Hinduja Company: हिंदुजा कंपनी आईआईएचएल को रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण की मंजूरी मिली
Hinduja Company: आईआरडीए ने इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (आईआईएचएल) और इसकी भारतीय सहयोगी कंपनियों के नेतृत्व वाले एक ग्रुप द्वारा रिलायंस कैपिटल बीमा कंपनियों के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है।
Hinduja Company: भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) ने इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (आईआईएचएल) और इसकी भारतीय सहयोगी कंपनियों के नेतृत्व वाले एक ग्रुप द्वारा रिलायंस कैपिटल बीमा कंपनियों के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है। एक बयान में मॉरीशस स्थित कंपनी आईआईएचएल ने कहा कि उसे "अक्षय तृतीया के शुभ अवसर" पर इरडा से मंजूरी मिलने की खुशी है। कंपनी ने कहा है कि अधिग्रहण के लिए इरडा का अनुमोदन कुछ नियामक, वैधानिक और न्यायिक मंजूरी के अधीन है।
इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड इसे जल्द से जल्द प्राप्त करने की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसका लक्ष्य एनसीएलटी (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) की निर्धारित तिथि 27 मई 2024 तक इस लेनदेन को बंद करना है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा - हम इस अवसर पर नियामकों और प्रशासकों सहित सभी हितधारकों को उनके समय पर समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं।
इरडा ने आईआईएचएल पर उठाये थे सवाल
मॉरीशस स्थित आईआईएचएल ने पहले चार नई भारत बेस्ड संस्थाओं - साइक्यूर इंडिया, इकोपोलिस प्रॉपर्टीज, साइक्यूरेक्स टेक्नोलॉजीज और आईआईएचएल बीएफएसआई होल्डिंग को शामिल करके रिलायंस कैपिटल का अधिग्रहण करने के लिए कंसोर्टियम बनाया था जिससे उसे बीमा क्षेत्र के लिए 74 प्रतिशत की एफडीआई सीमा को पूरा करने में मदद की।
इरडा ने पहले आईआईएचएल पर सवाल उठाए थे, जिसके पास रिलायंस कैपिटल में बहुमत हिस्सेदारी और रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी (आरएनएलआईसी) में 51 फीसदी हिस्सेदारी है। जापान की निप्पॉन लाइफ की आरएनएलआईसी में 49 फीसदी हिस्सेदारी है।
आईआईएचएल के अध्यक्ष अशोक हिंदुजा ने 5 मई को मुंबई में एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि कंपनी इरडा से हरी झंडी मिलने के बाद आवश्यक समयसीमा में रिलायंस कैपिटल सौदे को बंद कर देगी। उन्होंने कहा था कि मूल आवेदन नवंबर, 2023 में जमा किया गया था।