिसकी भरपाई समूह और गौतम अडानी आज तक नहीं कर पाए हैं।

ट्वीट कर हिंडनबर्ग ने किया खुलासा

ऐसे में एक बार फिर से हिंडनबर्ग का यह बयान कि जल्दी ही एक नई रिपोर्ट आने वाली लोगों को बीच तहलका मचा दिया है। लोग अब यह देखना चाह रहे हैं कि इस बार हिंडनबर्ग का क्या खुलासा करने वाला है। हिंडनबर्ग का यह खुलासा भारत के लिए हो गया या फिर किसी अन्य देश के लिए होगा, लोगों के बीच इस बात की भी उत्सुकता है। बिना कोई विवरण साझा किए, शॉर्ट-सेलर ने कहा कि नई रिपोर्ट "एक और बड़ी रिपोर्ट" है। हिंडनबर्ग ने इसको लेकर अपनी आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उसने कहा कि "नई रिपोर्ट जल्द ही - एक और बड़ी।

अडानी ग्रुप पर ऊपर लगे थे ये आरोप

24 जनवरी, 2023 को हिंडनबर्ग रिपोर्ट की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर स्टॉक हेरफेर, लेखा धोखाधड़ी और अन्य वित्तीय गड़बड़ी के आरोप लगाए थे। इन आरोपों के बाद भारतीय शेयर बाजार में ग्रुप की शेयरों उथल-पुथल की स्थिति में धकेल दिया था। हालांकि अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट को झूठा करार देते हुए इसके खारिज कर दिया था, लेकिन उसके बाद भी ग्रुप की स्थिति नहीं सुधरी। दो महीने बाद अब जाकर कुछ हालात ग्रुप के सही हुए हैं। हिंडनबर्ग ने गौतम अडानी के भाई, गौतम अडानी पर शेल संस्थाओं का नेटवर्क चलाने का भी आरोप लगाया था। इसने कंपनी, उसके सौदों और संस्थाओं में विनोद अडानी की भूमिका पर भी सवाल उठाया।

समूह के इस व्यक्ति ने किया डैमेट-कंट्रोल

गौतम अडानी और समूह के सीएफओ जुगेशिंदर सिंह ने डैमेज-कंट्रोल किया। समूह को इस मुद्दे से कुछ दिन पहले जारी की गई रिपोर्ट के बाद अपनी पूर्ण सदस्यता वाली अनुवर्ती सार्वजनिक पेशकश (एफपीओ) को वापस लेना पड़ा। अडानी की संपत्ति सितंबर 2022 में 150 अरब डॉलर से गिरकर लगभग 53 अरब डॉलर हो गई थी। वह दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की श्रेणी में आ गया था और तीसरे स्थान पर पहुंच गया था। अडानी कुछ समय के लिए दूसरे सबसे अमीर शख्स भी बने थे। इन आरोपों के बीच समूह को 120 अरब डॉलर से अधिक का घाटा हुआ।

अमेरिकी बैंक के फेल होने पर घिरा हिंडनबर्ग, यूजर्स ने

उठाए सवाल

नई बड़ी रिपोर्ट के बारे में हिंडनबर्ग का दावा ऐसे समय में आया है जब पिछले सप्ताह शुरू हुए सिलिकन वैली बैंक और क्रेडिट सुइस के पतन के बाद अमेरिका में बैंकिंग उथल-पुथल देखी जा रही है। यह ध्यान दिया जा सकता है कि एसवीबी के पतन के बाद ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने दो प्रमुख अमेरिकी बैंकों की विफलता पर चुप रहने के दौरान अडानी समूह पर बड़ी रिपोर्ट प्रकाशित करने के लिए चुनिंदा पक्षपाती होने के लिए हिंडनबर्ग की आलोचना की थी। एक यूजर ने सवाल किया कि हिंडनबर्ग अब कहाँ छुपा है?

एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा कि सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) तेजी से गिर रहा है, अरबों गायब हो गए हैं। यह 2008 के बाद से विफल होने वाली सबसे बड़ी एफडीआईसी-बीमाकृत संस्था है, लेकिन हिंडनबर्ग चयनात्मक भूलने की बीमारी या सुविचार से कोई रिपोर्ट या हेड नहीं है- बाहर की रणनीति।

हर हफ्ते अडानी को 300

करोड़ नुकसान

22 मार्च को जारी हुई एम3एम हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट के मुताबिक, गौतम अडानी को पिछले साल के मुकाबले हर हफ्ते 3,000 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ और उनकी कुल नेटवर्थ अपने उच्चतम स्तर से 60 फीसदी नीचे आ गई है। मार्च के मध्य तक रिपोर्ट में अडानी की कुल संपत्ति 53 बिलियन डॉलर आंकी गई थी। रिच लिस्ट के मुताबिक, 22 मार्च तक गौतम अडानी दुनिया के अरबपति कारोबारियों की सूची में 23 स्थान पर हैं,जबकि मुकेश अंबानी एक मात्र ऐसे भारतीय हैं, जो दुनिया के टॉप -10 अमीरों की सूची में शामिल हैं।

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