अंतरिक्ष यात्रा को लेकर ट्रोल हुए बेजोस, चंद मिनटों की सैर पर खर्च कर डाली इतनी बड़ी रकम
Jeff Bezos Space Travel: बेजोस लंबे समय से अंतरिक्ष की यात्रा करने का सपना देख रहे थे और आखिरकार उन्होंने 20 जुलाई को अपना यह सपना पूरा भी कर लिया।
Jeff Bezos Space Travel: दुनिया के सबसे अमीर शख्स और अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस (Jeff Bezos) ने मंगलवार को निजी रॉकेट से अंतरिक्ष (Space Travel) की यात्रा की थी। करीब 11 मिनट की इस यात्रा के दौरान बेजीस के साथ तीन और यात्री भी थे। बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा पर पूरी दुनिया की निगाह लगी हुई थी। अंतरिक्ष यात्रा के बाद बेजोस ने इसे अपनी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन बताया था।
हालांकि अब बेजोस की इस यात्रा को लेकर दुनिया भर में सवाल भी उठाए जा रहे हैं। अपनी इस यात्रा के दौरान बेजोस करीब चार मिनट तक अंतरिक्ष में रहे और इसके लिए उन्होंने 5.4 अरब डालर की रकम खर्च कर डाली। कोरोना महामारी के इस दौर में बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा को लेकर अब उनकी आलोचना की जा रही है। जानकारों का कहना है कि बेजोस ने अपनी इस अंतरिक्ष यात्रा पर इतनी रकम खर्च कर डाली जिससे कोरोना वैक्सीन की चार अरब डोज खरीदी जा सकती थी।
अंतरिक्ष यात्रा पर खर्च हुए 5.4 अरब डॉलर
बेजोस लंबे समय से अंतरिक्ष की यात्रा करने का सपना देख रहे थे और आखिरकार उन्होंने 20 जुलाई को अपना यह सपना पूरा भी कर लिया। अंतरिक्ष यात्रा के दौरान उनके साथ भाई मार्क, 82 वर्षीय वैल्यू फंक और नीदरलैंड के 18 वर्षीय ओलिवर डेमैन भी थे। बेजोस के सपने को पूरा करने में उन्हीं की कंपनी ब्लू ओरिजन (Blue Origin) ने बड़ी भूमिका निभाई। इस यात्रा के दौरान कई रिकॉर्ड भी बने। पहली बार एक यान न्यू शेफर्ड बिना पायलट के यात्रियों को अंतरिक्ष में ले गया।
बेजोस की इस यात्रा के बाद ही इस बात को लेकर चर्चाएं शुरू हो गईं कि आखिरकार दुनिया के इस सबसे रईस आदमी ने अपनी सैर के लिए कितनी रकम खर्च कर डाली। बेजोस इस समय करीब 205 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक हैं और अपनी अंतरिक्ष यात्रा पर उन्होंने करीब 5.4 अरब डॉलर की रकम खर्च की है। बेजोस इतने बड़े व्यापारिक साम्राज्य के मालिक हैं कि इतनी बड़ी रकम खर्च करने के बावजूद उनकी संपत्ति पर ज्यादा असर नहीं पड़ने वाला मगर इतनी भारी रकम खर्च करने के बाद एक नई बहस जरूर छिड़ गई है।
कोरोना काल में अंतरिक्ष यात्रा पर सवाल
दुनिया भर में सोशल मीडिया पर भी बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा को लेकर खूब चर्चाएं हो रही हैं। काफी संख्या में लोगों का कहना है कि मौजूदा समय में पूरी दुनिया कोरोना महामारी से परेशान है और इस विकट दौर में दुनिया के रईसों को गरीब देशों की मदद करने के लिए आगे आना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा सके।
लोगों का कहना है कि इस महामारी से बचाव के लिए वैक्सीनेशन ही एकमात्र रास्ता है मगर दुनिया के कई गरीब देश अपने लोगों के लिए टीका नहीं खरीद पा रहे हैं। ऐसे में यह जानना दिलचस्प है कि बेजोस ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा पर जितनी रकम खर्च कर डाली उस रकम से कितने लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकती थी।
दो अरब लोगों को लग सकती थी दोनों डोज
दुनिया के गरीब देशों को मदद पहुंचाने के लिए कोवैक्स के जरिए वैक्सीन की खरीदारी की जा रही है। गरीब देशों को मानवीय सहायता पहुंचाने के आधार पर कोवैक्स को यह वैक्सीन सिर्फ 1.60 डॉलर यानी 119 रुपए में पड़ रही है। वैसे मार्केट रेट पर वैक्सीन के लिए करीब सात डॉलर की रकम खर्च करनी पड़ रही है। कम आय वाले देशों को वैक्सीन की मदद पहुंचाने के लिए कोवैक्स की अगले साल तक करीब दो अरब डोज खरीदने की योजना है। इतनी ज्यादा डोज के लिए 2.6 मिलियन डॉलर की रकम खर्च करनी होगी। ऐसे में बेजोस ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा पर जितनी रकम खर्च कर डाली, उतने पैसे से को वैक्स की दो बार फंडिंग की जा सकती थी।
बेजोस की ओर से खर्च की गई रकम के बराबर अगर कोवैक्स को फंडिंग की गई होती है तो उतने पैसे से करीब चार अरब डोज खरीदी जा सकती थी। इसका मतलब पूरी तरह साफ है कि इतनी रकम से दुनिया की दो अरब आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा सकती थी।
कोरोना महामारी के इस दौर में विकसित देशों ने तो अपनी अधिकांश आबादी को वैक्सीन लगाने में कामयाबी हासिल कर ली है मगर विकासशील और गरीब देशों में अभी भी काफी संख्या में लोग वैक्सीन के लिए संकट का सामना कर रहे हैं। गरीब देशों की आस कोवैक्स के जरिए मिलने वाली वैक्सीन पर टिकी हुई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि इन गरीब देशों की आस कब तक पूरी हो पाती है।
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