Karwa Chauth 2023: खरीदारी के लिए बाजार सज धज कर तैयार, होगा 15 हजार करोड़ से अधिक का कारोबार, इन चीजों से रहें दूर
Karwa Chauth 2023: करवा चौथ के व्रत वाले दिन सुहागिन महिलाओं को सफेद रंग के कपड़े या इस रंग से जुड़ी कोई भी श्रृंगार की चीजें नहीं खरीदनी चाहिए। इसके साथ साथ सफेद रंग वस्त्र या चूड़ी भी पूजा में शामिल न करें।
Business on Karwa Chauth 2023: फेस्टिव सीजन का अलग पर्व करवा चौथ आने वाला है। नवरात्रि और दशहरा के बाद देश भर में 1 नवंबर को करवाचौथ का त्योहार मनाया जाएगा। इस पर्व को लेकर लखनऊ, दिल्ली समेत देश भर के बाजार सुहागिन महिलाएं की खरीदारी के लिए तैयार पूरी कर चुके हैं। बाजारों में पर्व के तीन से पहले से रौनक दिखाई पड़ रही है। ऐसे संभावनाएं हैं कि इस बार देश भर में करवा चौथ का व्यापार 15 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का होगा। इसमें एक अकेले राजधानी दिल्ली में ही करवा चौथ पर करीब डेढ़ हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार होने की संभावना है।
1 नवंबर को करवा चौथ
करवाचौथ के कारोबार पर कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि 1 नवम्बर को करवा चौथ का त्यौहार है। भारत में यह त्यौहार सौभाग्य का प्रतीक है। सुहागिन महिलाएं इस दिन व्रत रख अपने पति की दीर्घायु की कामना करती हैं और रात्रि में चंद्रमा के दर्शन एवं पूजा कर अपना व्रत खोलती हैं। दिन में महिलाएं करवा देवी की पूजा करती हैं और करवा माता की कथा कहकर अपने पति की लंबी उम्र और परिवार को सुखी रहने की दुआ करती हैं।
लखनऊ दिल्ली के बाजार में तैयारियां हुईं पूरी
उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से करवा चौथ के पवित्र त्यौहार की लेकर दिल्ली लखनऊ एवं देश के बाज़ारों में महिलाओं की गहमागामी काफी बढ़ी है और अब जब इस त्यौहार के लिए केवल दो दिन ही रह गये हैं तो आज और कल बाजारों में करवा चौथ के बड़े पर्व को मनाने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं बाज़ारों में आएंगी, जिसके लिये दुकानदारों ने व्यापक स्तर पर काफी तैयारियां की हुई हैं और बाजार पूरी तरह सज गए हैं। इस साल भारत में करवाचौथ त्योहार पर 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हो सकता है।
इन प्रोडक्ड की पर्व में अधिक मांग
महामंत्री खंडेलवाल ने कहा कि इस पर्व पर ज्वेलरी से लेकर कपड़े, मेकअप सामग्री,साड़ियाँ, पूजा कैलेंडर एवं पूजा सामग्री जिसमें पूजा हेतु करवा, छलनी, दीया, फूलबत्ती व पूजा से जुड़ी अन्य सामग्री की खरीदारी की जाएगी। ज्यादातर महिलाएं कथा की किताब और दीपों की भी खरीदारी करती हैं। इसके अलावा, श्रृंगार की वस्तुओं में कांच की लाल चूड़ियां, बिछिया, पायल, लाकेट एवं चूड़ा सहित विभिन्न प्रकार की करवे की थाली खरीदे जाते हैं। इस बार चाँदी से बने करवे भी बाज़ार में उपलब्ध हैं जिनकी माँग अधिक होने की उम्मीद है। इसके अलावा करवा चौथ की पूजा में शुद्ध घी, गंगाजल, चावल, मिठाई, लाल महावर (रंग),कंघी, बिंदी, चूड़ियां, मेहंदी चुनरी शिव-पार्वती और भगवान गणेश की एक फोटो, व्रत कथा की किताब, दीपक गौरी बनाने मिट्टी या गाय का गोबर, गेंहू ,पानी का लोटा, कच्चा दूध कुमकुम अगरबत्ती फल-फूल आदि रखे जाते हैं।
मेहंदी कारोबार में वृद्धि का अनुमान
खंडेलवाल ने यह भी बताया कि करवा चौथ के पर्व पर मेहंदी लगाना बहुत शुभ माना जाता है और इसलिए देश भर में मेहंदी का बड़ा कारोबार होता है। बाज़ारों, मंदिरों एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर मेहंदी लगाने वाले बैठ जाते हैं और उनसे मेहंदी लगवाने वाली महिलाओं की लाइन लगी रहती है। दिल्ली में कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर एक ऐसी जगह है जहां हजारों महिलाएं हाथों में मेहँदी लगवाती है। अब तो ब्यूटी पार्लरों में भी करवा चौथ के अवसर पर मेहंदी लगाने के विशेष प्रबंध किए जाते हैं। वहीं बड़ी मात्रा में घरों में भी मेहँदी लगाने वालों को बुलाया जाता है, जिसमें न केवल स्त्री बल्कि पुरुष भी शामिल हैं।
सुहागन इन चीजों से इन दिन रहें दूर
ऐसा माना जाता है कि करवा चौथ के व्रत वाले दिन सुहागिन महिलाओं को सफेद रंग के कपड़े या इस रंग से जुड़ी कोई भी श्रृंगार की चीजें नहीं खरीदनी चाहिए। इसके साथ साथ सफेद रंग वस्त्र या चूड़ी भी पूजा में शामिल न करें। किसी भी व्रती महिला को इस दिन धार वाली चीजें जैसे चाकू, कैंची, सुई भी नहीं खरीदनी चाहिए। इस दिन ऐसा करना बहुत अशुभ माना जाता है।